अल्लाह की रहमतों का खजाना है रमजान का महीना – हाजी निजात खान

सभी मुस्लिमों से मुल्क के अमन-चैन, तरक्की और खुशहाली के लिये दुआ मांगने को कहा

डाक्टर, पुलिस, प्रशासन आदि के कार्यो की सराहना की और उनके लिये दुआ करने की बात कही

कोरोना महामारी में बागपत के लोगों के साथ-साथ नेपाल देश के जमातियों की तन-मन-धन से सहायता करने और विदेशों में देश का गौरव बढ़ाने वाले बागपत के वरिष्ठ समाजसेवी हाजी निजात खान ने बताया कि रमजान का महीना सभी मुस्लिमों के लिए बहुत पाक महीना है। इस महीने में सभी रोजेदारों के लिए जन्नत के दरवाजे खुल जाते है। इस पूरे महीने में रोजा रखना, दुआएं करना, दान करना आदि सबाव का काम माना जाता है, इसलिये रमजान को नेकी और इबादत का महीना कहा जाता है। यह पवित्र महीना अल्लाह की रहमतों का खजाना होता है। रमजान गरीबों की मद्द करने का महीना है। कहा कि इस पाक महीने में और आगे भी अपनी सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों की सहायता अवश्य करें। जीवन से बुराईयों को मिटाकर अच्छाइयों को अपनाना ही अल्लाह की सच्ची ईबादत है। कहा कि जो लोग पहली बार रमजान में रोजा रख रहे है मुस्लिम समाज के लोग उनका उत्साह वर्धन करें और उनकों पाक कुरान में लिखी बातों को अपने जीवन में अमल में लाने को कहें। कहा कि हर रोजेदार नेकदिल के साथ अपने माता-पिता, अपने मुल्क के अमन-चैन, तरक्की और दुनियां की खुशहाली के लिए और कोरोना महामारी के खात्में के लिये अल्लाह से दुआ जरूर करें। नेकदिल से निकली दुआ अल्लाह जरूर कबूल करता है। उन्होने कहा कि वे डाक्टर, पुलिस, प्रशासन, पत्रकार आदि उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहते है जो अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना महामारी से लोगों को बचाने में लगे हुए है। कहा कि वह ऐसे सभी नेकदिल लोगों के लिये अल्लाह से दुआ करेंगें।