एनएमडीसी द्वारा संचालित आईटीआई भांसी के छह छात्रों का जापान की कंपनी योकोहामा टायर्स में चयन

बचेली – भारत सरकार की सबसे बड़ी लौह अयस्क खनन कंपनी एनएमडीसी द्वारा संचालित आईटीआई भांसी के छह छात्रों का चयन जापान की बहुराष्ट्रीय कंपनी योकोहामा द्वारा किया गया है।

एनएमडीसी की बचेली इकाई और आईटीआई भांसी के नियमित प्रयासों के परिणामस्वरूप हाल ही में जापान की बहुराष्ट्रीय कंपनी योकोहामा टायर्स के विशाखापटनम स्थित प्लांट में ‘प्रशिक्षु तकनीशियन पद’ के लिए ऑनलाइन साक्षात्कार आयोजित किया गया था, जिसमें संस्था के लगभग 30 छात्रों ने भाग लिया।

इस ऑनलाइन कैंपस ड्राइव में योकोहामा टायर्स में कुल 06 छात्रों का चयन हुआ।  इसमें इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के छात्र अंकित सोनी, अमित मरकाम और जयकिशन विश्वकर्मा, मैकेनिक मोटर व्हीकल ट्रेड के सागर नाग और फिटर ट्रेड के छात्र गणेश ओयामी तथा प्रतीक कुमार शामिल है। सभी छात्रों का चयन “तकनीशियन ट्रेनी” पद के लिए हुआ है।

चयन प्रक्रिया संपन्न होने के बाद सभी चयनित छात्रों ने विशाखापटनम स्थित प्लांट में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। प्रारंभ में सभी चयनित छात्रों को कंपनी द्वारा दो वर्ष की परिवीक्षा अवधि के लिए लगभग रु.14000/- मासिक वेतन दिया जा रहा है, जिसके उपरांत उन्हें कंपनी पेरोल में नियमित किया जाएगा।

एनएमडीसी आईटीआई, भांसी सभी छात्रों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न राष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कैंपस ड्राइव का आयोजन करती आ रही है तथा उत्तीर्ण छात्रों को आसानी से रोजगार मिल सके इसके लिए लगातार प्रयासरत है।

एनएमडीसी, बचेली अपनी सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अनेक रोजगारोन्मुखी योजनाएं चलाती आई है जो यहाँ के स्थानीय युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही है।

यहाँ उल्लेखनीय है कि पिछले कई वर्षों से आईटीआई, भांसी के छात्रों का चयन कई प्रसिद्ध कंपनियों में जैसे कि एनएमडीसी प्रोजेक्ट, अडानी सोलर पावर, मारुती सुजुकी मोटर्स, मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट, स्काई ऑटोमोबाइल इत्यादि में होता आ रहा है। जिसका सकारात्मक प्रभाव यहाँ के रहवासियों में देखने को मिला है ।

पी. के. मजुमदार, मुख्य महाप्रबंधक एनएमडीसी, बचेली ने सभी चयनित छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह परियोजना के लिए गौरव करने की बात है कि स्थानीय युवा अपने करियर को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहें हैं और उन्नति कर रहे हैं।