देश की सबसे बड़ी शहीद भगत सिंह की मूर्ति पर विधायक देवेंद्र यादव ने पुष्प अर्पित कर किया नमन और उनकी शहादत को किया याद

शहीद भगत सिंह की जन्म जयंती पर विधायक देवेंद्र ने दी श्रद्धांजलि
भिलाई। शहीद भगत सिंह की जन्म जयंती पर उन्हे याद किया। भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव आज शहीद स्मार्क पार्क सेक्टर 5 पहुंचे। जहां वे शहीदेआजम भगत सिंह की देश की सबसे बड़ी मूर्ति समक्ष खड़े होकर उन्हें प्रणाम कर उनकी शहादत को याद किया और उन्हें नमन कर उनके बताए मार्ग पर चलने की शपथ ली।

कोरोना काल की वजह से शहीद भगत सिंह की जयंती के अवसर पर कोई बड़ा भव्य आयोजन नहीं किया गया। कोरोना रोकथाम के नियमों का पालन करते हुए शहीद भगत सिंह जयंती सामान्य रूप से शांति पूर्ण तरीके से मनाई जाएगी। गौरतलब है कि भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव छात्र जीवन से ही शहीद वीर भगत सिंह के भक्त है। जब से वे अपने शिक्षक से स्कूल में शहीद भगत सिंह के बारे में जाना तब वे उनके मुरीद हो गए। वे हमेशा उनकी तरह ही बनाना चाहते थे। जैसे जैसे समय बीता भिलाई नगर विधायक बड़े होते हैं। वे और जानकारी किताबों शहीद भगत सिंह के बारे में पढ़ते गए।

उन्ही से प्रेरित होकर देश व समाज के हित और विकास के काम करने की शपथ लेकर विधायक देवेंद्र यादव कॉलेज के समय छात्र राजनीति में प्रवेश किए। छात्र राजनीति में बड़े संघर्ष के बाद जब वे भिलाई की जनता के आर्शीवाद से महापौर बने तब उन्होंने भिलाई में शहीद भगत सिंह की देश की सबसे बड़ी मूर्ति स्थापित करने की योजना बनाई थी। उनका सपना था कि शहीद भगत की एक ऐसी मूर्ति जो देश में कहीं भी ना हो। सपना को पूरा करने में थोड़ा समय लगा लेकिन आज विधायक देवेंद्र यादव ने भिलाई के सेक्टर 5 में वीर शहीद भगत सिंह की सबसे बड़ी मूर्ति स्थापित करने के साथ ही यहां शहीद स्मार्क पार्क का निर्माण कराया है। एक भव्य सुंदर पार्क जिसका लोकार्पण सीएम भूपेश बघेल ने अपने कर कमलों से किया था।

100 फीट ऊंचा तिरंगा

सेक्टर 5 सिविक सेंटर के पास सरोवर के बगल से शौर्य स्मारक शहीद पार्क का निर्माण किया गया है। जो शहर सहित आसपास के गांववालों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। शहीद सरदार भगत सिंह की 25 फीट की गनमेटल की मूर्ति लगाई गई है। थोड़ी दूर पर 100 फीट ऊंचाई पर तिरंगा भी लहराएगा। तालाब में म्यूजिकल फाउंटेन और लेजर शो होगा। जो लोगों को अपनी और आकर्षित करेगा। हैदराबाद में स्थित लुंबिनी पार्क का भ्रमण भी अधिकारियों ने किया और इसके तकनीकी पक्षों को जाना। इस कार्य के लिएल गभग 1 करोड़ 44 लाख रुपए की राशि स्वीकृति हुई है।