नारायणपुर : जिले को तंबाकू मुक्त बनाने की योजना तैयार

नारायणपुर, 20 दिसंबर 2022, तंबाकू उत्पादों का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इन उत्पादों का सेवन करने से कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है। इसलिए जिले को तंबाकू -धूम्रपान मुक्त बनाने की योजना तैयार की गई है। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने और कराने पर अब कार्रवाई होगी। उक्त निर्णय मंगलवार को जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में लिया गया।

कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता प्रभारी कलेक्टर देवेश ध्रुव ने की । इस दौरान तम्बाकू निंयत्रण हेतु अंतरविभागीय समन्वय को बढ़ाने एवं शैक्षणिक संस्थानों एवं शासकीय कार्यालयों को तंबाकू मुक्त बनाने , कोटपा एक्ट 2003 का अनुपालन हेतु सभी विभागों के समन्वय पर जोर दिया गया। बैठक के दौरान तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ प्रशांत गिरी द्वारा तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही तंबाकू नियंत्रण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से भी सभी लोगों को अवगत कराया गया।

इस मौके पर डॉ. गिरी ने तंबाकू उत्पादों के सेवन से होने वाली बीमारियों पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने कोटपा एक्ट 2003 की प्रमुख धाराओं की जानकारी देते हुए सभी से तंबाकू नियंत्रण की दिशा में सामूहिक प्रयास करने की अपील की। बैठक में जिले के सभी विभागों में तंबाकू नियंत्रण हेतु नोडल अधिकारी के नामांकन हेतु चर्चा किया गया।

संभागीय समन्वयक प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान एवं कार्यालय सहित धुम्रपान मुक्त जिला एवं धम्रपान मुक्त ग्राम पंचायत के क्रियान्वयन की प्रक्रिया के सबंध में जानकारी दी गई। साथ ही जिले में कोटपा एक्ट 2003 की धारा 4 एवं 6 के अतिरिक्त धारा 5 एवं 7 के प्रावधानों के अनुरूप कार्यवाही हेतु सुझाव दिया गया। बैठक में जिले के सभी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

शासकीय कार्यालय और शैक्षणिक संस्थान होंगे तंबाकू मुक्त- संभागीय समन्वयक प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया: “जिले तो तंबाकू-धूम्रपान मुक्त बनाना है। इसके साथ ही जिले के शैक्षणिक संस्थानों और शासकीय कार्यालयों को भी तंबाकू मुक्त बनाया जाएगा। बीते वर्ष जिले के कुल 109 शैक्षणिक संस्थानों ( 104 स्कूल तथा 5 कॉलेजों) को तंबाकू मुक्त घोषित किया गया है। इस वर्ष जिले के 200 शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए जिला तंबाकू नियंत्रण इकाई द्वारा विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। साथ ही सभी विभागों एवं शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से जिले को तंबाकू मुक्त करने का प्रयास किया जाएगा।“