महाशिवरात्रि के अवसर पर नवीन जिला मनेंद्रगढ-चिरमिरी-भरतपुर का पहला अमृतधारा महोत्सव, आस्था, उत्साह और लोक संस्कृति के रंगों से भरा हुआ रहा

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर 18 फरवरी 2023/  महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर नवीन जिला मनेंद्रगढ-चिरमिरी-भरतपुर का पहला अमृतधारा महोत्सव मनाया जा रहा है। विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के ग्राम लाई में आयोजित अमृतधारा महोत्सव का भव्य कार्यक्रम आस्था, उत्साह और रंगों से भरा हुआ रहा। भगवान शिव की भक्ति और पूजा अर्चना के लिए अमृतधारा शिव मंदिर में भी श्रद्धालु  भारी संख्या में पहुंचे।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के मुख्य आतिथ्य में अमृतधारा महोत्सव का विधिवत आगाज़ हुआ। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद श्रीमती ज्योत्स्ना महंत ने की। डॉ महंत ने सर्वप्रथम अमृतधारा स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश एवं जिलेवासियों की सुख-समृद्धि और उन्नति की कामना की।

इस अवसर पर मंचीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ महंत ने समस्त लोगों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि नवीन जिले के रूप में मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर का यह पहला अमृतधारा महोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने अमृतधारा से जुड़ी अपनी बीती यादें साझा की।

उन्होंने अमृतधारा महोत्सव की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां भक्ति, प्राकृतिक सौंदर्य, वन संपदा के साथ ही पारंपरिक खेलों के आयोजन कर जिले की आंचलिक विशेषता का अद्भुत सम्मिश्रण किया गया है। इसके साथ ही एडवेंचर स्पोर्ट्स के आयोजन ने एक नए तरह के अनुभव से लोगों को रूबरू कराया। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से अंतिम व्यक्ति तक विकास को गति दी जा रही है।

सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत एवं सविप्रा उपाध्यक्ष व विधायक श्री गुलाब कमरो ने भी महाशिवरात्रि एवं अमृतधारा महोत्सव की शुभकामनाएं दी। कलेक्टर श्री पीएस ध्रुव ने अमृतधारा महोत्सव के अवसर पर स्वागत उद्बोधन कर अतिथियों एवं आम जन का स्वागत किया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन ने उद्बोधन कार्यक्रम के समापन पर आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों सहित भारी संख्या में जनमानस ने अमृतधारा महोत्सव का आनंद उठाया।अमृतधारा भोले बाबा तोला बंदौ, पंखिड़ा’ जैसे गीतों से ऋषि रसीला ने भक्तिमय बनाया वातावरण,रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जोश से भरा महोत्सव अमृतधारा महोत्सव में स्कूली बच्चों ने शुरुआत में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसमें शिव तांडव, लोक नृत्य सैला, शिव भक्ति गीतों पर सुंदर और मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।

विशेष प्रस्तुतियों में ’अमृतधारा भोले बाबा तोला बंदौ, पंखिड़ा’ जैसे गीतों से ऋषि रसीला ने भक्तिमय वातावरण बनाया।
अमृतधारा महोत्सव में राजवीर और साथी द्वारा शिव तांडव, लक्की एवं ग्रुप द्वारा शिव अवतार एवं आदित्य एवं साथियों द्वारा भगवान राम के जीवन की विभिन्न झलकियां देखने को मिली।

समूह की दीदियों ने किया रैंप वॉक, वहीं विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
अमृतधारा पर्यटन स्थल में विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत के मुख्य आथित्य में महोत्सव का रंगारंग आयोजन किया गया। इस दौरान एडवेंचर स्पोर्ट्स एटीवी बाइक राइडिंग, तीरंदाजी, सहित पारम्परिक खेल प्रतियोगिता भौंरा के साथ ही चम्मचदौड़, रस्साकशी, मटकाफोड़, वॉलीबाल, कबड्डी में खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। इसी बीच जिले के स्व सहायता समूह की दीदियों ने पारंपरिक लोक सांस्कृतिक वेशभूषा में रैंप वॉक प्रस्तुत किया जिसपर दर्शकों ने तालियों की गर्जना से महिलाओं का उत्साह वर्धन किया।

बिहान एवं सरस मेला में हुई व्यंजन प्रतियोगिता, मेले में माटी के बर्तन, समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पाद विक्रय हेतु उपलब्ध

मुख्य अतिथि डॉ महंत ने बिहान एवं सरस मेला का फीता काटकर शुभारंभ किया। बिहान एवं सरस मेला में समूह की महिलाओं के मध्य व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके साथ ही मेले में माटी के बर्तन, समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पाद जैसे मसाले, कोसा साड़ी, रागी, कोदो आदि के मिलेट के लड्डू, पापड़, बाजरा का खाखरा, मनिहारी आदि उत्पाद विक्रय हेतु उपलब्ध हैं।