भाजपाईयों का रैली लेकर थाने जाना चोरी ऊपर से सीनाजोरी -कांग्रेस

रायपुर/17 अप्रैल 2023। भाजपा नेताओं द्वारा हेट स्पीच के मामले में रैली लेकर थाने जाना चोरी ऊपर से सीनाजोरी है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि एक तो भाजपा के नेता सामाजिक विद्वेष भड़काने के लिये सोशल मीडिया जैसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म पर गलत तथ्य और भड़काऊ पोस्ट करते है। जब पुलिस उनसे उनके पोस्ट के संबंध में जवाब मांगने नोटिस भेजती है तो भीड़ ले जाकर दबाव बनाने की गैर कानूनी कोशिश करते है।

भाजपा नेताओं ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट में राज्य की शांत फिजा में जहर घोलने का काम किया है। भाजपा नेताओं के पोस्ट से प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का खतरा उत्पन्न हुआ था भाजपा नेताओं का पोस्ट अपराध की श्रेणी में भी आता है। उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो रही है तो भाजपाई अपने राजनैतिक दल के नेता होने का रसूख जताने के लिये पुलिस के खिलाफ, सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे जो कि सवर्था अनुचित और निंदनीय है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया में जो भड़काऊ पोस्ट किया था उसका वे प्रमाण दे अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिये। छत्तीसगढ़ के भाजपा के नेतागण सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में बयान दे रहे है कि राज्य में रोहिंग्या, मुसलमान, बांग्लादेशी मुसलमान तथा पाकिस्तानी नागरिक बसे है।

राज्य के भाजपा नेताओं द्वारा राज्य को कथित रूप से तालिबान बनाने, बांग्लादेशियों एवं रोहिंग्याओं को बसाने तथा जेहादियों को खुली छूट दिये जाने जैसे जहरीले एवं भड़काऊ वक्तव्यों का सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किया गया है। इनसे जानकारी मांगी जाये कि छत्तीसगढ़ में कहाँ जेहादियों, रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को बसाया जा रहा है?

बिरनपुर में कौन-कौन से जेहादियों को बसाया गया है तथा कौन-कौन जेहादी है? यह भी जानकारी मांगी जाये कि जेहादियों के पास कौन-कौन से घातक हथियार हैं? छत्तीसगढ़ के पारम्परिक सद्भाव को बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करना अत्यंत आवश्यक है, अन्यथा राज्य का पारम्परिक सद्भाव बिगड़ना तय है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के अधिकृत ट्वीटर हैंडल पर भी आपत्तिजनक और दंगा भड़काने वाले पोस्ट किये गये, ऐसे लोगों पर कानूनी कार्यवाही होना चाहिये। राज्य की कानून व्यवस्था से बढ़कर न कोई राजनैतिक दल हो सकता और न ही कोई राजनैतिक दल का पदाधिकारी जो भी कानून की मर्यादा का उल्लंघन किया है उस पर कार्यवाही होनी चाहिये।