कायाकल्प अवार्ड में नारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने बाजी मारी

सामुदायिक स्‍वास्‍थ्य केंद्र नगरी ने किया प्रदेश में प्रथम स्‍थान हासिल

धमतरी( डॉ रमेश सोनसायटी)। जिले के चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों ने इस बार कायाकल्प अवार्ड जीतने में सफलता हासिल की जिसमें नारी प्रथम स्थान पर रहा। कुरुद ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नारी को स्वास्थ्य व्यवस्था, स्वच्छता सहित तमाम अच्छे गतिविधियों के लिए जाना और पहचाना जाता है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित कायाकल्प कार्यक्रम में वर्ष 2020-21 के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नारी ने फाइनल असेसमेंट में 89.4% अंक हासिल कर जिला स्‍तर में प्रथम स्थान बनाया है। इसके लिए पीएचसी स्‍तर पर विजेता होने पर संस्‍था को 2 लाख रुपए की राशि पुरस्‍कार में प्रदान की जाएगी। जबकि पीएचसी चटौद ने 88.9%, पीएचसी परखंदा ने 76.4% और पीएचसी केरेगांव ने 74.7% अंक प्राप्‍त कर कायाकल्प अवार्ड के लिए चयनित हुए हैं।

इसी तरह जिले के सामुदायिक स्‍वास्‍थ्य केंद्र नगरी ने 89.1% के साथ प्रदेश में प्रथम स्‍थान प्राप्त किया है। इसके लिए सीएचसी स्‍तर के श्रेणी में प्रथम विजेता के रुप में 15 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी| राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जारी सूची की जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी के तुर्रे ने बताया, बीएमओ डॉ. यू एस नवरत्न,बीईटीओ डी. एस. ठाकुर, बीपीएम रोहित पांडेय और संस्था के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अचला सिदार के नेतृत्व में अस्‍पताल ने कायाकल्‍प हुआ है। यह मूल्यांकन मुख्य रूप से 08 केटेगरी के आधार पर होता जिसमें अस्पताल भवन का रखरखाव, सेनिटेशन और हाइजीन, सभी प्रकार के कचरे का प्रबंधन, स्पोर्ट सर्विसेज, हाइजीन प्रमोशन, अस्पताल के बाहर की सफाई व्यवस्था और अस्पताल में पर्यावरण अनुकूल वातावरण| इन 08 बिंदुओं के अनुसार प्रतिभागी संस्था को 04 स्तर के मूल्यांकन में क्वालीफाई होने के लिए कम से कम 70% अंक हासिल करने होते है l

संस्था की पूरी टीम को गुणवत्तापूर्ण सेवाओं लिए पुरस्कृत किये जाने पर बधाई देते हुए डाक्टर तुर्रे ने कहा यहाँ की सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए सभी उपाय करेंगे ताकि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं में और विस्तार हो l

पीएचसी नारी के पूर्व प्रभारी डॉ राजेश भतपहरी ने बताया, संस्था विगत 2 वर्ष से लगातार कायाकल्प योजना में सांत्वना पुरस्कार प्राप्त कर चुकी थी। इस वर्ष कायाकल्प अवार्ड के लिए स्टाफ के प्रशिक्षण और अन्य बुनियादी सेवाओं में लगातार विस्तार के साथ इस परिणाम के लिए अस्पताल के सभी स्टाफ प्रयत्नशील थे। डॉ. भतपहरी ने बताया, कायाकल्प अवार्ड में सफलता संस्था के लिए बड़े ही गर्व का विषय है। इसके साथ ही इस स्टैन्डर्ड को बनाये रखने की जिम्मेदारी भी संस्था पर बढ़ गयी है जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन सतत रूप से प्रयत्नशील रहेगा। वर्तमान में संस्था में दो मेडिकल आफिसर एवं दो आरएमए, लैब टेक्निसियन, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट सहित तमाम स्टाफ उपलब्ध है। ओपीडी में हर दिन 50 मरीजों का इलाज और 24 घंटे प्रसव एवं आपातकाल की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया, गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच और महीने में औसत 10 गर्भवती का संस्थागत प्रसव कराया जा रहा है। इस वर्ष अब तक 89 गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया जा चुका है।

नारी पीएचसी में नव पदस्‍थ मेडिकल आफिसर डॉ.ओमेश्वरी ध्रुव ने बताया, अस्पताल परिसर में सुंदर हर्बल गार्डन,योगा चौक, मरीजों के लिए आरओ वाटर, सायकल स्टैंड, दिव्यांगजनों के लिए पार्किंग, शौचालय, पूरे परिसर में सीसी टीवी कैमरा, मरीजों के लिए प्रतीक्षालय जैसी तमाम सुविधाओं का निर्माण किया गया है। इन सुविधाओं के उपयोग मरीजों के परिजन भी करते हैं।