महंगाई पर चर्चा करने से भाग रहे भाजपा के सांसद और नेता

रायपुर/26 अप्रैल 2022। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के सांसद और नेता महंगाई पर चर्चा करने से भाग रहे हैं। आम जनता से मुंह छुपा रहे हैं। 100 दिनों में महंगाई कम कर सत्ता में आए मोदी सरकार ने 8 साल में देश की जनता का जीना दूभर कर दिया है। ‘‘एक ओर रोजगार का संकट दूसरी ओर महंगाई की मार, यही है मोदी सरकार’’ की नारा जनता लगा रही है। मोदी सरकार के गलत नीतियों कुप्रबंधन और हम दो हमारे दो के हित की सोच के चलते देश की जनता महंगाई बेरोजगारी और महामारी की चपेट में है।

केंद्र में बैठी सरकार ने 8 साल के कार्यकाल में देश में यह हालात उत्पन्न कर दिए कि जनता अब सोच रही है कि इस स्थिति में कमाये क्या? खाय क्या और बचाये क्या? महंगाई और टैक्स दोनो देश की जनता के सुख चैन को निगल रही है। माता पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित होते थे अब वर्तमान में उसका लालन-पालन कैसे करें इस बात को लेकर ज्यादा चिंतित होता नज़र आ रहे हैं महंगाई के चलते कुपोषण और भुखमरी की समस्याएं बढ़ रही है भुखमरी और कुपोषण के मामले में देश  पड़ोसी देशों से भी नीचे है।

बेरोजगारी के मामले में देश 45 साल पुराने हालात में खड़े हुए हैं दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष मिलना दूर की बात 23 करोड़ हाथों से रोजगार छीना गया है अब जो सरकारी आंकड़े बता रहे हैं देश में 45करोड़ युवा महिलाये वयस्क रोजगार खोजते खोजते इतने हताश और परेशान हो गए कि  अब रोजगार खोजना ही बंद कर दिए और मायूस और उदास बैठे हुए हैं। मोदी सरकार के गलत नीतियों का प्रभाव हर सेक्टर में दिख रहा है सरकारी कंपनियों का बेधड़क निजीकरण किया जा रहा है प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां बंद हो रही है।

70 प्रतिशत एमएसएमई शुरू होने के एक वर्ष के भीतर बंद हो जा रहे है। व्यापार व्यवसाय ऑक्सीजन में है देश की अर्थव्यवस्था औंधे मुंह गिरी हुई है और केंद्र में बैठी सरकार जनता को इस विपत्ति से राहत दिलाने के बजाय चंद अपने अनुवांशिक संगठनों के सहारे हिंदू मुस्लिम का उन्माद फैलाकर जनता का ध्यान भटका रही है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मार्च 2014 से 2022 तक 299 वस्तु की एक सूची थी जिसमें से 235 चीजों का दाम करीब करीब 80 प्रतिशत बढ़ चुका है। 2014 से लेकर 2022 तक एक और विडंबना है कि जब क्रूड ऑयल के दाम गिरता था तो पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ते रहे हैं। कोविड के दौरान 1 समय ऐसा भी आया कि अमेरिका वायदा बाजार में कु्रड आयल इतिहास में पहली बार -1.41 डालर प्रति बैरल अर्थात कु्रड आयल भी ले लो पैसे भी ले लो उस समय में भी मोदी सरकार डीजल पेट्रोल में मुनाफाखोरी कर जनता के जेब डकैती करना नही छोड़ी।

बीते 2 साल में घर चलाने के खर्चे में 44 प्रतिशत की वृद्धि हो गई है। मुर्गा मछली के दाम में 95 प्रतिशत से लेकर 57 प्रतिशतकी वृद्धि हुई है  दूध में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है गेहूं के आटा में 27 प्रतिशतकी वृद्धि हुई है सरसों के तेल में करीब 96 प्रतिशतकी वृद्धि हुई है रिफाइंड आयल में 90 प्रतिशतबढ़ोतरी हुई है मूंगफली का तेल कई 48 प्रतिशत बढ़ गई है दाल अरहर तुवर दाल मूंग दाल में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है सब्जियों के दाम में आग लगी हुई है प्याज में 8 सालों में 68 प्रतिशत की वृद्धि हुई है बैगन जैसे सब्जी में 56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है पालक और साग सब्जी में  40 प्रतिशत के दाम बढ़े हैं

अस्पताल में इलाज का खर्चा में 71. 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है दवाइयों के दाम में 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है होटल में खाना खाने में 55 प्रतिशत वृद्धि, बस का किराया 54 प्रतिशतबढ़ा है घर का किराया 46 प्रतिशत बढ़ा टियूशन फीस 51 प्रतिशत बढ़ा है । देश की 84 प्रतिशत आबादी की आय घटी है। 15 करोड़ परिवारों की आय आधी हुई है। आटा 30 रु किलो पकोड़े तलने का तेल 240 रु लीटर मदर डेयरी के दूध में 60 रु लीटर है ।