दशहरा के दिन भगवान राम के नाम विजय ध्वज फहरा कर विधायक विकास उपाध्याय ने कहा,”सौरज धीरज तेहि स्थल चाका। सत्य सील दृढ़ ध्वजा पताका।”

रायपुर। रायपुर पश्चिम के युवा विधायक विकास उपाध्याय आज दशहरे के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी का विजय ध्वज अपने निवास स्थित मंदिर में पूजा अर्चना के बाद फहरा कर “हर घर राम, घर घर राम” की शुरुआत कर दी है और पूरे पश्चिम के सभी मंदिरों व धार्मिक स्थलों में विजय ध्वज फहराने कार्यकर्ताओं को निर्देशित कर संदेश दे रहे हैं कि जिस क्षेत्र से विजय होती है, वह क्षेत्र ऐसा होता है अर्थात सौरज धीरज तेहि स्थल चाका। सत्य सील दृढ़ ध्वजा पताका।

विधायक विकास उपाध्याय ने कहा, आज दशहरा के दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर माता सीता को उसकी कैद से मुक्त कराया था। ठीक उसी तरह मेरा उदेश्य मेरे क्षेत्र पश्चिम विधानसभा को सारे समस्याओं से मुक्त कराने का है और यह भगवान राम के आशीर्वाद के बगैर सम्भव नहीं हो सकता है। इसलिए भगवान राम का अनुसरण करने विजय ध्वज के साथ इसकी शुरुआत की है। विकास उपाध्याय ने इस बहाने सियासी संदेश भी देते हुए कहा,जिस क्षेत्र से उनकी विजय होती है,वह क्षेत्र पश्चिम विधानसभा जैसा होता है,लोगो के लिए एक उदाहरण भी होना चाहिए।

विकास उपाध्याय आज दशहरे के दिन फिर से एक बार संदेश दिया है कि उनसे बड़ा हिंदूवादी नेता कोई नहीं है। गौरतलब हो कि विकास उपाध्याय की छबि कांग्रेस में एक कट्टर हिंदूवादी नेता के रूप में गिनी जाती है और स्वभाव से भी वे धार्मिक प्रवृत्ति के हैं। धोती कुर्ते में अक्सर मंदिरों के दर्शन से लेकर पूजा पाठ को लेकर उनकी तस्वीर व नृत्य करते वीडियो सोशल मीडिया में लोगों को लुभाते रहते हैं,खास कर धार्मिक आयोजनों को लेकर पूरे विधानसभा में चर्चित हैं और इसे बढ़ावा देने इस तरह के धार्मिक संगठनों को मजबूती देने आवश्यकतानुसार वाद्ययंत्र से लेकर साउंड सिस्टम प्रदान करते रहते हैं।

इसी क्रम में विधायक विकास उपाध्याय आज दशहरे के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी का विजय ध्वज अपने निवास स्थित मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद मंदिर में फहरा कर “हर घर राम, घर घर राम” की शुरुआत कर दी है और पूरे पश्चिम के सभी मंदिरों व धार्मिक स्थलों में विजय ध्वज फहराने कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है जो पूरे क्षेत्र में संदेश दे रहे हैं कि जिस क्षेत्र से विजय होती है, वह क्षेत्र ऐसा होता है अर्थात सौरज धीरज तेहि स्थल चाका। सत्य सील दृढ़ ध्वजा पताका।