मोदी सरकार के किसान विरोधी बिल के खिलाफ पूरा देश एकजुट-कांग्रेस

मोदी भाजपा सदन में आंकड़ों की अकड़ में किसानों को कमजोर समझने की भूल कर रही

रायपुर/27 सितंबर 2021। केंद्र सरकार के तीन काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के भारत बंद को कांग्रेस ने समर्थन किया। पूरे प्रदेश में किसानों का समर्थन प्राप्त हुआ। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के द्वारा हम दो और हमारे दो के नीति के तहत लाई गई तीन काले कृषि कानून का सबसे पहला विरोध सदन में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जी ने किया। कांग्रेस के द्वारा सदन में किसानों, आम उपभोक्ताओं के लिए उठाई गई आवाज आज देशभर में गूंज रही है। देशभर के किसान तीन काले कानून के खिलाफ खड़े हुए और बीते 10 माह से दिल्ली की सीमा में आंदोलन कर काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। दुर्भाग्य की बात है केंद्र में बैठी मोदी भाजपा सरकार किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है और सदन में आंकड़ों की अकड़ में किसानों को कमजोर समझने की भूल कर रही है। भाजपा नेताओं को यह बात याद रखनी चाहिए कि किसान एक उंगली से मतदान कर केंद्र में बैठी सरकार बदलने की क्षमता रखते हैं। मोदी सरकार किसानों को लाठी, बंदूक और जेल की सलाखों की भय दिखाना बंद करें। हठधर्मिता त्यागे और किसानों के द्वारा की जा रही मांग को तत्काल पूरा करें। देश में जहां-जहां भी भाजपा की सरकारें हैं वहां के किसान आर्थिक रूप से तंगहाली के दौर से गुजर रहे हैं उनके उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। बिजली बिल, पानी, खाद की गंभीर समस्या है।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल तक छत्तीसगढ़ में रमन भाजपा की सरकार रही है जिन्होंने किसानों से किए वादे को पूरा नहीं किया। किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने काम नहीं किया। बीते 7 साल में मोदी सरकार है और किसान विरोधी कार्यो में लगी हुई है। वादाखिलाफी करना भाजपा का चरित्र है। चंद उद्योगपतियों के लिए समर्पित मोदी भाजपा की सरकार के नीति में किसान, मजदूर, आम उपभोक्ता का हित नहीं लिखा हुआ है। भाजपा के नेता किसानों की बात सुनने के बजाय आंदोलन में शामिल किसानों को आतंकवादी, नक्सली, टुकड़े-टुकड़े गैंग और मवाली तक बोल चुके हैं।