जगतपुर स्कूल भवन और यहां की मूलभूत सुविधाओं पर सरकार का ध्यान नहीं — डॉ.सोहनलाल पांडेय

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को पत्र लिखने पर 1995 में बना जगतपुर का शाला भवन जो हो चुका है जर्जर।

आज प्रदेश के मुखिया स्व. राजीव गांधी के कार्यों को काफी महत्व दे रहे हैं पर उन्हें के पत्र से बना शाला भवन जर्जर हो चुका।
डॉ. एस.एल पांडेय ने जगतपुर की कई समस्याओं को लेकर प्रशासन को लिखा पत्र पर प्रशासन ने नहीं ली कोई सुध।

कोरिया
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के मुखिया भूपेश बघेल पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के कार्यों से इतने प्रभावित हैं कि हर तरफ उनके नाम की योजना चलाई जा रही है और उनके द्वारा उनके समय जो भी लोगों के लिए किया था उसी क्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कुछ अच्छा करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं, पर सवाल यह उठता है की कोरिया जिले के जगतपुर में स्वर्गीय राजीव गांधी को पत्र लिखकर 1986 में अविभाजित मध्य प्रदेश के दौरान सेवानिवृत्त शिक्षक व सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर एसएल पांडेय ने शाला भवन की मांग की थी जिनके पत्र को संज्ञान में लेते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जगतपुर में शाला भवन निर्माण का आदेश दिया था, जो शाला भवन 1995 में बनकर तैयार हुआ था, आज वही शाला भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है और जो अब जीर्णोधार लायक है पर इस और ना तो किसी स्थानीय विधायक का ध्यान जा रहा है और ना जिला प्रशासन का जबकि इसके लिए पत्र भी लिखा जा चुका है ऐसा विद्यालय भवन पूरे छत्तीसगढ़ में कहीं नहीं होगा।
सेवनिवृत शिक्षक डॉक्टर एसएल पांडेय का कहना है जगतपुर गांव इस समय कई समस्याओं से जूझ रहा है, पहला विद्यालय का हाल बेहाल होना है पहाड़ी इलाका होने के कारण पेयजल की समस्या काफी थी जिस समय सिंचाई विभाग के मंत्री कोरिया कुमार के द्वारा ध्यान आकर्षित करने पर बांध बनाया गया था जिस बांध को बांधा गया था उस बांध में पानी नहीं रुकता है, हर साल बांध का गेट टूटा रहता है, नहर सफाई में 25 लाख सालाना खर्च होते हैं किसानों को फिर भी पानी नहीं मिलता है, यह ना तो जल ग्रहण समिति है ना निगरानी समिति है, मै गँवा के लोगो को कहा की इस वर्ष साल भर पानी की बारिस होगी, नदी नाले सब भर जाएंगे, कटिया फंसा कर बिजली चोरी नहीं करना पड़ेगा, डबरी तालाब नहीं खोजना पड़ेगा, जमीन बर्बाद नहीं होगी है पानी का स्तर ऊपर होगा वृक्ष हरे भरे रहेंगे इस वर्ष जुलाई-अगस्त में वृक्षारोपण नहीं हुआ सितंबर में होने के कारण सब सुख गया, इस कारण अर्थव्यवस्था पर फर्क पड़ता है, सरपंच से जानकारी लेने पर कहा सब ऊपर की गलती है, मैंने जबजब शासन वर्षा की जानकारी दी वह जानकारी एकदम सही रही, मै ग्राम पंचायत जगतपुर के ग्राम सभा में कहा था की 2019-20 में पुरे साला भर वर्षा करुगा और पुरे साला वर्षा हुई, 26 जनवरी 2014 में भी पानी बरसाता प्रमाण पत्र दिया था, 26 जनवरी 2001 में भी अच्छी बारिश हुई, सेवनिवृत शिक्षक डॉक्टर एसएल पांडेय को वर्षा के बारे में अच्छा ज्ञान है जिस वजह से वह बारिश का सही अनुमान लगा लेते है, श्री पाण्डेय का कहना है की मैं 9 वर्ष शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैकुंठपुर में उच्च श्रेणी शिक्षक के पद पर 1995 से 2005 तक कार्यरत रहा, हमारे समय शिक्षक एवं अधिकारी हमारे बारे में जानते हैं अधिकारी जहां बांध देखने गए थे वही मेरा निवास स्थान है, मै बरसात में छाता लेकर नहीं चलता क्यों की मझे बारिश का समय का ज्ञान रहता है, मैं 9 वर्ष बचपन में गंगा के रेत पर रहा हूं हमारे गुरु के ऊपर वर्षा नहीं होती है हमारी जन्मभूमि गंगा किनारे भदोही में है कुछ लोग कहते हैं कि हम ब्राह्मणों को नहीं मानते हैं रजवार एवं साहू कहते हैं कि हमारा ब्राह्मण के बिना काम नहीं चलता।