रायपुर, 27 मई 2022/ अल्फांजो आम दुनिया भर में अपने खास स्वाद के लिए जाने जाते हैं और विदेशों में भारत के एक्सपोर्ट्स में इनकी बड़ी भूमिका होती है। इस निर्यात का लाभ उठाने की पहल कोंडागांव में भी की गई है। राजागांव में 25 एकड़ बाड़ी में अल्फांजो के पेड़ लगाये गये हैं। बाजार में अल्फांजों आम प्रति किलो एक हजार रुपए तक भी बिकते हैं। इस बाड़ी में आरंभिक रूप से 20 हजार फलों के उत्पादन की संभावना है और इसके माध्यम से दस लाख रुपए वार्षिक आय होने की संभावना है। दुनिया भर में अल्फांजो की माँग काफी है और भारत में भी इसका बड़ा बाजार है। कोंडागांव में इस नवाचारी पहल के आरंभ होने से अन्य किसान भी इस दिशा में प्रेरित होंगे।
उल्लेखनीय है कि रोपण के चौथे साल से आमों का उत्पादन होगा। इन वृक्षों से प्रतिवर्ष प्रतिवृक्ष 20 फलों का उत्पादन होगा अर्थात प्रतिवर्ष 20 हजार नग आमों का उत्पादन होगा। वृक्षों की उम्र में वृद्धि के साथ उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
अतिक्रमण हटाकर भूमि का किया सदुपयोग
– 25 एकड़ की यह भूमि अवैध रूप से अतिक्रमण का शिकार रही । वन प्रबंधन समिति और वन विभाग के सामूहिक प्रयास से इस 25 एकड़ भूमि को अतिक्रमण से बचाया गया । आज इंदिरा वन मितान समूह के सदस्यों की देखरेख में यहां अल्फांसो आम और एरोमेटिक पौधों की खेती की जा रही है । वर्तमान में 25 एकड़ के क्षेत्रफल में रोपण का कार्य किया गया है। जहां फलदार पौधों के साथ मिश्रित खेती के माध्यम से आम, बांस, क्लोन नीलगिरी के साथ सुगंधित फसलों वेटीवेयर (खस), पामारोजा, लेमन ग्रास को उगाया जा रहा है।
इसके साथ यहां मिश्रित फसल के तहत् 264 बांस, 560 क्लोन नीलगिरी, 25 हजार वेटीवेयर, 25 हजार पामारोजा एवं 2 लाख 34 हजार नग लेमन ग्रास का रोपण किया गया है। उत्पादन के साथ यहां प्रति वर्ष किसानों को प्रति एकड़ के पीछे 2 लाख रुपये का मुनाफा प्राप्त होगा। कुल 25 एकड़ जमीन से 50 लाख रुपये प्रति वर्ष प्राप्त होगा ।