जिन्दल स्टील एंड पावर एमएसएमई के सहयोग से राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्धः डी.के.सरावगी
रायपुर, 29 मई 2022 – जाने-माने उद्योगपति श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) ने डीआरआई यानी स्पांज आयरन और पिग आयरन के एक बेहतरीन विकल्प के रूप में पैंथर शॉट (ग्रैनशॉट) का प्रयोग बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित करने के लिए स्टील उत्पाद निर्माताओं का आह्वान किया है। कंपनी के सीईओ (स्टील) श्री डीके सरावगी ने कहा कि जिन्दल स्टील एंड पावर एमएसएमई के सहयोग से राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है और यही वजह है कि वह पैंथर शॉट के उत्पादन पर अधिक ध्यान दे रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री वी.आर. शर्मा ने इस आयोजन के माध्यम से एक संदेश में कहा कि पैंथर शॉट में लोहे की मात्रा अधिक होने और ब्लास्ट फर्नेस में इसके समानुपातिक विकास से उत्पादों की गुणवत्ता में गुणात्मक सुधार आता है। स्टील की वस्तुओं के उत्पादकों के लिए यह एक शानदार विकल्प है।
यहां एक होटल में आयोजित पैंथर शॉट (ग्रैनशॉट) पर पहली पार्टनर मीट के लिए दिये अपने संदेश में श्री वीआर शर्मा ने सन्देश में कहा कि जेएसपी आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान देने के लिए कृतसंकल्प है और एमएसएमई को सहयोग करने के लिए सदैव तत्पर है। दूरदर्शी चेयरमैन श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व में जेएसपी अनेक ऐसे प्रयोग कर रही है, जिससे स्टील सेक्टर न सिर्फ आत्मनिर्भर होगा बल्कि अन्य देशों के विकास में भी मददगार साबित होगा।
जेएसपी के सीईओ (स्टील) श्री डीके सरावगी ने कहा कि संस्थापक चेयरमैन श्री ओपी जिन्दल जी ने सबको साथ लेकर चलने का मंत्र दिया था। उन्होंने रायगढ़ में प्लांट लगाया तो स्पांज आयरन क्षेत्र के विकास में योगदान करने के लिए अनेक उद्यमियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने प्रत्येक इच्छुक उद्यमी को टेक्नोलॉजी खुले दिल से बांटी। परस्पर सहयोग का जो पौधा उन्होंने लगाया, उसका ही नतीजा है कि छत्तीसगढ़ आज देश ही नहीं बल्कि दुनिया के स्टील व्यवसाय मानचित्र पर प्रमुखता से अपनी चमक बिखेर रहा है। उन्होंने कहा कि पैंथर शॉट का इस्तेमाल सुंदर परिणाम देगा, जिससे एमएसएमई सेक्टर को बेहतरीन उत्पाद तैयार करने की एक नई राह मिलेगी।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़, ओडिशा और अन्य राज्यों से अनेक रॉलिंग मिल, स्पांज आयरन उद्यमियों ने भाग लिया। जेएसपी के प्रेसिडेंट राजकमल श्रीवास्तव, नेशनल ब्रांड हेड रोहित लांबा, रामकिशोर जिन्दल आदि उपस्थिति उल्लेखनीय रही।