केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद किसान हताश और परेशान

रायपुर/29 मई 2022/छत्तीसगढ़ को मांग के अनुसार मोदी सरकार के द्वारा खाद की आपूर्ति नही करने पर भाजपा को आड़े हाथ लेते हुये छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद देश के किसानों को मोदी निर्मित आपदा से जूझना पड़ रहा है।किसानों को रवि फसल हो या खरीफ फसल  खेती किसानी के समय उर्वरक कीटनाशक उन्नतशील बीज के संकट से गुजरना पड़ रहा है।

मोदी सरकार की नीतियां भी किसान विरोधी ही है।मोदी सरकार किसानों से किये वादा को आठ साल में पूरा नही कर पाई।और उल्टा पुरवर्ती सरकार के समय से किसानों को मिलने वाली सुविधाओं में भी कटोती कर दी।  खरीफ सीजन 2022 के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा  13.70 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक की मांग की गई जिसे स्वीकृत होने के बाद भी सप्लाई नही की जा रही है।अब तक आपूर्ति 2.5 लाख मीट्रिक से भी कम है। आने वाले 10-15 दिनों में खरीफ की बुवाई और थरहा देने का कार्य आरंभ हो जाएगा। जिसके लिए सभी किसानों को उर्वरक की आवश्यकता होगी।

कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि प्रदेश में किसानों के हितैषी बनने वाले भाजपा के नेता और सांसद मोदी सरकार के सामने छत्तीसगढ़ के किसानों के हित की बात कभी नहीं रखें छत्तीसगढ़ में किसानों के नाम से राजनीति  तो करते हैं पर जब किसानों के विषय मे मोदी सरकार के सामने बात रखने की बारी आती है तब वो मौन रहते है।  वर्ष 2022-23 के बजट में भी खाद पर दी जाने वाली सब्सिडी में केंद्र की मोदी सरकार ने 35 हजार करोड़ की कटौती की थी। खाद्य सब्सिडी और मनरेगा जैसे लोक कल्याणकारी योजनाओं के बजट में प्रत्येक वर्ष लगभग 25 से 35 प्रतिशत की कटौती की जा रही है लेकिन भाजपा नेता मोदी सरकार के द्वारा लगातार किए जाने वाले उक्त कटौती का आधार पूछने का साहस नहीं जुटा पाए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार रासायनिक खाद की सप्लाई बाधित कर रही हैं, दूसरी ओर भाजपा नेता  करके वर्मी कंपोस्ट और जैविक खेती के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं। 15 साल सरकार में रहने के दौरान बोनस के नाम पर ठगने वाले भाजपाई अब ₹2500 देने पर मोदी सरकार की आपत्ति पर मौन रहने की क्या मजबूरी है? जब-जब केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ के हक और अधिकार के खिलाफ फैसले लिए जाते हैं छत्तीसगढ़ के भारतीय जनता पार्टी के नेता दलीय चाटुकारिता के चलते हैं मौन धारण कर लेते हैं। खाद की उपलब्धता और नियमित सप्लाई के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के सांसद लगातार प्रयासरत हैं लेकिन केंद्र में छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि के रूप में चुने गए भाजपा के सांसद अपनी जिम्मेदारी निभाने पूरी तरह से नाकारे साबित हुए हैं।