कोरिया 31 मई 2022/ राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना जिले के विकासखण्ड खड़गवां के ग्राम देवाडाण्ड के लालबहादुर के लिए कठिन समय का सहारा बनी है। लालबहादुर बताते हैं कि मेरी माता का स्वास्थ्य ठीक नहीं था, आर्थिक तंगी के चलते इलाज करवाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
खेती बाड़ी भी नही है जिसके सहारे मदद मिलती, ऐसे समय मे शासन की यह योजना मेरे लिए किसी वरदान से कम नहीं थी, योजना के माध्यम से उन्हें तीन क़िस्त में कुल 6000 रुपये की राशि मिली जिससे माता के इलाज एवं दवाईयों का खर्च निकल गया और आज उनके स्वास्थ्य में सुधार आया है। इस योजना के लिए वे शासन का धन्यवाद करते हैं कि शासन ने उनकी तरह के भूमिहीन कृषि मजदूरों की भी फिक्र की है।
इसी गांव के ही होरेलाल को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत राशि मिली है जिसका उपयोग उन्होंने अपने किराना दुकान के काम को बढ़ाने में लगाया है। होरेलाल ने बताया कि हम जैसे भूमिहीनों के लिए शासन की यह योजना हितकारी है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत गढ़तर के रामप्रताप को भी योजना का लाभ मिला और उन्होंने राशि का उपयोग अपने परिवार की घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति करने में किया है।
उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा निरंतर कृषक वर्ग, श्रमिक, वनवासी परिवारों सभी के हित के लिए योजनाएं चलाई जा रही है। इसी कड़ी में प्रदेश के भूमिहीन श्रमिकों, पौनी पसारी व्यवसाय से जुड़े परिवारों को लाभ देने के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का प्रारंभ की गई है जिसके अंतर्गत भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों को आर्थिक मदद प्रदान कर उनके स्थिति को सुदृढ़ करने का कार्य किया जा रहा है।
साथ ही अब प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्र और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में मौजूद देवगुड़ी, पुराने देवस्थलों और मंदिर के पुजारियों, मांझी, बैगा, गुनिया और हाट पाहार्य और बाजा मोहरिया को भी राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत पात्रता दी गयी है।