बलौदाबाजार(अर्जुनी) – अंबुजा सीमेंट संयंत्र रवान के ग्राम पंचायत करमनडी मल्दी माईस के गेट के सामने ग्रामीण नौकरी के लिए एक सूत्री मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है 15 वर्ष पूर्व ग्रामीणों को निजी सिमेंट कंपनी द्वारा दलालो के माध्यम से प्रलोभन देकर कम किमत मे भोले भाले ग्रामीण से उनकी कृषि भूमि खरीदारी ली पर आज तक एक भी कृषक को संयंत्र में नौकरी नहीं दी जिसके कारण ग्राम के अधिकाश ग्रामिण पलायन करने विवस है।
मामला जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत करमनडीह का है। जहां ग्रामीण नौकरी की मांग को लेकर मौन हड़ताल पर बैठने से प्रकाश में आया है। जिले के सबसे पुराने अंबुजा सीमेंट संयंत्र के गोद ग्राम करमनडीह के ग्रामीण संयंत्र के वादाफिलाफी पर प्रशासन से अनुमति लेकर मल्दी- मोपर माईस के पास करीब 70 से 100 ग्रामीण तपती धूप मे टेंट लगाकर रोगजार के मांग को लेकर मौनरूप से प्रदर्शन कर रहे है।
वहीं प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने कहा की जब तक हमारी रोजगार की मांग पूरी नहीं होगी तब तक प्रदर्शन करते रहेगें। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों आगे कहा की अगर संयंत्र द्वारा हमारी जायज रोजगार की मांग नहीं मानी तो जिस दिन मुख्यमंत्री जिले मे आयेगें उनके समक्ष अपनी पिड़ा रखेगें। ग्रामीणों का कहना है की मालीकराम टण्डन ग्रामीण गोद ग्राम के ग्रामीण हम लोग यहां 1 जून से रोजगार की मांग को लेकर मौन हड़ताल पर बैठे है। पर कोतवाली पुलिस के अलावा कोई प्रशान के उच्चाधिकारी य संयंत्र प्रबंधन की ओर से कोई नहीं अये है जब तक हम लोगो को रोजगार नहीं मिलेगा तब तक हड़ताल चालू रहेगा।
-मोहन खुटे ग्रामीण ने कहा कि गांव की की हमारी जीव को पर्जन कृषि भूमि जो लगभग 500 एकड़ जमीन को अंबुजा संयंत्र दलालों के माध्यम से प्रलोभन देकर 15 वर्ष पूर्व कम किमत में खरीदे है। आज गांव मे किसी प्रकार की रोजगार का साधन नहीं है। जिसकारण से ग्राम के 85 प्रतिशत जनता पलायन में चले जाते है। जिसके कारण से हमारे बच्चों को सही शिक्षा भी नहीं मिल पा रही हैं। संयंत्र द्वारा निधारित
द्वारिका प्रसाद बंजारे ग्रामीण ने कहाना हैं कि मानको से अधिक हैवी ब्लास्ट किया जा रहा है। जिससे गांव के प्राथमिक स्कूलसहित अनेक ग्रामीणों के घरों मे दरारे आ रही है। संयंत्र द्वारा शासन प्रसाशन को अंधेरे मे रख हैवी ब्लाट किया जा रहा जिस पर रोक लगाना अतिआवश्यक है। राजेश घृतलहरे ग्रामीण ने कहा कि गाँव में जलस्त्रोत लगातार गिरता जा रहा है। जिसका पुरा जिम्मेदार अंबुजा सीमेंट संयंत्र है संयंत्र का माईन्स
गांव से महज 200 मिटर पर स्थित है। जिसके ब्लास्ट से कभी कभी पत्थर गांव में आकर गिरते है। गांव में आने वाले दिनों में पानी की और तकलीफ होगी। वही संयंत्र द्वारा गांव को गोद लिया गया हैं किन्तु गोद लेने के बाद संयंत्र अपनी जिम्मेवारी से पुरीतरह से भूल चुकी हैं यूपी बिहार बाहर के लोगों को सीमेंट संयंत्र में नियोजित किया जा रहा है
दिलीप खुटें उपसरपंच ग्राम करमनडीह कहना है की आज तहसील कार्यलय मे संयंत्र प्रबंधन और हम ग्रामीणों के मध्य रोजगार पर चर्चा हुई पर संयंत्र अपरे वायदे से मुकर गयी । 15 वर्ष पूर्व जमीन खरीदते वक्त एक एकड़ के पिछे खातेदार के एक सदस्य को नौकरी देने का मौखिकरूप से समझौता हुआ था पर संयंत्र वायदे से मुकर रहा है।
क्या कहते है ,जिम्मेदार
अबुजा सीमेंट संयंत्र प्रबंधन का कहना है की ग्रामीण के बात चल रही है इनकी मांगों का संयोजन लिया जा रहा है
अजय सिंह रखवाल(संयत्र प्रबन्धक)