रायपुर, 05 जून 2022/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कांकेर में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बस्तर में आपके बेहतर कार्यों और प्रयासों से लोग मुख्य धारा से जुड़ने लगे हैं, कर्मचारियों में भी भय का माहौल कम हुआ है। लोगों को रोजगारमूलक कार्यों से जोड़ने के कारण अब क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों में कमी आई है और अच्छी शिक्षा व्यवस्था से यहां के बच्चे भी मेरिट में अपना स्थान बना रहे हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बघेल अपने भेंट मुलाकात अभियान के दौरान विधानसभावार अधिकारियों एवँ कर्मचारियों के कार्यों की समीक्षा कर शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ले रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री बघेल ने आज कांकेर विधानसभा में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने जल संसाधन विभाग, नरवा विकास कार्यक्रम, हाट बाज़ार क्लिनिक, नल जल मिशन की प्रगति एवँ जिले में हो रहे रोजगारमूलक कार्यों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने नरवा विकास के सम्बंध में कोरर और चारामा क्षेत्र फ़ेस वन में हुए कार्यों की तथा वन, राजस्व और जल संसाधन विभाग के सर्वे के आधार पर भू-जल स्तर में हुई वृद्धि की भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नाला प्रोजेक्ट में साइंटिफिक तरीक़े से कार्य करने के लिए निर्देशित किया, जिससे जंगलों में हरियाली बढ़ेगी और जल स्तर में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नरवा विकास के कार्य बेहतर हुए हैं, गुणवत्ता में बिना किसी समझौता के साथ ही डिसिलटिंग के कार्य को भी प्राथमिकता दें। नल-जल मिशन में उपयोग में आने वाली सामग्री की गुणवत्ता से समझौता नहीं करने के साथ ही उन्होंने अधिकारियों को योजना के सतत निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शासन की योजनाओं और सिस्टम में हुये सुधार के कारण अब दूसरे प्रदेश के लोग भी यहां की योजनाओं का लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस और राजस्व के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इस बात की तस्दीक करें कि शासन की योजनाओं का लाभ वास्तविक निवासियों को ही मिले, साथ ही अन्य प्रदेशों से आने वालों की पूरी जानकारी भी अपडेट रखें। उन्होंने कहा कि पंखाजुर में राशन कार्ड की समस्या का निराकरण करने की आवश्यकता है। साथ ही सिस्टम को बेहतर करने के लिए निरन्तर बेहतर प्रयास करने की भी जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र अतिसंवेदनशील क्षेत्र है, जिसमें विशेष रूप से कार्य करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को वनों में आम, जामुन, अमरूद, कटहल, आंवला, सीताफल जैसे फलदार पौधे लगाने की बात कही। फलदार पौधों से वन्यजीवों को भोजन मिलेगा, जिससे जैव विविधता में वृद्धि होगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, अंतागढ़ विधायक श्री अनूप नाग, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी और मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन भी उपस्थित थे।