बढ़ती महंगाई के लिए मोदी भाजपा की सरकार की गलत नीतियाँ और मुनाफाखोरी जिम्मेदार : मोहन मरकाम

रायपुर/21 अक्टूबर 2021। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने देश में बढ़ती महंगाई के लिए मोदी भाजपा की सरकार की गलत नीतियों और मुनाफाखोरी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मोदी भाजपा पर तंज कसते हुए पूछा कि जब प्रधानमंत्री बने उसके कुछ दिनों बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के दामों में आई भारी गिरावट को मोदी जी अपने किस्मत का नतीजा बताते थे अब किसकी किस्मत खराब है? जो बिना कारण महंगाई की मार जनता को झेलना पड़ रहा है? मोदी भाजपा के कथनी और करनी में अंतर है मोदी सरकार के बीते 7 साल के कार्यकाल में आम जनता रोजी मजदूरी करने वाले कामकाजी महिलाएं, छोटे फुटकर व्यवसायी प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले रिक्शा चालक, दिहाड़ी मजदूरों की आय घटी है, नौकरियां छुटी है, व्यापार-व्यवसाय बंद हुए लेकिन मंहगाई मोदी जी के जुमलों की तरह रोज बढ़ रही है।

यूपीए सरकार के समय रसोई गैस 350 रू. प्रति सिलेंडर था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल की कीमत वर्तमान समय के मुकाबले दोहरी कीमत पर था तभी देश में पेट्रोल-डीजल 60 रू. से 72 रु. लीटर में मिलता था, तब भाजपा के नेता उसे महंगाई डायन बताकर विरोध करते थे। लोकसभा चुनाव के दौरान बड़े-बड़े मंचों से मोदी भाजपा ने देश की जनता को सरकार बनने पर 100 दिनों में महंगाई खत्म करने का वादा किए थे। अच्छे दिन आने के सपने दिखाए थे। आज यह हालात है महंगाई की आवाज उठाने वाले जनता की आवाज को अनसुना किया जा रहा है। रसोई गैस के दाम 1000 रु प्रति सिलेंडर हो चुके है। पेट्रोल-डीजल के दाम 102 रू. से 103 रू. लीटर है और इसका कारण मोदी भाजपा प्रायोजित महंगाई है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि देश में हर रोज महंगाई अपनी चरम सीमा को पार कर रही है। आम आदमी की आर्थिक स्थिति महंगाई के कारण खराब होते जा रही है। केंद्र की सरकार महंगाई को कम करने के लिए कदम नहीं उठा रही है। मोदी विकास की बातें करती है लेकिन विकास के नाम से आवश्यक वस्तुओं की कीमतें है। आम आदमी का विकास नहीं हो रहा है। मोदी बताएं कि ये कैसा देश का विकास है? खाने का तेल आज 60 रूपयें से बढ़कर 200 रूपयें लीटर हो गया है। आलू-प्याज़ 10 रू. से बढ़कर 40 से 50 रूपयें खरीदने के लिए जनता मजबूर है। भाजपा और मोदी के नारे बहुत हुई महँगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार देश की जनता को मुंहचिढ़ा रही है।