इधर-उधर की छोड़िये, रमन सिंह आय से अधिक संपत्ति मामले में मेरे साथ चलिए : याचिकाकर्ता विनोद तिवारी

रायपुर, 26 जुलाई, 2022: छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के डायरेक्टर विनोद तिवारी जो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति मामले में याचिकाकर्ता भी हैं, ने आज रमन सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि डॉ रमन सिंह, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से कह रहे हैं कि “इधर उधर की बात छोड़िये, ईडी से जांच के लिए समय मांगिए”, वो चलने को तैयार हैं ।

विनोद तिवारी ने कहा कि अब जब डॉ रमन सिंह स्वयं ही चलने तैयार हैं तो, मैं एक याचिकाकर्ता की हैसियत से, डॉ रमन सिंह से समय मांग रहा हूँ ताकि वो मेरे साथ ईडी, सीबीआई और ईओडब्लू के कार्यालय चल सकें। चूँकि बिलासपुर उच्च न्यायालय ने रमन सिंह के खिलाफ मेरी याचिका को स्वीकारते हुए, 11 अप्रैल 2022 को रमन सिंह, ईडी और सीबीआई को नोटिस भेजा था और छह हफ़्तों में जवाब माँगा था। लेकिन अब तक न तो सीबीआई ने कोई कार्यवाही की और न ही ईडी ने। इसलिए अब अगर रमन सिंह स्वयं कह रहे हैं कि वो चलने तैयार हैं तो मुझे समय बता दें, मैं उनके साथ चलने तैयार हूँ।

विनोद तिवारी ने कहा कि उच्च न्यायालय ने प्रथम दृष्टया आय से अधिक मामले की गंभीरता और प्रस्तुत तथ्यों और प्रमाणों के आंकलन करने के बाद ही डॉ रमन सिंह, ईडी और सीबीआई को नोटिस भेजा था। किन्तु छह हफ़्तों के बाद भी कोई कार्यवाही न होना यह दर्शाता है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां केवल कठपुतली बनकर केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है और संविधान और न्यायिक व्यवस्था का मखौल उड़ा रही है।

विनोद तिवारी ने बताया कि डॉ रमन सिंह और अभिषेक उर्फ़ अभिषाक सिंह ने करोड़ों संपत्ति गैर क़ानूनी तरीके से अर्जित की है। रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह, अभिषाक सिंह के रूप में दोहरी पहचान रखते हैं। इस पहचान के जरिए उन्होंने तीन कंपनियां बनाई हैं और कई करोड़ रुपये का निवेश कर भ्रष्टाचार कर काली कमाई को कैसे ठिकाने लगाया और कैसे भारतीय कानूनों का उल्लंघन कर कंपनियों में शेयरों को ख़रीदा बेचा और विदेशी मुद्रा भंडार बनाया

इसका सारा लेखा जोखा ईडी और सीबीआई के पास है लेकिन केवल केंद्र सरकार के दबाव के चलते ये एजेंसियां छत्तीसगढ़ी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह और उनके परिवार के सदस्यों को हाथ नहीं लगा पा रही है। जबकि इनके द्वारा निर्वाचन में गलत शपथ पत्र प्रस्तुत किया गया है, अगर रमन सिंह में हिम्मत है तो वो मेरे साथ ईडी के दफ्तर चलें और मेरी शिकायत पर जवाब मांग कर दिखाएं।