रायपुर/06 अगस्त 2022। कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार ने तिरंगा राष्ट्रध्वज निर्माण के लिये पॉलिएस्टर के उपयोग की छूट देकर देशभर की महिलाओं के रोजगार को छीनने का काम किया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि खादी से तिरंगा बनाने पर लाखों लोगों की आजीविका टिकी है और इसमें ज्यादातर महिलाएं हैं। लेकिन भाजपा सरकार ने चीन से आयातित पॉलिएस्टर से तिरंगा बनाने का नियम पास करके इन दशकों से तिरंगा बना रहे इन लोगों की आजीविका पर चोट की है।
तिरंगा हमारे देश की आन-बान और शान का प्रतीक है। घर-घर में, हर हिंदुस्तानी के दिल में तिरंगे के प्रति मान का भाव है। स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर आज तक लाखों लोगों ने तिरंगे के लिए बलिदान दिया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में हर भारतीय भाजपा सरकार से कुछ सवाल पूछ रही है। भाजपा में साहस हो तो देश की जनता के इन सवालों का जवाब दें-
- क्या भाजपा सरकार तिरंगे को अशुभ कहने वाले संगठन आरएसएस की निंदा करेगी?
- क्या आरएसएस से सवाल पूछा जाएगा कि उसने अपने मुख्यालय पर 52 वर्षों तक तिरंगा क्यों नहीं फहराया?
- खादी से राष्ट्रीय ध्वज बनाने वालों की आजीविका नष्ट क्यों की जा रही है?
- चीन से मशीन निर्मित, पॉलिएस्टर झंडे के आयात की अनुमति भाजपा सरकार ने क्यों दी?
- देश के लाखों स्व सहायता समूह जिनके द्वारा निर्मित खादी का तिरंगा देश भर में फहराया जाता था उनकी आजीविका के बारे में भाजपा के पास क्या योजना है?
- भाजपा के पितृ संगठन आरएसएस के मूलस्वरूप हिन्दू महासभा का गठन 1925 में हुआ, देश आजाद 1947 में हुआ इन 22 सालों तक भारत के आजादी की लड़ाई में हिन्दू महासभा का क्या योगदान था? 1947 में जब देश आजाद हुआ तब दीनदयाल उपाध्याय 32 वर्ष के परिपक्व नौजवान थे देश की आजादी की लड़ाई में उनका क्या योगदान था? कितनी बार जेल गये?
- 1942 में कांग्रेस महात्मा गांधी की अगुवाई में भारत छोड़ो आंदोलन चला रही थी तब भाजपा के पितृ पुरुष श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंग्रेजी हूकूमत को सलाह दे रहे थे कि भारत छोड़ो आंदोलन को क्रूरतापूर्वक दमन किया जाना चाहिये। भाजपा अपने पितृ पुरुष से कितना सहमत है।
- तिरंगे के प्रति सम्मान का आडंबर कर रही भाजपा के आदर्श गोलवलकर ने अपनी पुस्तक बंच ऑफ थॉट्स में तिरंगा को राष्ट्रीय ध्वज मानने से ही मना कर दिया था। भाजपा गोलवलकर की निंदा करेगी?