जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के प्राधिकृत अधिकारी शंकर ध्रुवा ने किया पदभार ग्रहण

जगदलपुर 17 अगस्त 2022 (हिम्मत चौहान):  जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के नवनियुक्त प्राधिकृत अधिकारी शंकर ध्रुवा ने पदभार ग्रहण किया। बुधवार 17 अगस्त को शहीद वीर नारायण सभागार में समारोह में प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज ने शपथ ग्रहण की विधि पूरी करवाई।

इस अवसर पर संसदीय सचिव रेखचंद जैन, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, वनोपज सहकारी समिति के कांकेर जिलाध्यक्ष नितिन पोटाई, जगदलपुर महापौर श्रीमती सफीरा साहू सहित जनप्रतिनिधि एवं किसान उपस्थित थे।

शंकर धु्रवा ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा उन्हें सहकारिता के क्षेत्र में कार्य करने का एक अवसर प्रदान किया है। इसी कड़ी में आज वे जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के प्राधिकृत अधिकारी के तौर पर शपथ ग्रहण कर रहे हैं उन्होंने कहा कि बस्तर में 1949 से यह बैंक निरंतर किसानों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है

वर्तमान में 46 बैंक शाखा और 258 सहकारी समितियां संचालित हैं। विशाल भू-भाग में फैले बस्तर के जनता की मांग पर 16 नई बैंक शाखाओं की घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा की गई है, जिसका संचालन शीघ्र ही किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि वे किसानों को सुगमतापूर्वक खाद, बीज और दवा उपलब्ध कराते हुए किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के किसान हितैषी निणयों के कारण किसानों मंे खुशी है।

इस अवसर पर प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि शंकर ध्रुवा स्वयं किसान हैं तथा वे परिश्रमी एवं इमानदार हैं। शंकर ध्रुवा की शिक्षा-दीक्षा अंचल के किसानों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसान, वनोपज संग्राहक, भूमिहीन मजदूरों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

इस सरकार ने कार्यभार ग्रहण करने के महज दो घंटे के भीतर किसानों के कर्जमाफी का निर्णय लिया, जो अन्य किसी सरकार ने नहीं किया है।

सांसद दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार किसानों की सरकार है। इस सरकार द्वारा किसानों को निरंतर उनकी उपज का अधिक मूल्य प्रदान किया गया है। यह कार्य कोरोना जैसी विपरित परिस्थितियों में भी लगातार किया गया। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों की जेब में निरंतर पैसे डालने का ही परिणाम है कि यहां मंदी जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।

किसानों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए गए कार्यों का ही परिणाम है कि यहां किसानों द्वारा कोई आंदोलन नहीं किया गया।

संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि किसानों को जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के माध्यम से किसानी के लिए ऋण प्राप्त करना आसान होता है। उन्होंने कहा कि किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए बस्तर में 80 नए धान खरीदी केन्द्र प्रारंभ किए गए, वहीं किसानांे की मांग पर 16 नए बैंक शाखाएं भी प्रारंभ की जा रही हैं। इस अवसर पर बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर स्व सहायता समूह और किसानों को विभिन्न योजनाओं के तहत राशि का चेक प्रदाय किया गया। इनमें तोकापाल विकासखण्ड के बेड़ागुड़ा की नई राह महिला स्वसहायता समूह को लिंकेज का दो लाख रुपए, बुरुंगपाल की दुर्गा महिला स्वसहायता समूह को ढाई लाख रुपए, कुरंदी के किसान गोवर्धन को मछली पालन के लिए 2 लाख 20 हजार रुपए का ऋण और कुरंदी के ही साधुराम को भी 2 लाख 20 हजार रुपए का ऋण प्रदान किया गया।