भाजपा भूपेश सरकार के साथ मोदी सरकार के वायदों को भी पूछे हकीकत पता चल जायेगा- मोहन मरकाम

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी द्वारा ‘जो वायदा किया था वो पूरा हुआ क्या’ कार्यक्रम की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बेशक राज्य की जनता से जाकर पूछे कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के वायदों को पूरा किया है या नहीं? जनता भाजपा को उसके सवालों का जवाब दे देगी। भाजपा राज्य की जनता से पूछने के बजाय यदि भाजपा के ही नेताओं और कार्यकर्ताओं से पूछ लेगी तो उसे समझ आ जायेगा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जिन वायदों को किया था वे पूरे हो गये है, शेष पर कार्ययोजना बन गयी है।

भाजपा छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के वायदों के संबंध में जब जनता से पूछने जाये तब केंद्र की मोदी सरकार के वायदों के बारे में भी जनता से पूछ लेंगे तो पता चल जायेगा मोदी सरकार ने कितना वायदा पूरा किया, भूपेश बघेल सरकार ने कितना वायदा पूरा किया। भाजपा में साहस हो तो जनता से पूछ ले कि अच्छे दिन आये या नहीं, जनता बता देगी हकीकत क्या है? बहुत हुई महंगाई की मार के बारे में भी भाजपाई एक बार जनता से पूछ ले, 2 करोड़ रोजगार और 15 लाख रूपयें हर के खाते में आने के वायदों के बारे में भी जनता से पूछ लें पता चल जायेगा वायदा किसने नहीं पूरा किया?

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने अपने हर वायदे को पूरा करने को प्रतिबद्ध है। कर्जमाफी का वायदा, 2500 में धान खरीदी का वायदा, राजीव गांधी किसान न्याय योजना की किश्त भाजपा के वे सभी छोटे-बड़े किसानी करने वाले नेता ले रहे हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के 36 में से 25 वायदों को पूरा किया है। कर्जमाफी, 2500 में धान खरीदी के साथ सिंचाई कर माफ किया। भाजपा सरकार द्वारा बंद किये गये छोटे भूखंडों की रजिस्ट्री शुरू करवाया गया, जमीनों की गाईड लाईन में तीस प्रतिशत की कमी की गई, बस्तर में आदिवासियों की अधिग्रहित की गयी जमीनों को वापस किया गया, तेंदूपत्ता संग्राहकों का मानदेय 2500 से बढ़ाकर 4000 रू. किया गया, 4.5 लाख से अधिक वन अधिकार पट्टों को पुनरक्षित करने की प्रक्रिया शुरू किया गया। 52 से अधिक लघु वनोपजो की खरीदी शुरू की गयी, 400 यूनिट तक के बिजली बिल आधा किया गया, युवाओं के लिये सरकारी नौकरी के द्वारा खोले गये। कांग्रेस की सरकार ने अपने शुरूआती तीन साल से कम समय में दो तिहाई से अधिक वायदों को पूरा कर दिया है आने वाले दो साल में शेष वायदें भी पूरा होंगे।