रायपुर/ 5 दिसंबर 2022/ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में 35 से 40 प्रतिशत की गिरावट आई है लेकिन देश के भीतर आज भी जनता 30 से 40 प्रतिशत महंगे दरों पर पेट्रोल डीजल खरीदने मजबूर है मोदी सरकार को अपनी मुनाफाखोरी की हठधर्मिता को छोड़कर महंगाई से पीड़ित जनता को राहत देने तत्काल पेट्रोल और डीजल के दामों में 30 से 40 प्रतिशत की कमी करनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पेट्रोल डीजल के बहाने जनता की जेब से 27लाख करोड़ रुपए निकालने के बाद भी मोदी सरकार की मुनाफाखोरी की भूख नहीं मिटी है आज भी पेट्रोल डीजल से जनता के जेब में डाँका डाला जा रहा है।पेट्रोल डीजल की महंगाई के लिए पूर्व सरकार को और अंतरराष्ट्रीय बाजार को जिम्मेदार ठहराने वाली मोदी सरकार अब जनता की नजरों में गिर चुकी हैं।जनता को पता चल गया कि मोदी सरकार अपनी मुनाफाखोरी बन्द नही करना चाहती इसलिए जनता को महंगाई से राहत नहीं दे रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के दामों में तेजी का बहाना कर आम जनता की जेब से 27करोड़ रुपए निकालने वाली मोदी सरकार का चरित्र पर्दाफाश हो गया है असल में अंतरराष्ट्रीय बाजार से ज्यादा मोदी सरकार की नीतियों के चलते जनता को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है जब क्रूड ऑयल के दाम ऊपर चढ़ते हैं तब पेट्रोल डीजल के दाम को बढ़ाकर जनता के खर्च को बढ़ाया जाता है लेकिन क्रूड ऑयल के दाम कम होते हैं तब देश में पेट्रोल डीजल के दामों में किसी प्रकार की रियायत नहीं दी जाती है बल्कि पेट्रोलियम कंपनियों को घाटा होने का बहाना कर जनता की जेब से लूट मार जारी रखा जाता है।
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान पेट्रोल पर 9.48 रू और डीजल पर 3.54 रू एक्साइज ड्यूटी लिया जाता रहा है जिसे बढ़ाकर मोदी सरकार ने पेट्रोल पर 33 रू और डीजल पर 32 रू एक्साइज ड्यूटी के साथ अलग से शेष लेने का काम किया है डीजल पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर 15 रू कम कर मोदी भाजपा की सरकार एक्साइज ड्यूटी घटाने का दम भर रही है जबकि एक्साइज ड्यूटी बढ़ाया भी मोदी भाजपा की सरकार ने था।
आज भी मनमोहन सरकार के दौरान लिए जाने वाले एक्साइज ड्यूटी से मोदी सरकार की एक्साइज ड्यूटी 3 गुना ज्यादा है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के कीमत में 30 से 40 प्रतिशत की गिरावट आई है ऐसे में स्पष्ट समझ में आता है कि मोदी सरकार के मुनाफाखोरी का दुष्परिणाम गरीब जनता को उठाना पड़ा है भाजपा नेता राज्य सरकार पर झूठे आरोप लगाकर मोदी की मुनाफाखोरी और नाकामी को पर्दा नहीं कर सकते।