बलौदाबाजार /सरसींवा,सोनाखान – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सपनों के अनरूप महान शहीद वीर नारायण सिंह के जन्म एवं कर्मस्थली सोनाखान को पूरे देश में पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करनें के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा उनके स्मृति में भव्य ओपन एयर म्यूज़ियम का निर्माण किया गया है। जिसका शुभारंभ कल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करकमलों से होगा। इसके साथ ही बलौदाबाजार -भाटापारा टूरिज़्म सर्किट का भी शुभारंभ करैंगे।
सोनाखान के कुरुपाठ के जंगलों में प्रकृति के बीच इस कलाकृति को आकार दिया गया है। यह प्रदेश में अपनी तरह का पहला ऐसा म्यूज़ियम है। जहा ऑडियो- विसुअल सेटअप और एक विशेष धातु कॉर्टेन स्टील के माध्यम से शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी को प्रदर्शित किया जाएगा। शहीद वीरनारायण सिंह की गौरव गाथा को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष तरह के कॉर्टेन स्टील का प्रयोग किया गया है।
कॉर्टेन स्टील एक तरह का ऐसा मेटल है, जिसमें पहले से जंक की एक परत लगी हुई होती है। खास बात यह है कि यह मेटल प्रकृति को हानि नहीं पहुँचाएगी। हरियाली के बीच इसकी सुंदरता देखते ही बन पड़ती है। कॉर्टेन स्टील के बनें लम्बे और सुंदर पैनल्स पर शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी उकेरी गई है। जिसकी भव्यता दिन के साथ ही रात में भी देखी जा सकती है। लाइट के अद्भुत सेटअप इसे खास और अलग बनाते हैं।
सभी पैनल एक ऑडियो सेटअप के साथ जहां सोनाखान के पराक्रमी शहीद वीर नारायण सिंह की जन्म से लेकर क्रांति और बलिदान को सुना जा सकता है। यह ऑडियो हिंदी, अंग्रेज़ी और छत्तीसगढ़ी भाषा में उपलब्ध है। पर्यटक अपनी पसंद मुताबिक ऑडियो की भाषा तय कर सकता है। देश में कॉर्टेन स्टील का उपयोग विभिन्न महान परियोजनाओं में कलाकृतियां बनाने के लिए किया जा चुका है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, बिहार म्यूज़ियम और कई देशों के प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट में इसका उपयोग किया गया है।
इस नवाचार से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और जिले के लोगों को रोज़गार की प्राप्ति भी होगी वर्तमान में यहां पार्किंग और प्रवेश शुल्क लेने के लिए टीम गठित की गई है, जो पर्यटन प्रबन्धन के लिए आवश्यक है। इसके साथ ही इस पर्यटन क्षेत्र में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा खाने-पीने की व्यवस्था के लिए कैंटीन की भी शुरुआत की जाएगी।
कलेक्टर श्री रजत बंसल ने बताया कि इस नवाचार के माध्यम से छत्तीसगढ़ के वीर सपूत की गाथा को जन-जन तक पहुँचाया जाएगा। शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनगाथा को अमर बनाने,लोगों को पर्यटन के प्रति प्रोत्साहित करने और नवाचार के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गई है। भविष्य में भी ऐसे विभिन्न नवाचारों के माध्यम से प्रदेश के इतिहास,संस्कृति और कला को प्रदर्शित के लोगों को रोजगार देने की नीतियों पर कार्य किया जाएगा।