कलेक्टर ध्रुव ने जल जीवन मिशन के कार्यों का किया मुआयना

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भारतपुर 26 दिसम्बर 2022/ मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर कलेक्टर श्री पी. एस. ध्रुव ने ग्राम बरबसपुर में जल जीवन मिशन अंतर्गत निर्माणाधीन उच्च स्तरीय पेयजल टंकी का मुआयना किया। निर्माणाधीन टंकी की क्षमता 65 किलोलीटर तथा ऊचाई 12 मीटर है।

कलेक्टर इसके पश्चात् ग्राम सेमरा में निर्माणाधीन 40 किलोलीटर क्षमता वाली उच्च स्तरीय टंकी का मुआयना किया। इस टंकी की ऊचाई 15 मीटर है। कलेक्टर ने निर्माण कार्य में गुणवत्त का विशेष रूप से ध्यान रखने तथा स्थानीय श्रमिकों को इस कार्य में रखे जाने के निर्देश संबंधित एजेंसी को दिए।

कलेक्टर श्री ध्रुव ने ग्राम उजियारपुर में सोलर आधारित नलजल योजना के बारे में ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने श्री रिंकू सिंह के घर में लगे नल कनेक्शन का भी अवलोकन किया। उन्होंने श्रीमति मानमति से जानना चाहा कि शासन की इस योजना का उनके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा है। महिलाओं का कहना था कि अब उन्हें घर बैठे शुद्ध पेयजल मिलने लगा है।

पेयजल के लिए उन्हें अब दूर जाने की जरूरत नहीं रह गई है, जिसके चलते समय व श्रम की बचत हो रही है जिससे वह अपने परिवार एवं दैनिक कार्यों के लिये अधिक समय दे पाती है। इस मौके पर कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांग पर बिगड़े हैण्डपंप की मरम्मत कराने तथा बस्ती से दूर बसे ग्रामीण श्री भैयालाल के घर में भी नल कनेक्शन लगवाने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के अधिकारियों को दिए।

ग्राम सेमरा में कलेक्टर ने नवा बिहान आजीविका महिला संकुल संगठन की महिलाओं से मुलाकात की। उन्होंने महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा आयमूलक गतिविधियों शुरू कर आर्थिक रूप से स्वावलंबी होने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर श्री ध्रुव ने समूह की महिलाओं से चर्चा के दौरान उन्हें राजनांदगाँव जिले में माँ बम्लेश्वरी महिला स्व सहायता समूह के सामाजिक सरोकार और स्वावलंबन की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

कलेक्टर ने बताया कि महिलाओं को समूह के माध्यम से जोड़ने तथा उनमें आत्मविश्वास एवं स्वावलंबन की भावना जागृत करने में माँ बम्लेश्वरी स्व सहायता समूह फेडरेशन की अध्यक्ष श्रीमती फुलबासन यादन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके चलते भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मश्री सम्मान से विभूषित किया गया है। कलेक्टर ने कहा कि महिलाएं संकल्प कर लें तो कोई भी कार्य उनके लिए असंभव नहीं है। एक शिक्षित महिला पूरे परिवार को शिक्षित करने की योग्यता रखती है।