गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन में नोडल अधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण – सीइओ

बैकुण्ठपुर/एमसीबी दिनांक 29/12/22 – एमसीबी मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ के जनपद सभागार में जिले के अंतर्गत आने वाले गौठानों के नोडल अधिकारियों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। जिला पंचायत सीइओ श्रीमती नम्रता जैन ने जिले के खड़गंवा, मनेन्द्रगढ़ और भरतपुर जनपद पंचायतों में नियुक्त नोडल अधिकारियों से उनके भ्रमण में किए गए अवलोकन और गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की भौतिक स्थिति की जानकारी प्राप्त की।

यहां अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सीइओ श्रीमती नम्रता जैन ने कहा कि गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन में नोडल अधिकारियों का भ्रमण बेहद कारगर साबित हो रहा है। नोडल अधिकारियों के द्वारा ग्राम गौठानांे की भौतिक स्थिति के साथ ही समूह की महिलाओं से चर्चा कर जो फीडबैक प्राप्त किया जा रहा है वह उनके प्रतिवेदनों से पता चलता है।

जिला पंचायत द्वारा सभी नोडल अधिकारियों के रिपोर्ट के आधार पर लगातार गौठानों की समस्याओं का निराकरण कराने का कार्य और तेजी से हो रहा है। दूसरी ओर नोडल अधिकारियों के जाने से ग्राम पंचायतों में गौठानों के प्रति एक अलग सकारात्मक नजरिया भी बन रहा है जिससे गोधन न्याय योजना का जमीनी स्तर पर प्रत्येक संबंधित को त्वरित लाभ हो रहा है। जिला पंचायत सीइओ ने नोडल अधिकारियों  को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपने पदीय दायित्वों के अतिरिक्त ग्राम गौठानों का भ्रमण कर रहे हैं इससे योजना को बेहतर करने में मदद मिल रही है।

इसके पूर्व नोडल अधिकारियों ने एक एक कर अपने भ्रमण में सामने आए विषयों पर विस्तार से अवगत कराया। पहाड़हंसवाही रोझी गौठानों के नोडल अधिकारियों ने प्रतिवेदन में अवगत कराया कि वहां गौठान में वर्मी बना हुआ है परंतु उठाव नहीं हुआ है। इस पर सीइओ ने बैठक में उपस्थित सहायक पंजीयक सहकारी संस्थाएं को सहकारी साख समितियों के माध्यम से जल्द उठाव कराने के निर्देश दिए।

इसके अलावा दो जगहों पर समूह को मिलने वाली राशि लंबित होने की जानकारी संज्ञान में लाए जाने पर जिला पंचायत सीइओ ने बैठक में उपस्थित सहकारी बैंक के नोडल मैनेजर को अविलंब समूह के खातों की अपडेट जानकारी एकत्र कर भुगतान की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को अपने भ्रमण के दौरान गौठानों के चारागाह और भौतिक संसाधनों की स्थिति पर भी जानकारी एकत्र करने के निर्देश देते हुए जिला पंचायत सीइओ ने कहा कि जितने भी गौठानों में मुर्गी व बकरी पालन के लिए संरचनाएं बन गई हैं

आप वहां पर पशुपालन की जानकारी जरूर लें। इससे स्व सहायता समूहों के कार्य करने की स्थिति का वास्तविक पता चलेगा और रिक्त स्थानों पर बिहान से जुड़ी आजीविका की गतिविधियों को और बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया जा सकेगा। वन विभाग द्वारा बनाए गए आवर्ती चराई क्षेत्र में पाई गई कमियों पर सीइओ ने वनमंडल कार्यालय से पत्राचार करने के निर्देष दिए।

साथ ही उन्होने बैठक में उपस्थित जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारियों से कहा कि अपने सभी ग्राम गौठानों में पषुपालकों का सत्यापन अवष्य कराएं ताकि गोबर बेचने वाले वंचित ना रह जाएं। इससे पारदर्षिता बढ़ेगी और आनलाइन इंट्री का कार्य भी सही तरीके से हो सकेगा। उन्होने कृषि, पषुपालन और पंचायत विभाग के अधिकारियों को समन्वय बढ़ाकर योजना के प्रत्येक हितग्राही को समय पर लाभ देने के निर्देष भी दिए। इस बैठक में तहसीलदार मनेन्द्रगढ़ सहित अन्य विभागीय अधिकारी और जिला पंचायत के अधिकारी उपस्थित रहे।