नवजात की समुचित देखभाल, खुशहाल बचपन के लिए जरूरी ‘‘न्यू लाईफ‘‘ संस्था में नवजात शिशु की देखभाल सप्ताह पर कार्यशाला आयोजित

बैकुुंठपुर – ‘‘न्यू लाईफ‘‘ हेल्थ एण्ड एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित न्यू लाइफ इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग में गुरूवार को नर्सिंग स्टाफ द्वारा नवजात शिशु की देखभाल पर कार्यशाला  आयोजित किया गया। नवजात की समुचित देखभाल उसके बचपन को खुषहाल बनाने के लिए बहुत ही जरूरी होती है। इसके अलावा शिशु  मृत्यु दर को भी कम करने में बड़ी भूमिका है। इसी को ध्यान में रखते हुए नवजात शिशु देखभाल सप्ताह शुरू हो गया है जो कि आगामी 21 नवम्बर तक चलेगा। इसका उद्देष्य बच्चे की उत्तरजीविता और विकास के लिए नवजात षिषु की देखभाल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस वर्ष नवजात षिषु की देखभाल सप्ताह का थीम ‘‘सेफ्टी क्वालिटी एण्ड नरचरिंग केयर- बर्थ राईट आफ एवरी न्यूबाॅर्न‘‘ को ध्यान में रख कर कैसे हमे लोगों को जागरूक करना है। नवजात षिषु को देखभाल के प्रति जानकारी दी गई। सामान्यतः नवजात षिषु का वजन 2.5 कि.ग्रा. होता है। एसे षिषु का जिनका वजन 2.5 कि.ग्रा. से कम होता है उन्हें हाइपोथर्मिया या ठंड़े बुखार होने की संभावनाएं अधिक होती है, षिषु का तापमान 36.5 डिग्री से कम हो जाता है तो इसे हाइपोथर्मिया हो जाता है। मां का दूध षिषु के लिए महत्वपूर्ण पोषण आहार हेाता है। प्रत्येक वर्ष नवजात षिषु की देखभाल सप्ताह 15 नवम्बर से 21 नवम्बर तक मनाया जाता है। नवजात षिषु की देखभाल कैसे की जाती है एवं अपगार स्कोर के द्वारा नवजात षिषु के स्वास्थ की स्थिति को पहचानना, गरमाहट श्रृंखला एवं सफाई श्रृंखला और स्तनपान के बारे में बताया गया एवं अस्पताल से छुट्टी के बाद घर पर दिये जाने वाले नवजात षिषु की देखभाल के बारे में भी जानकारी दी गई, यह देखभाल जन्म के तुरन्त बाद से लेकर 28 दिन तक महत्वपूर्ण रहता है जिसके द्वारा हम षिषु को होने वाली संक्रमण के खतरों से सुरक्षित रख पाते हैं।कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्या श्रीमती अजंना सेमुएल एवं उपप्राचार्या कुमारी तितिक्षा राज के द्वारा किया गया तथा कार्यशाला की प्रस्तुति सहायक प्रोफेसर श्रीमती निहा नैन्सी के द्वारा प्रसव कक्ष में नवजात षिषु को तुरंत दिये जाने वाले देखभाल के संबंध में छात्र-छोत्राओं को अवगत कराया गया।