खड़गवां में कबड्डी प्रतियोगिता हुई सम्पन्न

खड़गवां। हमारा यह खड़गवां हमेशा खेल कूद के क्षेत्र में अग्रणी रहा है और यहां के कई खिलाडियों ने राज्य स्तर तक कबड्डी खेल में क्षेत्र का नाम गौरवांवित किया है।उक्त बातें राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता 2023 के फाईनल के दौरान क्षेत्र के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने खड़गवां जनपद मैदान में उपस्थित खेल प्रेमियों को संबोधित करते हुए कहा। उन्होने आगे कहा कि आज हमारे लिए गर्व की बात है कि जनपद मैदान में राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता हो रहा है।

आयोजक मंडल के संयोजक अशोक श्रीवास्तव व सभी सदस्यों को मै इसके लिए बधाई देना चाहता हूं। वैसे हमारा यह खड़गवां क्षेत्र शैला सुगा, कर्मा, गौरा, बार और अन्य सभी प्रकार के छत्तीसगढ़ी संस्कृति को संजोय हुए है। ग्रामीण खेल के साथ ही धार्मिक क्षेत्र में भी हमारा अंचल अग्रणी है यहां अभी एक साथ ही दो जगहों परे भागवत कथाओं का भी आयोजन हो रहा है। निश्चित रूप् से यह हमारा क्षेत्र धर्म संस्कृति के साथ-साथ खेल कूद के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है।

सभी लोगों के प्रयास से ही यह सब संभव हो पाता है चाहे हम किसी भी राजनीतिक दल के हो लेकिन सामाजिक और संस्कृति से जुडे कार्यों में कभी दूरियां नहीं आनी चाहिए। खड़गवां जनपद मैदान में खेल आयोजन समिति खड़गवां के द्वारा 14 फरवरी से शुरू हुई कबड्डी प्रतियोगिता में 23 टीम पुरूष व 9 टीम महिला वर्ग ने हिस्सा लिया। जिसमें से पुरूष वर्ग में सूरजपुर व बहडोला खड़गवां एवं महिला वर्ग में पेंड्रा जिला व पेंड्रा नगर के बीच में फाईनल मैच खेला गया।

फाईनल मैच पुरूष वर्ग में विजेता सूरजपुर वहीं महिला वर्ग में विजेता पेंड्रा नगर की टीम रही हैै। विजेता टीम पुरूष वर्ग को 21000 रूपए, उपविजेता को 11000 रूपए व विजेता टीम महिला वर्ग को 11000 रूपए, उपविजेता 7000 रूपए का पुरस्कार प्रदान किया गया।

इस खेल प्रतियोगिता के संयोजक अशोक श्रीवास्तव सांसद प्रतिनिधि, संरक्षक श्रीमती सोनमती उर्रे जनपद अध्यक्ष, भूनेश्वर प्रसाद साहू उपाध्यक्ष जनपद पंचायत, अनिल श्रीवास्तव पूर्व खिलाडी, अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी सुखित अगरिया, उपाध्यक्ष सूर्य प्रकाश सिंह उईके, सचित जितेन्द्र सिंह शिक्षक रहे। इस पूरे आयोजन में निर्णायक की भूमिका संजीव डे, पी.एन.बाबू, कमल सिंह नायक, शंभू सिंह, परमा यादव, जालंधर सिंह, वंदन सारथी स्कोरर राजेन्द्र केशरवानी, विजय पाण्डेय, पुष्पराज भाई पटेल रहे।