मोटिवेशनल स्पीच के साथ केएच ग्रुप ऑफस्कूल्स में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत

भिलाई : केएच ग्रुप ऑफ स्कूल्स मैनेजमेंट ने शनिवार 1 अप्रैल को नए शैक्षणिक सत्र 2023-24 की शुरुआत की। स्कूल के टीचर्स एवं स्टाफ को मोटिवेट करने शहर के प्रख्यात सीए एवं मोटीवेटर श्रीचंद लेखवानी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस अवसर पर केएच एजुकेशनल सोसायटी के अध्यक्ष के. के. झा, सदस्य पी.पी. चक्रवर्ती, सीए प्रियेस लेखवानी, संजय मंडल, स्कूल की प्रिंसिपल विभा झा, डायरेक्टर निश्चय झा, एकेडमिक डायरेक्टर सृष्टी झा, सहित स्कूल के टीचर्स और स्टाफ उपस्थित थे।

मुख्य अतिथियों के स्वागत पश्चात अपने स्वागत भाषण में प्रिंसिपल विभा झा ने पिछले वर्ष के रिजल्ट के लिए टीचर्स एवं स्टाफ को ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज यह स्कूल जिस ऊंचाई पर पहुंचा है उसका श्रेय टीचर्स को ही जाता है। उनकी मेहनत, लगन और समर्पण की भावना से ही हम हर वर्ष सफलता की नई कहानी गढ़ रहे हैं। आने वाले शैक्षणिक सत्र में भी वह उम्मीद करती है कि टीचर्स इसी समर्पण की भावना, मेहनत व लगन से अपना पूरा फोकस स्टूडेंट्स पर रखेंगे।

मुख्य अतिथि एवं मोटीवेटर सीए श्री लेखवानी ने अपने मोटिवेशनल स्पीच से टीचर्स एवं स्टाफ में नया जोश भर दिया। उन्होंने कहा बिना टीचर्स के मेहनत और समर्पण की भावना के कोई भी स्कूल आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने इस स्कूल को पिछले कई वर्षों से नित नई ऊंचाइयों को छूते देखा है। इसके लिए स्कूल का मैनेजमेंट एवं टीचर्स बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों का अपना एक महत्व होता है। यह जीवन गढ़ने का केंद्र है। बच्चों का, समाज का, देश का, भविष्य बनाने के लिए संस्कृति देने का केंद्र है।

टीचर्स के समर्पण को लेकर उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना का एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि 108 वर्ष पूर्व पंडित मदन मोहन मालवीय ने शिक्षण संस्थानों का महत्व समझा और उन्होंने इस महाविद्यालय की स्थापना की पहल की। सहयोग के लिए धनी भी आए एवं सामान्य लोग भी आए लेकिन दो लोग ऐसे थे जिनके समर्पण ने इस विश्वविद्यालय को न केवल देश में बल्कि विश्व में एक नाम दिया इनमें एक भिक्षु था और एक टीचर। डोनेशन ना दे पाने की स्थिति में महिला टीचर ने पढ़ाने की जिम्मेदारी ली। और इस विश्वविद्यालय को विश्व विख्यात बना दिया।

श्री लेखवानी ने कहा कि शिक्षा से ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। ज्ञान, धन से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि धन,धन को सुरक्षित नहीं रख सकता। लेकिन शिक्षा, ज्ञान को तो सुरक्षित रखती ही है धन को भी सुरक्षित रखती है। शिक्षा के द्वारा ही बच्चों के अंदर गुणों का विकास करते हैं। शिक्षा ही शिक्षित व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास जगाता है। शिक्षा से ही विवेक पैदा होता होता है, हमें क्या गलत और क्या सही की पहचान होती है। शिक्षा जीवन की गुणवत्ता को उठा देता है। आप लोग जो शिक्षा देने का कार्य कर रहे हैं यह तपस्या से कम नहीं है। शिक्षक, अनुशासन एवं सिद्धांत से भरा जीवन जीते हैं। मनोविज्ञान को पढ़कर बच्चों को विकसित करते हैं और कल्पना की शक्ति को विस्तारित करते हैं। जैसे जैसे यह तपस्या शिक्षक के उत्तंग में पहुंचती है, तब जाकर समाज को सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन एवं डॉ. अब्दुल कलाम जैसे योग्य एवं महान लोग मिलते हैं।

श्री लेखवानी ने कहा कि आज का दिन पिछले वर्ष की विवेचना का है। क्या अच्छा रहा और क्या कमी रह गई। यदि अच्छा रहा तो उसे और अच्छा कैसे बनाएं और यदि कमी रह गई तो उसे कैसे दूर किया जाए, इस पर चिंतन की जरूरत है। आज से आप नए उत्साह, उमंग और नई ऊर्जा के साथ नए टारगेट और नई योजनाओं को लेकर सफलता की ऊंचाई पर पहुंचे। जो भी काम करें उसमें अपना 100% दें। लक्ष्य के प्रति कमिटेड रहे और एक टीम परिवार की तरफ सबको साथ लेकर चले। इसी में सभी की सफलता है।

सोसायटी के अध्यक्ष श्री झा ने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन टीचर्स के लिए समीक्षा की घड़ी है। पिछले वर्ष हमने क्या खोया क्या पाया‌ यदि अच्छा किया तो ठीक और यदि नहीं तो अफसोस करने की जरूरत नहीं, बल्कि जो कमी रह गई उसे दूर करने का संकल्प आज ही लेना है। यदि हममें समर्पण की भावना आ जाती है तो हमें कोई आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता।

उन्होंने कहा कि आप लोगों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। आप लोगों को एक सोल्जर की तरह कार्य करना है। स्टूडेंट्स, टीचर्स एवं मैनेजमेंट के साथ व्यवहार बना कर चलना है। उन्होंने टीचर्स के लिए कहा कि स्कूल में उन्हें पूरी स्वतंत्रता है, लेकिन 6 घंटे उन्हें पूरे अनुशासन में रहना है। यदि कोई बात होती भी है तो बैठकर उसका हल निकालना है। इस वर्ष आप लोगों ने जो रिजल्ट दिया है उसके लिए मैं आप लोगों को बधाई देता हूं और नए वर्ष की शुभकामनाएं देता हूं।

कार्यक्रम को मैनेजमेंट के सदस्य पी.पी. चक्रवर्ती, सीए प्रियेस लेखवानी एवं डायरेक्टर निश्चय झा ने भी संबोधित किया एवं टीचर्स का उत्साह बढ़ाया।पिछले वर्ष उल्लेखनीय कार्य करने वाले टीचर्स एवं स्टाफ को अतिथियों द्वारा ट्रॉफी एवं सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। अंत में मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। आभार प्रदर्शन एकेडमी डायरेक्टर श्रृष्टि झा ने किया।

इन्हें सम्मानित किया गया….

मोनालिसा राय (टीचिंग एक्सलेंस अवार्ड), अंजना शर्मा (बेस्ट टीचर अवॉर्ड), टी जे राव (लांगेस्ट सर्विस अवार्ड ),रुपेश सर ( मेडल ऑफ डिस्टिंक्शन),दीक्षा वर्मा (डायनामिक टीचर ),प्रभजीत कौर (बेस्ट रिसर्चर अवॉर्ड ),शीतल मेडम( आउटस्टैंडिंग परफार्मेंस एचआर अवार्ड ),लेख राम साहू ( आउटस्टेंडिग परफारमेंस अवॉर्ड), रवि शर्मा (बेस्ट वर्क इन द फील्ड ऑफ पब्लिक रिलेशन ),शकुंतला (डेडिकेशन अवार्ड)।