राशन कार्ड से लेकर जाति प्रमाण पत्र तक हर सुविधा देने में आम जनों का सहयोग कर रहे राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य

रायपुर, 01 सितंबर, 2023/ राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों के महासम्मेलन के अवसर पर प्रदेश भर के युवा मितान राजधानी में जुटेंगे। इस अवसर पर सांसद श्री राहुल गांधी क्लब के सदस्यों को संबोधित करेंगे। युवाओं में इसे लेकर जबर्दस्त उत्साह है। 3 फरवरी 2022 को शुभारंभ के बाद से लगातार किये रचनात्मक कार्यों से क्लब के सदस्यों ने प्रदेश में नई ऊर्जा का संचार किया है। उत्साही युवा शासन की योजनाओं में भागीदारी करने लोगों से अपील कर रहे हैं।

उन्हें योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं। वे लोगों की मदद कर रहे हैं। चाहे राशन कार्ड बनवाना हों, जाति प्रमाण पत्र बनवाना हो या आय प्रमाण पत्र, लोग सीधे क्लब के सदस्यों से संपर्क कर रहे हैं और उनका काम सहजता से हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने युवा ऊर्जा को छत्तीसगढ़ निर्माण में लगाने यह महती योजना आरंभ की है।

अब तक प्रदेश में 13 हजार 242 राजीव युवा मितान क्लब गठित किये जा चुके हैं। अब तक 3 लाख 22 हजार 770 युवा इसमें सदस्य के रूप में शामिल हो चुके हैं। इसका उद्देश्य रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इसके लिए हर तिमाही शासन द्वारा ऐसे क्लबों को खेल, सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों के संचालन के लिए 25 हजार रुपए दिये जाते हैं। जैसे ही कम से कम 15 हजार रुपए व्यय का उपयोगिता प्रमाणपत्र प्राप्त हो जाता है। वैसे ही अगली तिमाही के लिए राशि जारी कर दी जाती है। अब तक इन क्लबों के लिए 132 करोड़ रुपए आबंटित किये जा चुके हैं।

इन क्लबों की गतिविधियां किस बड़े पैमाने पर हो रही है। आँकड़ों से इस बात की जानकारी होती है। अब तक इन क्लबों द्वारा 2 लाख सांस्कृतिक, सामाजिक एवं खेल गतिविधि हो चुकी है।

पर्यावरण संरक्षण का काम क्लब के सदस्यों ने काफी किया है। वृक्षारोपण के माध्यम से हरीतिमा का दायरा बढ़ाने का काम सबसे ज्यादा हुआ है। इसके साथ ही पौधों को सहेजने का काम भी युवा ही करते हैं। इसके अलावा जलसंरक्षण पर भी बढ़िया काम हुआ है। तालाबों की सफाई, इसमें श्रमदान के माध्यम से संजीवनी प्रदान करना ऐसा कार्य है जिसमें युवा मितान क्लब के सदस्य तो हिस्सा लेते ही हैं उनके जोश को देखते हुए अन्य नागरिक भी कार्य में सहभागिता कर देते हैं।

प्रदेश में जो छत्तीसगढ़िया ओलंपिक हुए उनमें भी क्लब के सदस्यों का उल्लेखनीय योगदान रहा। लगभग 25 लाख लोगों ने इन खेलों में हिस्सा लिया।