रायपुर/26 अक्टूबर 2023। राजस्थान के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ में मारे गये ईडी के छापे भाजपा की घबराहट को बताने के लिये पर्याप्त है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हार रही है। इसलिये वह केन्द्रीय एजेंसियो और केन्द्रीय सुरक्षा बलो का दुरूपयोग करना शुरू कर चुकी है। भाजपा तानाशाही और अलोकतांत्रिक गतिविधियों पर उतर आई है। उसके पास कांग्रेस के खिलाफ मुद्दे नहीं बचे है तो वह ईडी के माध्यम से गलत कार्यवाहियां करवा कर भ्रष्टाचार के भ्रामक आंकड़े प्रस्तुत कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि 2014 में केंद्र में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से प्रमुख विपक्षी नेताओं को घेरने के लिए जांच एजेंसियों का ज्यादा इस्तेमाल किया गया है। मोदी सरकार के 8 साल के शासन में 95 फीसदी मामले केवल विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ़ किए गए हैं। जो नेता भाजपा में शामिल हो गये उनके खिलाफ भाजपा ने जांच बंद करवा दिया। नारायण राणे, मुकुल राय, हेमंत बिसवा सरमा, येदुरप्पा, एकनाथ शिंदे जैसे दर्जनों नेता जिनके खिलाफ ई डी, आई टी और सीबीआई की कार्यवाही चल रही थी, बकायदा एफआईआर दर्ज है, भाजपा में शामिल होते ही सदाचारी हो गए सारे आरोपों से मुक्त हो गये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि देश में जब से मोदी सरकार बनी है वह केंद्रीय एजेंसियों का मनमाने दुरुपयोग कर रही है। राजनैतिक विरोधियों को दबाने तथा सत्तारूढ़ भाजपा के राजनैतिक हितों को साधने सेन्ट्रल एजेंसियों के दुरुपयोग का ऐसा उदाहरण इतिहास में कभी देखने नहीं मिला है। अपनी स्थापना के बाद ईडी में कुल 5422 केस दर्ज हुये है और इनमे से 5310 केस भाजपा की मोदी सरकार के दौरान 8 साल में दर्ज किये गये है। उसके पहले ईडी ने सिर्फ 112 केस दर्ज किया था। इनमें से 95 प्रतिशत विरोधी दल के नेताओं के खिलाफ दर्ज किया गया है तथा एक भी भाजपा नेता के यहां ईडी ने न कभी छापा मारा और न ही कोई केस दर्ज किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि जब विपक्षी दल के नेताओं के यहां या विपक्षी सरकार को परेशान करने की नीयत से सेन्ट्रल एजेंसियों छापा मारती है तो भाजपा के नेता बेशर्मीपूर्वक इनके प्रवक्ता की भांति उनके समर्थन में बयानबाजी करते है। जैसे की वे सब ईडी, आईटी के प्रवक्ता है। छत्तीसगढ़ में रमन सिंह ईडी के समर्थन में जिस प्रकार बयानबाजी कर रहे उससे साफ हो रहा कि ईडी की कार्यवाही भाजपा की राजनैतिक साजिश है। कांग्रेस नें पूछा है कि ईडी भाजपा के रमन सरकार के कार्यकाल के घोटालो कि जाँच क्यों नहीं करती है। 36000 करोड़ का नान घोटाला, चिटफंड घोटाले कि जाँच से मोदी सरकार क्यों डर रही है।