रायपुर। भारतीय जनता पार्टी अनसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को लूटा और छला है। कांग्रेस के शासनकाल में बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ क्षेत्र में तेंदूपत्ता नदियों में बहाया गया और आंध्र व ओड़िशा के ठेकेदारों को औने-पौने दाम पर बेचा गया। प्रदेश की भूपेश सरकार ने आदिवासियों के हरे सोने को काला सोना बनाकर रख दिया।
श्री मरकाम ने कहा कि पिछले पाँच वर्षों के कांग्रेसी कुशासन ने छत्तीसगढ़ को फिर बदहाली के मुकाम पर ला खड़ा किया है। अब चूँकि विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं, इसलिए भाजपा ने विकास के संकल्प के साथ अपना घोषणा पत्र जारी किया है। जनजातीय क्षेत्रों में भाजपा ने सबसे अहम संकल्प यह व्यक्त किया है कि भाजपा की सरकार बनने पर तेंदूपत्ता संग्राहकों को 4,500 रुपए बोनस और चरणपादुका के साथ-साथ वे सारी सुविधाएँ फिर से मुहैया कराई जाएंगीं, जो भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार के कार्यकाल में दी जा रही थीँ और कांग्रेस की आदिवासी विरोधी सरकार ने जिन्हें बंद कर दिया था।
भाजपा अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री मरकाम ने सोमवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों से कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर तेंदूपत्ता संग्राहकों से अब 2,500 रु. से बढ़ाकर 5,500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता खरीदा जाएगा। इसी प्रकार तेंदूपत्ता की खरीदी की अवधि अब बढ़ाकर 15 दिन की जाएगी। कांग्रेस शासनकाल में खरीदी की यह अवधि घटाकर 1 या 2 दिन कर दी गई थी जिससे एक तो तेंदूपत्ता का संग्रहण काफी कम हो गया, दूसरे इससे तेंदूपत्ता संग्राहकों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
श्री मरकाम ने कहा कि भाजपा शासनकाल में तेंदूपत्ता संग्राहकों के बच्चों को शिक्षा अर्जित करने के लिए दी जाने छात्रवृत्ति कांग्रेस की सरकार ने बंद कर दी थी। भाजपा शासनकाल में 75 प्रतिशत अंक अर्जित करने वाले हायर सेकेंडरी विद्यार्थियों को मिलने वाली 15 और 25 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि भी कांग्रेस सरकार ने बंद कर दी थी। इसी प्रकार कोरोना विभीषिका के दौरान 17,000 तेंदूपत्ता संग्राहकों की मृत्यु के बाद उन्हें बीमा दावे की राशि इसलिए नहीं मिल पाई क्योंकि कांग्रेस की भूपेश सरकार ने इसके लिए आवश्यक राशि जमा नहीं कराई।
भाजपा ने यह भी संकल्प व्यक्त किया है कि तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में लगे फड़ मुंशियों को अब कमीशन के साथ-साथ 25,000 रुपए सालाना मानदेय भी दिया जाएगा। श्री मरकाम ने कहा कि भाजपा की सरकार जनजातीय परिवारों को प्रति परिवार दो बकरी प्रदान करने के साथ ही अब 5 लाख वनाधिकार पट्टे वितरित करेगी। भाजपा के पूर्ववर्ती शासनकाल में रिकॉर्ड 4 लाख व्यक्तिगत वनाधिकार पट्टे दिए गए थे जबकि 5 लाख पट्टे देने की घोषणा करने के बावजूद कांग्रेस की भूपेश सरकार ने पाँच साल में सिर्फ 39,000 व्यक्तिगत वनाधिकार पट्टे ही बाँटे।
भाजपा अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री मरकाम ने आदिवासी बहुल क्षेत्रों के सर्वतोमुखी विकास और जनकल्याण के संकल्प के साथ जारी घोषणा पत्र के संबंध में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा का सर्वसमावेशी संकल्प पत्र कांग्रेस की सत्ता से विदाई का दस्तावेज है। भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र को हमने छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए मोदी की गारंटी इसलिए कहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री रहते हुए जनता से जो वादा किया, जो कहा, उसे पूरा करके दिखाया। श्री मरकाम ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटलजी ने छत्तीसगढ़ राज्य बनाया, इसलिए इसे सँवारने का काम भाजपा ही करेगी।
श्री मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का जब गठन हुआ था, तब छत्तीसगढ़ काफी पिछड़ा हुआ था। बस्तर और सरगुजा संभाग को कालापानी कहकर कांग्रेस के शासनकाल में अधिकारियों-कर्मचारियों को बतौर सजा स्थानांतरित व पदांकित किया जाता था। कांग्रेस सरकारों का यही मानसिकता थी। लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद भाजपा के 15 वर्षों के शासनकाल में इन आदिवासी बहुल संभागों में विकास के लक्ष्य को केंद्र में रखकर सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत सभी दृष्टि से जनकल्याणकारी कार्यों के माध्यम से योजनाएँ बनाई गईँ।इस मौके पर भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी उपस्थित थे।