मोदी के सरकार में पेट्रोल के दाम हो गये 100 रुपये पार – वंदना राजपूत

रायपुर/02 अक्टूबर 2021। पेट्रोल के दाम 100 रुपये के आंकड़े पार करने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस  की कीमत बेलगाम हो गई है और महंगाई हर दिन नया रिकॉर्ड बना रही है। अब इस बेलगाम कीमत से देश भर में खलबली मची हुई है लेकिन मोदी जी को इससे कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है। ऐसा लगता है नरेंद्र मोदी के लिये महंगाई अब मुद्दा नहीं रहा।पहले कोरोना ने देश की आम जनता से बहुत कुछ छीना और अब ये महंगाई लोगों से बहुत कुछ छीन रही है। महंगाई से देश में समस्याओं का नया दौर शुरु हो गया है। महिलाओं ने किचन का बजट इसलिए घटा लिया है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि इस बेलगाम कीमत से महिलाएं चिंतित एवं परेशान है। सत्ता में बैठी सरकार जो कभी महंगाई को लेकर सड़कों पर उग्र प्रदर्शन करती थी। चुप्पी साधे बैठी है। कहते है महंगाई हमारे नियंत्रण में नहीं है यह एक बहुत ही हास्यास्पद वाक्य है। ऐसे में सवाल है कि आखिर तेल की बढ़ती कीमतों पर लगाम कौन लगाएगा? यही सवाल आम जनता भी पूछ रही है।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि मोदी सरकार के गलत नीति के कारण आज महंगाई विकराल रुप धारण कर ली है। रिकॉर्ड महंगाई ने जीना मुहाल कर दिया है। इसका अंजाम ये हुआ है कि किचन का बजट बिगड़ चुका है। बढ़ी हुई कीमतों अब जेब जला रही है।

देश में बढ़ती महंगाई से जनता बेहाल है। हालात ऐसे हो गए हैं कि लोगों के सामने आर्थिक संकट मंडराने लगा है। पेट्रोल-डीजल पर खर्च ज्यादा होने के कारण लोगों ने दैनिक जीवन के आवश्यक  जरूरतों में भी कटौती करनी पड़ रही है। खाने-पीने की चीजों पर लोगों ने खर्च घटा दिया। रिटेल से लेकर थोक महंगाई तक आसमान पर है। सरकार चुप है। बहुत हुई महंगाई की मार जैसे टैगलाइन अब कहीं सुनाई नहीं देते सवाल है कि ऐसा क्यों है? जब पार्टी केन्द्र के सत्ता में है तो महंगाई पर चुप्पी साध ली है और जब विपक्ष में थी तो  महंगाई के सुर लगाते भाजपा के नेता थकते नहीं थे।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि जनता ने केंद्र में बीजेपी की सरकार को लगातार दो बार बहुमत से जिताया। जब से केन्द्र के बागडोर मोदी ने संभाला है जनता पर महंगाई की मार चौगुनी बढ़ गई है। महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है केन्द्र सरकार इस पर लगाम लगाने का कोई उपाय कर रही है, ऐसा दिख नहीं रहा है। इतिहास में सबसे असफल प्रधानमंत्री के नाम से नरेंद्र मोदी को जाना जायेगा।