खनिज और वनोपज से भरपूर छत्तीसगढ़ को देश का नंबर वन राज्य बनाएंगे – विष्णु देव साय

गुंडरदेही। मैंने सरपंच के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. ठीक वैसे ही भोजराज नाग ने सरपंच से लेकर कई राजनीतिक और सामाजिक दायित्वों का निर्वहन किया। मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए भोजराज नाग को सांसद बनाकर दिल्ली भेजना होगा।

आज कांकेर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत बालोद जिले के सुरेगांव, गुंडरदेही में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए यह बात कही.

मुख्यमंत्री ने कहा बालोद की धरती से ही हमने प्रदेश के 24 लाख 72 हजार किसानों के खाते में धान खरीदी की अंतर की राशि अंतरित करके मोदी जी की प्रमुख गारंटी को पूरा किया था और आगे भी सारी गारंटियों को शत-प्रतिशत पूरा करेंगे।

श्री साय ने कहा छत्तीसगढ़ सभी दृष्टिकोण से एक धनी राज्य है. यहाँ प्राकृतिक संसाधनों का प्रचुर भंडार है. कोयला, बाक्साइट, आयरन सहित लघु वनोपज यहाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. इसलिए जनता-जनार्दन के सहयोग से हम छत्तीसगढ़ को देश का नंबर 1 राज्य बनाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने इन प्राकृतिक संसाधनों को केवल लूटने का काम किया। 36 वादों में एक भी वादा ठीक से पूरा नहीं किया। पांच साल केवल लूट, घोटाला और वसूली में डूबे रहे. कांग्रेस ने प्रदेश को पूरा बर्बाद करके छोड़ दिया।

श्री साय ने कहा कि सरकार में आते ही उन्होंने सबसे पहले 18 लाख परिवारों के पीएम आवास के लिए राज्यांश जारी किये। कांग्रेस ने दो साल का बकाया बोनस नहीं दिया, जबकि यह उनके चुनावी वायदे में शामिल था. हमारी सरकार आई तो हमने अटल जी की जयन्ती के दिन 12 लाख किसानों को 3716 करोड़ का बकाया बोनस दिया। हमने रिकॉर्ड 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की. किसानों को 3100 रुपया प्रति क्विंटल धान का दिया, 13,320 करोड़ रूपये अंतर की राशि 24 लाख 72 हजार किसानों को जारी की. महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से ज्यादा माताओं-बहनों के खातों में 655 करोड़ रूपये की पहली किश्त जारी की. मैं विश्वास दिलाता हूँ कि हर महीने के पहले सप्ताह में महतारी वंदन योजना का पैसा महतारियों के खातों में चला जाएगा।

उन्होंने कहा हमारी सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों से 5500 रुपया प्रति मानक बोरा के दर से तेंदूपत्ता खरीदेगी और इसके लिए खरीदी का समय भी 15 दिन का होगा। चरण पादुका जैसी योजनाएं, जिसे भूपेश सरकार ने बंद कर दिया था, उसे हमारी सरकार पुनः प्रारम्भ करेगी।