रायपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं छत्तीसगढ़ मीडिया प्रभारी राधिका खेड़ा ने आज पत्रकारवार्ता के दौरान कहा आज भारत के संविधान के निर्माता, भारत रत्न बाबसाहब अंबेडकर जी जयंती पर हम उन्हें नमन करते है।
आज एक तरफ़ जब पूरा देश संविधान के निर्माता बाबा साहब को उनकी जयंती पर नमन कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर बहुत गंभीर व दुःख की बात है कि हमारा संविधान ख़तरे में हैं।
और ये बात मैं नहीं कह रही, ये लगातार मोदी जी के सांसद से लेकर सांसद प्रत्याशी कह रहे हैं।
अनंत कुमार हेगड़े से लेकर ज्योति मिर्धा लगातार कह रहे हैं कि BJP की सरकार दोबारा बनते ही संविधान को पूरा बदल दिया जाएगा।
आज भाजपा ने अपना मैनिफेस्टो जारी किया और साथ ही अमित शाह साहब खैरागढ़ पधारे।
खैरागढ़ के भाषण की शुरुआत अमित शाह जी ने इस बात से करी कि आज जब वो सुबह TV देख रहे थे तो उन्होंने सुना कि मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने कहा कि भाजपा सरकार बनते ही संविधान बदल दिया जाएगा और आरक्षण ख़त्म किया जाएगा।
शाह साहब ने ये तो बोल दिया कि उनकी पार्टी आरक्षण ख़त्म नहीं करेगी, लेकिन संविधान को बदलेंगे नहीं करेंगे उसपे एक शब्द नहीं कहा।
अमित शाह साहब ने छत्तीसगढ़ की धरती पर ये नहीं कहाँ कि यदि उनकी सरकार बनेगी तो वो संविधान को नहीं बदलेंगे।
मैं इंतज़ार करती रही शायद अब बोलेंगे लेकिन उन्होंने एक शब्द संविधान को लेकर नहीं कहाँ, लंबी चुप्पी साध ली, मानो जैसे उनके मुँह में दही जम गई हो और वो आगे बढ़ गए। ये एक बहुत गंभीर मुद्दा है।
संविधान बदलने की बात जो उनके सांसदों और प्रत्याशियों कर रहे हैं आज शाह साहब ने खैरागढ़ में उसपर मोहर लगा दी।
आज अमित शाह जी ने आरक्षण ख़त्म नहीं करने की बात कही, लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता इंतज़ार कर रही है कब कांग्रेस सरकार द्वारा लाए गए आरक्षण बिल को वे पास करेंगे।
एक के बाद एक राज्यपाल बदल गए, लेकिन वो बिल वहीं का वहीं है। भाजपा की सरकार भी आ गई लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता के आरक्षण को मान्यता नहीं दे रहे है।
यदि मोदी सरकार आरक्षण के ख़िलाफ़ नहीं है और बंद नहीं करने वाले तो जिसका इंतज़ार छत्तीसगढ़ की जनता को है उसे पास क्यों नहीं करते ?
अमित शाह साहब बोलते कुछ और हैं और करते कुछ और हैं।
आज भाजपा का संकल्प पत्र रिलीज़ हुआ। संकल्प पत्र उसे कहना ग़लत होगा। वो सिर्फ़ मोदी जी की फोटो एल्बम है। अलग अलग कपड़ों में, अलग अलग एंगल में, पोस में मोदी जी थे।
आजतक एक ही आदमी की इतनी सारी फोटो मैंने किसी भी मैनिफेस्टो में नहीं देखी।
इसका मतलब साफ़ है कि पार्टी से बड़े, BJP से मोदी जी बहुत बड़े हैं।
इनके जुमला पत्र में फोटो तो बहुत अच्छी थी लेकिन किसानों के लिए कुछ नहीं था, MSP का ज़िक्र नहीं, महिलाओं के लिए कुछ नहीं था, युवाओं के रोज़गार और बढ़ती महंगाई को कम करने के लिए कुछ नहीं था।
वही, मोदी जी के संकल्प पत्र की कांग्रेस के मैनिफेस्टो से तुलना की जाये तो कांग्रेस पार्टी की कुछ गारंटी मैं आपको बता दूँ:
- किसानों को MSP की क़ानूनी गारंटी
- खेती में इस्तेमाल होने वाले चीज़ो पर जो GST मोदी सरकार ने लगाया है उसको ख़त्म करने की गारंटी
- 30 लाख रोज़गार देने की गारंटी
- महिलाओं को सालाना ₹1 लाख देने की गारंटी
- महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50% आरक्षण की गारंटी
अपने पिछले मैनिफेस्टो में मोदी सरकार ने वादा किया था कि:
- 100 स्मार्ट सिटी बनायेंगे। मोदी की की स्मार्ट सिटी तो बनी नहीं लेकिन चीन हमारी सर ज़मीन पर स्मार्ट सिटी बना गया।
- काला धन वापिस लाने की special task force बनाने की बात की थी, जिसपे कुछ नहीं हुआ। ना force बनी ना काला धन आया
- 100 ज़िलों को special status देकर ग़रीबी हटाएंगे लेकिन global hunger index ने इसकी पोल खोल दी।
- नार्थ ईस्ट में शांति बनी रहेगी, लेकिन आज भी मणिपुर जल रहा है
कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में जनता को वादे किए जिनका उन्हें इंतज़ार था।
वही दूसरे ओर BJP के संकल्प पत्र में ऐसा कुछ नहीं था।
इसीलिए आज जब अमित शाह जी जब छत्तीसगढ़ आये तो एक बार भी संकल्प पत्र पर चर्चा नहीं की। सिर्फ़ और सिर्फ़ झूठ का जंजाल बुनने का काम किया।
और इस झूठ के जंजाल में उन्होंने भगवान को भी नहीं छोड़ा।
जिस महादेव ऐप की बात अमित शाह जी ने की वो आज भी मोदी जी-शाह साहब के सरंक्षण में चल रहा है।
मैं शाह साहब और भाजपा से पूछना चाहती हूँ कि महादेव ऐप से कितना चंदा मिला जो आज भी उनका धंधा चल रहा है।
क्यों आज तक महादेव ऐप बैन नहीं हुई?
ऐसी क्या मजबूरी है आपकी की आज तक वो ऐप चल रहा है।
नवरात्र चल रही हैं और इस समय लोग अपने मन और ज़बान दोनों को शुद्ध रखते है। लोग उपवास रखते हैं, और मोदी जी तो स्वयं उपवास रखते हैं। इस समय झूठ नहीं बोलना चाहिए।
लेकिन नवरात्रों में भी अमित शाह साहब बाज़ नहीं आए और राम लल्ला के ननिहाल में नवरात्रों में गंगा मैया का नाम लेकर झूठ बोल दिये।
मैं अमित शाह साहब को चैलेंज देती हूँ, कि अपने हाथ में गंगाजल रख कर माता वैष्णो देवी की क़सम खा कर, राम लल्ला की क़सम खा कर दिखाये एक भी वीडियो जहां कांग्रेस के किसी भी नेता या भूपेश बघेल जी ने हाथ में गंगा जल लेकर शराब बंदी की क़सम खाई हो।
मैं स्वयं उस प्रेस वार्ता में थी, और जो बाक़ी दोनों कांग्रेस नेता थे मंच पर वो अब भाजपा के वाशिंग मशीन में नहा लिए और उनके साथ हैं, और हमने हाथ में गंगा जल लेकर किसान का क़र्ज़ 15 दिन के भीतर माफ़ करने का वादा किया था। और इसके गवाह आप सभी मीडिया के साथी हैं क्योंकि इसी मंच से वो प्रेस वार्ता हमने की थी।
और वो वादा हमने सरकार बनने के महज़ 2 घंटे में ही पूरा कर दिया था।
देश के गृह मंत्री ने नवरात्रों के पावन समय में, राम लल्ला के ननिहाल में, गंगा मैया का नाम लेकर झूठ बोलने का घोर पाप किया है।
अपने जुमला पत्र पर बोलने को कुछ नहीं है, अपने 10 साल के काम पर बोलने को कुछ नहीं है तो झूठ का जंजाल यहाँ बुन रहे हैं!
आज महतारी वंदन योजना को लेकर एक और झूठ अमित शाह जी ने खैरागढ़ में कहाँ कि सभी महिलाओं को 2 किश्त मिल गई हैं।
लेकिन सच्चाई ये है कि महज़ 30% महिलाओं को इसका लाभ मिला है।
बल्कि भाजपा सरकार ने आते ही महिलाओं को मिलने वाली वृद्धा पेंशन व परित्यागता पेंशन बंद करने का काम किया है।
हमने 5 साल में महिलाओं को सशक्त करने का काम किया और BJP ने आते ही उन्हें कमज़ोर करने का काम किया।
छत्तीसगढ़ की जनता को विधान सभा चुनाव में मोदी जी ने ₹500 का सिलिंडर देने की गारंटी दी थी, वो आज तक पूरी नहीं हुई।
3 महीने हो गए लेकिन किसी को भी ₹500 का सिलिंडर नहीं मिला।
छत्तीसगढ़ की जनता इस बार अमित शाह साहब के जुमलों और झूठ के जंजाल में फ़सने नहीं वाली।
वो समझ चुकी हैं कि उन्होंने इनके जुमलों और झूठ पर विश्वास कर भूल करदी।
ना रोज़गार पर चर्चा होती है, ना बढ़ती महंगाई पर, ना बेरोज़गारी पर, ना महिला सुरक्षा पर।
चर्चा सिर्फ़ जुमलों और झूठ पर है!
नवरात्रों में बोले गए झूठ अमित शाह जी को इस बार भारी पड़ेंगे!
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा, प्रवक्ता अजय गंगवानी, मीडिया समन्वयक परवेज अहमद उपस्थित थे.