पीलीभीत : पीलीभीत में जैव विविधता दिवस पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व, समाधान विकास समिति और विश्व प्रकृति भारत के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर जागरूकता गोष्ठी, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ परियोजना अधिकारी डब्ल्यू डब्ल्यू एफ नरेश कुमार ने कहा कि हमारे चारों ओर विभिन्न प्रकार की जैव विविधता दिखाई देती है। जीवन को सुखमय बनाने के लिए जैव विविधता का संरक्षण आवश्यक है। पेड़ों की विविधता फूलों की विविधता, जन्तुओं की विविधता, पक्षियों की जैव विविधता, अन्न की विविधता, कीट पतंग की विविधताएं मानव जीवन को सुंदर और सुखमय बनती हैं और पृथ्वी की सेहत को ठीक करती है। इसलिए पृथ्वी पर उत्पन्न जैव विविधता का संरक्षण करना होगा।
समाधान विकास समिति के समन्वयक लक्ष्मीकांत शर्मा ने कहा कि जैव विविधता का संरक्षण जीवन का संरक्षण है।
वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री ने वन्य जीवों की विविधता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 29 प्रकार के कछुये भारत में पाए जाते हैं। 15 उत्तर प्रदेश में जिनमें से 12 पीलीभीत जनपद में है और 350 के करीब पक्षियों की जैवविविधता पीलीभीत में पाई जाती है।
प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।