दावते इस्लामी ग्रुप के साथ भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की फोटो जारी कर कांग्रेस ने पूछा यह रिश्ता क्या कहलाता है?

अजय चंद्राकर को अमित शाह से इस्तीफा मांगना चाहिए जब दावते इस्लामी जिसे भाजपा नेता आतंकी संगठन बता रहे हैं देश में कैसे घूम रहे, तो गृह मंत्री क्या कर रहे हैं?

रायपुर/05 जनवरी 2022। भाजपा प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ दावते इस्लामी संगठन के पदाधिकारियों की तस्वीर जारी कर पूछा इनके बीच क्या रिश्ता है? भाजपा अगर इन्हे आतंकी संग़ठन मानती है तो भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उनके साथ स्नेह मिलन क्यों कर रहे हैं?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के अनुसार दावते इस्लामी संगठन अगर आतंकी संगठन है तो देश में खुलेआम कैसे घूम रहा है? जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कार्यकाल में ही दावते इस्लामी संगठन देशभर में घूम रही है तो इसके लिए जिम्मेदार तो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हैं ऐसे में भाजपा प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर को अमित शाह से जांच की मांग नही बल्कि अमित शाह का इस्तीफा मांगना चाहिए? जो दावते इस्लामी संगठन को रोकने में नाकाम रहे हैं? छत्तीसगढ़ में भाजपा के नेता दावते इस्लामी संगठन को आतंकी संगठन बता रहे हैं और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की तस्वीर दावते इस्लामी संगठन के पदाधिकारियों के साथ में है जो कोरोना काल मे उनके द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा कर रहे हैं और प्रशस्ति पत्र दे रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के 3 साल के कार्यकाल और छत्तीसगढ़िया वाद के आगे भाजपा मुद्दा विहीन हो चुकी है। छत्तीसगढ़ में अब छत्तीसगढ़ीयों की बात हो रही है, छत्तीसगढ़ी भाषा में बात हो रही है, छत्तीसगढ़ की भाषा संस्कृति परंपरा तीज त्यौहार की बात हो रही है, छत्तीसगढ़ के किसानों और नौजवानों महिलाओं की बात हो रही है। ऐसे में खुशहाल होते छत्तीसगढ़ को देखकर भाजपा नेताओं को पीड़ा हो रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता कई बार सार्वजनिक मंचों से कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का किसान होना और छत्तीसगढ़िया होना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए भाजपा अब धर्म से धर्म को लड़ा कर सामाजिक समरसता को खराब कर अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं। जमीन आवंटन के लिए जिस संस्था ने आवेदन दिया था वह छत्तीसगढ़ में रमन सरकार के दौरान पंजीकृत हुआ है और प्रशासन ने नियमानुसार उनके आवेदन को खारिज कर दिया है ऐसे में भाजपा अब सिर्फ राजनीति करने के लिए झूठे बयान बाजी कर रही है। भाजपा नेताओं में तनिक भी नैतिकता बाकी है तो सबसे पहले अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष से सवाल जवाब करना चाहिए कि दावते इस्लामी के कार्यक्रम में कैसे शरीक हो गए?