रायपुर/ 13 जनवरी 2022। उत्तर प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगने के बाद योगी सरकार के मंत्री और विधायकों के द्वारा इस्तीफा देने एवं भाजपा छोड़ने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि योगी सरकार के मंत्री और विधायक आचार संहिता लगने के पहले सिर्फ इसलिए मौन थे कि अगर वह योगी सरकार के कुरीतियों मनमानी अत्याचार दमनकारी नीतियों के खिलाफ मुखर होकर बोलेंगे विरोध करेंगे तो उन्हें जान माल का खतरा रहा होगा। योगी सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश में अराजकता चरम सीमा तक पहुंच गई थी वहाँ गुंडा तंत्र हावी है और कानून व्यवस्था लचर है गुंडों के आगे पुलिस नतमस्तक है जाति वर्ग भेद की लड़ाई चरम सीमा पर है ऐसे में आचार संहिता लगने के बाद योगी सरकार के मंत्रियों विधायकों का इस्तीफा देना स्पष्ट बताता है कि किस प्रकार से योगी सरकार में सभी वर्गों को दबाया और डराया गया है यहां तक की सरकार के मंत्रियों को भी अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा था इसलिए बोलने से वो डरते रहे हैं उनके बोलने पर पाबंदी लगाई गई थी या उनको डराया धमकाया जाता रहा। यह स्पष्ट समझ में आ रहा है जिस प्रकार से योगी सरकार के मंत्री और विधायक इस्तीफा दे रहे हैं और भाजपा को छोड़कर जा रहे हैं और अपने त्यागपत्र में योगी सरकार के दौरान दलित पिछड़ों अल्पसंख्यकों बेरोजगार नौजवानों किसानों एवं छोटे लघु एवं मध्यम से लेकर व्यापारियों के ऊपर अत्याचार होने का जिक्र कर रहे हैं यह सच्चाई है और भाजपा शासित राज्यों में यह आम बात हो गई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश गुजरात हरियाणा सहित भाजपा शासित राज्यों में गुंडों का सरकारी करण हो गया है भाजपाई गुंडे एवं भाजपा की सरकारें दलित पिछड़ों किसानों अल्पसंख्यक बेरोजगार नौजवानों छोटे लघु मध्यम श्रेणी के व्यापारियों के साथ दुर्व्यवहार अत्याचार कर रहे है बेटियां सुरक्षित नहीं है बलात्कारी को बचाने के लिए भाजपा के विधायक सड़कों पर प्रदर्शन करते हैं भाजपा शासित राज्यों में मंत्री बलात्कारियों के तरफदारी करते हैं और पीड़ितों को डराया धमकाया जाता रहा है उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मोदी सरकार के मंत्री के पुत्र ने किसानों के ऊपर अपनी लग्जरी गाड़ी को चढ़ा कर किसानों का नरसंहार किया उसे बचाने काम योगी कि सरकार ने की एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद भी आज मोदी सरकार में किसानों के कातिल के पिता मंत्री हैं दुर्भाग्य की बात है भाजपा की जहां-जहां सरकारें है वहां दबे कुचले शोषित लोगों का शोषण हो रहा है चंद लोगों के हाथ में सरकार कठपुतली बनकर नाच रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार दलित पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक वर्ग किसान रोजगार युवक महिलाओं से किए वादे को पूरा करने में असफल रही है और इन्हीं वर्गों पर सबसे ज्यादा अत्याचार किया गया है इन्हीं वर्गों को डराया धमकाया गया है। मोदी वन से लेकर मोदी टू के कार्यकाल में भी देश में असहिष्णुता बढ़ी है। जो हालात आज उत्तर प्रदेश में हैं वही स्थिति भाजपा शासित राज्यों में भी है केंद्रों में भी इसी प्रकार की स्थितियां निर्मित है 2022 में जो उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं वहीं 2024 में लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने के बाद केंद्र सरकार में भी होगा केंद्र सरकार के अधिकांश मंत्री और सांसद भाजपा छोड़कर भाग आएंगे क्योंकि केंद्र में बैठी सरकार हम दो हमारे दो के अलावा किसी की ना तो सुनती है ना समझती है।