रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की न्याय पदयात्रा को सुपर फ्लॉप शो बताते हुए कहा है कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा का पूरे देश में हश्र देखने के बाद भी चाटुकारिता की संस्कृति के तहत छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की निकली न्याय यात्रा का हाल उसे भी बुरा हुआ है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जिस गिरौदपुरी से कांग्रेस ने यात्रा प्रारंभ की, वहां कुतुब मीनार से ऊंचा जैतखंभ भाजपा के शासनकाल में बना लेकिन पिछले 5 वर्षों में कांग्रेस ने वहाँ विकास के नाम पर एक ईट तक नहीं रखी।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने बुधवार को यहाँ एकात्म परिसर में आहूत पत्रकार वार्ता में कहा कि यह यात्रा कांग्रेस के लिए एक अच्छा अवसर था कि जब कांग्रेस प्रदेश के 18 लाख लोगों को 5 साल तक आवास न देने की गलती की माफी मांग सकती थी। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस की इस तथाकथित न्याय यात्रा का स्वागत गंभीर अपराधों में संलिप्त अपराधी और जिलाबदर हुए अपराधी कर रहे थे! बड़े-बड़े फ्लेक्स लगाकर अपराधियों ने कांग्रेस की इस तथाकथित न्याय यात्रा का स्वागत किया। इससे इस तथाकथित न्याय यात्रा पर सवालिया निशान लगा है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जमीन धोखाधड़ी के मामले में फरार और चार साल बाद मध्यप्रदेश से गिरफ्तार के अलावा जनपद पंचायत के चुनाव के दौरान कसडोल में घटित चाकूबाजी मुख्य आरोपी सब्जी व्यवसायी विशाल साहू जैसे आपराधिक चेहरे कांग्रेस की इस तथाकथित न्याय यात्रा के पोस्टर-ब्वॉय बने हुए थे। ये आपराधिक तत्व बाकायदा बैनर-पोस्टर लगाकर न्याय यात्रा के स्वागत की तैयारी किन नेताओं की शह पाकर कर रहे थे?
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सत्ता छिन जाने से छटपटाती और मुद्दों से भटकी कांग्रेस की तथाकथित न्याय यात्रा में अपनी संस्कृति के अनुसार आपसी सिर-फुटौव्वल झगड़े, बैनर-पोस्टर तक फाड़े गए। जिस कांग्रेस के पिछले शासनकाल में पूरे पाँच साल तक प्रदेश के हर वर्ग के साथ केवल, और केवल अन्याय-अत्याचार की सारी हदें पार कर दी गई थी। कांग्रेस अब छत्तीसगढ़ में महज अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए नित-नए स्वांग करने में लगी है जबकि 10 माह पहले जनता ने कांग्रेस को सत्ता से हटाकर यह बता दिया है कि अब उनसे तो उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं है। कांग्रेस फिर किसके लिए न्याय यात्रा निकाल रही थी? पूरी की पूरी यात्रा सिर्फ टोकन मात्र रह गई। इसमें न तो कांग्रेस के बड़े नेताओं, न कार्यकर्ताओं और न ही जनता की भागीदारी दिखाई दी। इस यात्रा से कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने लगातार दूरी बनाए रखी, इससे यह साफ झलकता है कि कांग्रेस नेतृत्व यह मानकर चल रहा था कि यह छत्तीसगढ़ की जनता से न्याय वाला कोई विषय है ही नहीं, यह कोई गंभीर मसला नहीं है। इसीलिए हरियाणा चुनाव का बहाना बनाकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट भी न्याय यात्रा की समाप्ति पर अपनी उपस्थिति की रस्म-अदायगी करके चले गए थे। यह यात्रा अब राजनीति के अपराधीकरण और अपराधियों के कांग्रेसीकरण की यात्रा बनकर रह गई थी।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि उनकी न्याय पदयात्रा में आखिर कांग्रेस शासन में कांग्रेस से चुनकर भेजे गए तीनों राज्यसभा सांसद रंजीता रंजन, राजीव शुक्ला और के.टी.एस. तुलसी शामिल क्यों नहीं हुए? क्या ये तीनों सांसद भी इसे न्याय यात्रा नहीं मान रहे थे और वे यह अच्छी तरह जानते थे कि यह कांग्रेस की सिर्फ राजनीतिक जमीन तलाशने का स्टंट मात्र है! कांग्रेस के तीनों राज्यसभा सांसद इसीलिए इस तथाकथित न्याय यात्रा इसलिए शामिल नहीं हुए क्योंकि तीनों सांसद अगर आते तो छत्तीसगढ़वासियों को अपने साथ किया हुआ वह अन्याय याद आ जाता कि छत्तीसगढ़वासियों का हक मारकर अन्य प्रदेशों के इन तीनों लोगों को राज्यसभा सदस्य बनाया गया।
कांग्रेस पार्टी को न्याय यात्रा नहीं बल्कि पश्चाताप यात्रा निकालनी चाहिए – नवीन मार्कंडेय
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को न्याय यात्रा नहीं बल्कि पश्चाताप यात्रा निकालनी चाहिए न्याय यात्रा निकालने का कोई औचित्य नहीं है। पिछले 5 साल जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही तब संत गुरु घासीदास जी की जन्मस्थली गिरौदपुरी से यह यात्रा प्रारंभ की है। प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी तब कुतुब मीनार से भी ऊंचा जैतखाम बनाया गया इसके साथ ही आसपास के क्षेत्र का भी विकास भाजपा के शासनकाल के दौरान हुई। गुरु घासीदास जी की जन्म स्थल को मंदिर भी भाजपा की सरकार नहीं बनाई लेकिन पिछले 5 वर्षों में कांग्रेस की सरकार रही और इन 5 वर्षों में विकास के नाम पर उस पवित्र स्थल में विकास के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखा। संत गुरु घासीदास बाबा के जन्म स्थल से ही कांग्रेस न्याय यात्रा निकली है और उस स्थल से ही कांग्रेस पार्टी ने अन्याय किया है।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय ने मनखे-मनखे एक समान का संदेश देने वाले बाबा घासीदास के अनुयायियों को बदनाम करने का प्रयास कांग्रेसियों ने बलौदाबाजार कांड करके दिया, जिसमें कांग्रेस के नेता जेल में बंद है और उन्हें जमानत तक नहीं मिल रही है। सतनामी समाज को बदनाम करने का षड्यंत्र भी कांग्रेसियों के द्वारा किया गया। मुंगेली जिले के लालपुर में जब सभा हो रही थी तब तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सतनामी समाज की बैठक में कहते हैं कि यह भौंकने वाला समाज है। बठेना हत्याकांड जिसमें सतनामी समाज के पांच लोगों की निर्मम हत्या कर उन्हें जला दिया जाता है लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री अपने गृह जिला में भी लोगों को न्याय नहीं दिला पाए। बठेना कांड की ना तो जांच की गई और ना ही इसके लिए एसआईटी का गठन किया गया और ना ही दोषियों को सजा दी गई। कांग्रेस के शासनकाल में कई स्थानों पर जैतखाम को तोड़ा गया लेकिन इस पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की।
इस बत्रकार वार्ता में भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास, अमरजीत छाबड़ा, राजीव चक्रवर्ती भी उपस्थित थे।