रायपुर /नई दिल्ली 26 नवंबर : छत्तीसगढ़ के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए कौशल विकास एक प्रभावी उपाय है। इसके माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें स्वरोजगार के लिए भी सक्षम बनाया जा सकता है। यह कहना है रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय से मिली जानकारी को साझा करते हुए श्री अग्रवाल ने बताया कि, विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत छत्तीसगढ़ के 4.5 लाख से ज्यादा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
श्री बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से उनके आत्मनिर्भर बनाने को लेकर लोकसभा में अतारांकित प्रश्न के माध्यम से कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय से जानकारी मांगी थी कि, छत्तीसगढ़ के युवाओं विशेषकर गरीब रेखा से नीचे श्रेणी में आने वाले युवाओं के कौशल विकास हेतु केंद्र सरकार ने कोई योजना तैयार की है? योजना के तहत कुल कितने राशि व्यय की गई और कितने युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
जिसपर कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी ने बताया कि, केंद्र सरकार ने वर्ष 2015 से 2024 तक प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के तहत छत्तीसगढ़ में 127 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जा चुके है और JSS के तहत 30 करोड़ से अधिक रुपए जारी किए गए हैं।
छत्तीसगढ़ में पीएमकेवीवाई के तहत अभी तक करीब 1,99,419, जन शिक्षण संस्थान के तहत 1, 10, 819, शिल्पकार प्रशिक्षण स्कीम के रहता 1,08,764 तथा जन शिक्षण संस्थान के तहत 16,632 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
सांसद श्री अग्रवाल ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए कौशल विकास एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना न केवल उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है, बल्कि उन्हें रोजगार के नए अवसरों से जोड़ने का कार्य भी कर रही है। मैं आशा करता हूं कि भविष्य में इस योजना का विस्तार होगा और और भी अधिक युवाओं को इसका लाभ मिलेगा।”
छत्तीसगढ़ के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के इस प्रयास में श्री बृजमोहन अग्रवाल का योगदान और उनकी सक्रियता सराहनीय है। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से लगातार आग्रह कर युवाओं के लिए और अधिक अवसरों की मांग की है।
पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में योजनाओं की जानकारी
सांसद बृजमोहन अग्रवाल के सवाल पर पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जानकारी दी है कि,
छत्तीसगढ़ में हाथी परियोजना, बाध परियोजना के लिए 2023-24 में 2.93 करोड़ दिए हैं।
वहीं मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ ग्रीन इंडिया मिशन, जलीय पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण, जैव विविधता संरक्षण, दावानल निवारण एवं प्रबंधन प्रणाली, वन्य जीव पर्यावासों का विकास की योजनाओं का संचालन कर रहा।