किसान विरोधी भाजपा घड़ियाली आंसू न बहाये -कांग्रेस’

रायपुर/ 04 फरवरी 2022। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि नवा रायपुर प्रभावित किसानों की समस्याओं के लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार जिम्मेदार है। भाजपा सरकार ने नवा रायपुर बनाते समय सिर्फ कमीशनखोरी पर ध्यान केंद्रित किया और किसानों का शोषण किया। कांग्रेस की सरकार नवा रायपुर प्रभावित किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के प्रतिनिधियों से बात की है और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कहा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अपनी ही पार्टी की सरकार के पाप पर राजनीति कर रहे हैं। किसान विरोधी भाजपा किसानों से झूठी हमदर्दी जताते हुए घड़ियाली आंसू बहा रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ से लेकर पूरा देश जानता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले किसान हैं। बाद में मुख्यमंत्री। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने किसानों के हित में जो काम किये हैं और कर रही है, वह देश भर में अभूतपूर्व तथा किसान हितैषी नीतियों की मिसाल हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की बागडोर सम्हालते ही किसानों का कर्ज माफ किया। भाजपा सरकार के समय हड़पी गई जमीन किसानों को वापस लौटाई। वादे के मुताबिक मोदी भाजपा प्रायोजित हर बाधा के बावजूद किसानों से 2500 की दर से धान खरीद रहे हैं जो देश में और कहीं नहीं खरीदा जाता। अन्य उपज के दाम बढ़ाकर किसान को राहत दी जा रही है। किसान को न्याय देने के साथ साथ भूमिहीन कृषि मजदूरों को न्याय दिया जा रहा है। गोधन न्याय योजना से ग्रामीण जनता को आर्थिक सम्बल मिल रहा है। इससे भाजपा को कष्ट हो रहा है। पंद्रह साल में हजारों किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर देने वाले लोग अब किसानों के नाम पर ओछी राजनीति कर रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को याद रखना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में किसानों की सरकार है। वे यह न भूलें कि किसानों से किया एक भी वादा मोदी भाजपा की सरकार ने पूरा नहीं किया है। भाजपा के लोग दोगुनी कीमत देने का झांसा देकर छत्तीसगढ़ के किसानों को धान का 2500 देने में अड़ंगा लगाने वाले मोदी का विरोध करें तब यहां किसानों पर बात करें। देश के किसान को बर्बाद करने के लिए तीन काले कानून लाने वालों का किसान के लिए हाय भरना किसी मजाक से कम नहीं है।