प्रधानमंत्री मोदी ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विशाखापत्तनम में 3 लाख लोगों के साथ दुनिया के अब तक के सबसे बड़े योग समारोह का नेतृत्व किया

Photo: PIB

नई दिल्ली : विशाखापत्तनम के मनमोहक समुद्र तट पर उभरती सुनहरी सुबह और बंगाल की खाड़ी में ताल से ताल मिलाती लहरों के साथ ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जश्न में देश और दुनिया भर के योग प्रेमियों का नेतृत्व किया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज दुनिया के सबसे बड़े योग सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने समुद्र के किनारे ऐतिहासिक योग सत्र में भारत और विदेश से आए हजारों प्रतिभागियों के साथ हिस्सा लिया।

इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ आंध्र प्रदेश के राज्यपाल श्री अब्दुल नजीर और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री एन. चंद्रबाबू नायडू गारू भी शामिल हुए। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री राम मोहन नायडू गारू और केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री (एमओएचएफडब्लू) श्री प्रतापराव जाधव भी केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी के साथ मौजूद थे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री पवन कल्याण गारू और राज्य कैबिनेट मंत्री श्री नारा लोकेश गारू भी मौजूद थे।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत और दुनिया भर के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल 11 वां अवसर है जब दुनिया 21 जून को सामूहिक रूप से योग का अभ्यास करने के लिए एक साथ आई है। उन्होंने कहा कि योग का सार “एकजुट होना” है और यह देखकर खुशी होती है कि योग ने दुनिया को कैसे एकजुट किया है।

पिछले दशक में योग की यात्रा पर विचार करते हुए, श्री मोदी ने उस क्षण को याद किया जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विचार रखा था। उन्होंने कहा कि 175 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया, जो इतनी व्यापक वैश्विक एकता का एक दुर्लभ उदाहरण है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह समर्थन केवल उस प्रस्ताव के लिए नहीं था, बल्कि पूरी मानव जाति की भलाई के लिए दुनिया का सामूहिक प्रयास था। उन्होंने कहा, “ग्यारह साल बाद, योग दुनिया भर में लाखों लोगों की जीवनशैली का एक अभिन्न अंग बन गया है।”

प्रधानमंत्री ने यह देखकर गर्व व्यक्त किया कि कैसे दिव्यांग व्यक्ति ब्रेल में योग संबंधी पाठ पढ़ रहे हैं और कैसे वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग का अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने योग ओलंपियाड में ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं की उत्साह के साथ भागीदारी का भी उल्लेख किया। श्री मोदी ने कहा कि चाहे वह सिडनी ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों, माउंट एवरेस्ट की चोटी हो या समुद्र का विशाल विस्तार, संदेश एक ही है- “योग सीमाओं, पृष्ठभूमियों या क्षमताओं से परे सभी के लिए है।”

प्रधानमंत्री ने विशाखापत्तनम में होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे प्राकृतिक सौंदर्य और आधुनिक प्रगति का जीवंत संयोग बताया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह के सावधानीपूर्वक आयोजन की सराहना करते हुए उन्होंने श्री एन. चंद्रबाबू नायडू और श्री पवन कल्याण को उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने उनके नेतृत्व में प्रदेश में शुरू किए गए योगांध्र अभियान की भी सराहना की।

योगांध्र अभियान अभियान के प्रति अनुकरणीय समर्पण के लिए आंध्र प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्री नारा लोकेश की विशेष प्रशंसा की गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि नारा लोकेश ने योग को वास्तव में समावेशी सामाजिक उत्सव में बदल दिया है। पिछले कई हफ्तों में, श्री लोकेश के प्रयासों ने व्यापक स्तर पर लोगों को संगठित किया है, जिससे समाज के हर वर्ग की भागीदारी बढ़ी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि योगांध्र अभियान में दो करोड़ से अधिक लोगों ने भाग लिया है जो जबरदस्त जन समर्थन जनभागीदारी की भावना को दर्शाता है और जो एक विकसित भारत की नींव रखता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब नागरिक राष्ट्रीय मिशन की जिम्मेदारी लेते हैं, तो कोई भी लक्ष्य बहुत महत्वाकांक्षी नहीं रह जाता। विशाखापत्तनम में पूरे समारोह में लोगों की ऊर्जा, प्रतिबद्धता और सद्भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दी।

केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए प्रस्ताव पारित करवाने का अभूतपूर्व कदम उठाया। योग के लिए यह पहल अब 180 से अधिक देशों में मनाए जाने वाले वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आंदोलन में बदल गई है।”

श्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि इस आंदोलन के एक दशक पूरे होने के अवसर पर, “हमने इस वर्ष 10 प्रमुख कार्यक्रम शुरू किए हैं। इनमें वृक्षारोपण के साथ हरित योग (ग्रीन योग), योग कनेक्ट, योग पार्क, योग बंधन, योग महाकुंभ और योग संगम शामिल हैं, जिन्हें देश भर में 10 लाख से अधिक संगठन मना रहे हैं।”

आंध्र प्रदेश सरकार को बधाई देते हुए केंद्रीय आयुष मंत्री ने कहा कि “मुख्यमंत्री श्री चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में 21 मई को आंध्र प्रदेश में ‘योगआंध्र अभियान’ शुरू किया गया। इस अभियान के तहत कल 22,000 से अधिक आदिवासी छात्रों ने 15 मिनट में सूर्य नमस्कार के 12 चक्र पूरे कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया।”

श्री प्रतापराव जाधव ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर आयुष मंत्रालय ने लोगों के बीच स्वस्थ भोजन को बढ़ावा देने के लिए एक छोटी सी पहल की है और आज दिल्ली में 70 स्थानों पर मंत्रालय इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों को आयुष आहार (आयुष आहार) वितरित कर रहा है। उन्होंने कहा, “यह आयुष आहार मोरिंगा-आधारित खाद्य उत्पाद हैं और यह लोगों के लिए एक स्वस्थ और स्वादिष्ट भोजन विकल्प के रूप में उभरेगा।”

आंध्र प्रदेश को इस ऐतिहासिक आयोजन की मेजबानी का सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री श्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को अभूतपूर्व उत्साह के साथ मनाया जिसमें विशाखापत्तनम में 3 लाख से अधिक नागरिकों ने सामूहिक योग प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, “कार्यक्रम का समापन महीने भर चले सफल योगांध्र अभियान के साथ हुआ, जिसमें राज्य भर में 2.17 करोड़ प्रतिभागियों ने भाग लिया और कई रिकॉर्ड बनाए।”

केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह उधमपुर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा, “हमारे ऋषियों की दी गई योग की प्राचीन परंपरा का अब विश्व स्तर पर पालन किया जा रहा है। भारत में योग केवल एक अभ्यास नहीं है, बल्कि जीवन जीने का यह एक तरीका है।”

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह अहमदाबाद में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने “X” पर लिखा कि योग मन, शरीर और मस्तिष्क के बीच तालमेल बिठाता है और यह दुनिया भर के लोगों की दिनचर्या का एक अभिन्न अंग बन गया है।

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देशव्यापी उत्साह में इजाफा करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने भी नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लिया। पिछले दशक में योग की परिवर्तनकारी यात्रा को प्रतिबिंबित करते हुए, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि, “योग हमारे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक आयामों में संतुलन का पोषण करता है, जिससे एक स्वस्थ और अधिक संपूर्ण जीवन संभव होता है। यह प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण है कि योग ने वैश्विक मान्यता प्राप्त की है। पिछले 10 वर्षों में, दुनिया भर के लोगों ने योग को अपने दैनिक जीवन के एक अनिवार्य हिस्से के रूप में अपनाया है।” श्री नड्डा ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उनसे योग को जीवन शैली के रूप में अभ्यास करने और बढ़ावा देना जारी रखने का आग्रह किया।

उल्लेखनीय है कि 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज दिल्ली में 100 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किये गये।