रायपुर, 13 सितम्बर 2025 : ‘पीपल रक्षितः रक्षितः’ के इस पावन मंत्र के साथ, 121 परिवारों ने 121 पीपल के पौधे लगाए, जो उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन की एक नई कहानी लिखेंगे। यह सिर्फ वृक्षारोपण नहीं था, यह प्रकृति के साथ एक गहरे रिश्ते को निभाने का क्षण था।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के वन एवं जलवायु परिवर्तन, परिवहन, सहकारिता, संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा, पीपल को सिर्फ एक पेड़ नहीं, बल्कि एक परिवार का हिस्सा बनाने के लिए पीपल्स केयर सामाजिक संस्था ने ग्राम पंचायत महुपाल बरई में एक अनोखी पहल शुरू की है। आज मैं यहां एक मंत्री के रूप में नहीं, बल्कि इस धरती के एक बेटे के रूप में खड़ा हूँ।
पीपल केयर का ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ और ‘एक पीपल एक परिवार’ का यह अभियान, सिर्फ पेड़ लगाने का कार्यक्रम नहीं है, यह तो माँ और बच्चे के रिश्ते को फिर से परिभाषित करने जैसा है। मंत्री श्री कश्यप ने आगे कहा कि पीपल का वृक्ष हमारी संस्कृति का प्राण है, यह हमारी वह माँ है जो बिना किसी स्वार्थ के हमें प्राणवायु का वरदान देती है। आज आपने सिर्फ पौधे नहीं लगाए हैं, बल्कि आपने अपनी अगली पीढ़ी के लिए जीवन के बीज बोए हैं।
इस कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, जनपद अध्यक्ष श्री मोहन कुमार बघेल, जिला पंचायत सदस्य मौर्य और ग्राम सरपंच श्रीमती लता बघेल सहित जनप्रतिनिधिगण और आसपास के ग्रामीण मौजूद रहे।
पीपल्स केयर के अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार यादव ने इस अवसर पर कहा कि भले ही हम अनपढ़ हों, लेकिन हमें अपनी प्रकृति और संस्कृति का महत्व पता है। उन्होंने कहा कि महुपाल बरई के 121 परिवारों ने सिर्फ 121 पीपल नहीं, बल्कि अगली पीढ़ी के लिए प्राणवायु की फैक्ट्री की नींव रखी है।
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