सखी सेंटर के माध्यम से वृद्ध महिला को पहुँचाया गया आश्रय स्थल

बलौदाबाजार, 17 फरवरी 2022/ सखी सेंटर के माध्यम से वृद्ध महिला को आश्रय स्थल पहुँचाया गया। 3 फरवरी को जिला अस्पताल बलौदाबाजार में पिछले 5 माह से रह रही वृद्ध महिला (दुर्गा साहू) के विषय में सखी वन स्टॉप सेंटर बलौदाबाजार को जानकारी दी गई। उन्होने बताया कि अगस्त 2021 से अस्पताल में भर्ती है। महिला के पैर पर गाड़ी चढ़ गई थी जिसके बाद उन्हें 108 द्वारा जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार लाकर भर्ती करवाया गया था। इस घटना से महिला का पैर फ्रेक्चर हो गया था, जिला चिकित्सालय द्वारा आवश्यक चिकित्सा सहायता देने पश्चात् उन्हें आगे की इलाज हेतु रायपुर रेफर कर दिया गया था जहॉ से इलाज पश्चात् पुनः वृद्धा को जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार भेजा गया।।वृद्धा अपने व अपने परिजन के विषय मे कोई भी जानकारी नही दे रही थी। वह स्वयं भी चिकित्सालय से जाने को तैयार नही थी। अतः जिला चिकित्सालय द्वारा तुलिका परगनिहा,केन्द्र प्रशासक सखी बलौदाबाजार को उक्त वृद्धा के संबंध में अवगत कर उनके स्थायी निवास हेतु बात किया गया।
कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर. कच्छप महोदय के आदेशानुसार सखी द्वारा स्वयं जिला चिकित्सालय जाकर वृद्धा की काउंसलिंग कर उनकें व उनके परिजन के विषय में जानकारी लेने का प्रयास किया गया। जिसमें वृद्धा द्वारा अपने विषय मे बताया गया कि उनका अब इस संसार में कोई भी नही है।नउनके सारे परिजन यथा पति व पुत्री ,माता-पिता, भाई-बहन सभी की मृत्यु हो गई है। उन्होने अपने ससुराल व मायके का पता बताया तथा यह भी बताया कि वह भाटापारा रेल्वे स्टेशन मे पिछले कई महिनों से रह रही थी व भीख माँगकर जीवन यापन कर रही थी। चोट लगने से जिला चिकित्सालय आयी है तथा ठीक होने पर वह स्वयं चली जायेगी। वृद्धा से इतनी जानकारी मिलते ही सखी द्वारा थाना पामगढ़ मे बात कर वृद्धा के विषय में बताया गया व जानकारी देने हेतु कहा गया साथ ही सखी सेंटर जांजगीर चांपा मे भी बात किया गया जहाँ से वृद्धा के ससुराल व परिजनों के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई तथा यह ज्ञात हुआ कि वृद्धा की एक बेटी है परंतु कहाँ रहती है,इसकी जानकारी नहीं है। उनके पति कई वर्ष पूर्व ही उन्हें छोड़कर किसी अन्य महिला के साथ चले गए थे। तथा अन्य कोई भी परिजन अब जीवित नही है। यह पता चलते ही सखी द्वारा साहू समाज के प्रतिनिधियों को वृद्धा की जानकारी देते हुए उनके परिजन का पता लगाने हेतु बात किया गया। जिसके बाद दिनांक 11 फरवरी को पीड़िता के प्रकरण मे समाज के एक व्यक्ति से पता ज्ञात हुआ कि सामाजिक स्तर पर वृद्धा के गॉव जाकर पता करवाने पर भी वही जानकारी प्राप्त हुई जो सखी जांजगीर से प्राप्त हुई थी। ऐसे मे वृद्धा के स्थायी निवास हेतु कवर्धा मे संचालित हो रही अशक्त वृद्धों हेतु प्रशासक देखरेख गृह के बारे में पता चलते ही सखी द्वारा जिला कवर्धा के जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला संरक्षण अधिकारी निकिता डड़सेना व केन्द्र प्रशासक सखी वन स्टॉप सेंटर कवर्धा से बात कर समन्वय स्थापित किया गया तथा उनके सहयोग से अनुविभागीय दण्डाधिकारी कवर्धा से आदेश प्राप्त कर वृद्धा के निवास हेतु स्वीकृति आदेश प्राप्त कर सखी बलौदाबाजार द्वारा 17 फरवरी को वृद्धा को प्रशासन के देखरेख गृह में स्थायी निवास हेतु दाखिला दिलवाया गया। इस प्रकार वृद्धा को सखी जिला बलौदाबाजार के सहयोग से स्थायी आश्रय दिलवाया गया।