जिले के 35 बाजारों में लग रहे हाट-बाजार क्लीनिक, 1 सप्ताह में 11 सौ से ज्यादा मरीजों की हुई जांच

’भरतपुर जैसे दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में वरदान बनकर उभरी योजना, साल भर में 11 हज़ार से ज्यादा ग्रामीणों को मिला जांच और इलाज का फायदा
’योजना से अब तक 36 हजार 338 ग्रामीणों को मिला उपचार’

कोरिया 11 मार्च 2022/ हाट बाजारों में ही जांच और उपचार की सुविधा मिल जाने से मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना ग्रामीण अंचल के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। छत्तीसगढ़ शासन की मंशानुरूप ग्रामीण क्षेत्रों व सुदूर वनांचलों में अंतिम छोर के व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संचालित मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना से जिले में हजारों ग्रामीण लाभान्वित हो चुके हैं। ग्रामीणों को स्थानीय हाट बाजार में ही ईलाज की सुविधा मिलने से स्वास्थ्य संबंधी चिंता से मुक्ति मिली है।
गत सप्ताह सभी विकासखण्डों में आयोजित मोबाइल क्लिनिक के माध्यम से 1106 मरीजों की जांच की गई है। जिले में 1 अप्रैल 2021 से 10 मार्च 2022 तक 35 हाट-बाजारों में 1162 मोबाइल क्लीनिक लगाकर लगभग 36 हजार 338 ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार एवं स्वास्थ्य संबंधी परामर्श एवं निःशुल्क दवाईयां प्रदान की गई है, इनमें सर्वाधिक विकासखंड भरतपुर में 11 हज़ार 380 ग्रामीण शामिल हैं।
मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है। इस योजना के तहत जिले में आवश्यकता अनुरूप तथा गांवों से स्वास्थ्य केन्द्र की दूरी के आधार पर 35 हाट बाजारों का चिन्हांकन किया गया है। जहां चिकित्सक अपने स्टाफ के साथ उपस्थित रहते हैं और मरीजों का इलाज करते हैं। प्रत्येक हफ्ते डेडिकेटेड टीम के माध्यम से इन हाट बाजारों में आने वाले ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आवश्यक उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है।  
इस वर्ष अब तक बैकुंठपुर विकासखंड के 7 हाट बाजारों में 246 मोबाइल क्लिनिक में स्वास्थ्य टीम ने पहुंचकर 5 हजार 418 मरीजों का उपचार किया। इसी तरह भरतपुर के 7 हाट-बाजारों में 250 मोबाइल क्लिनिक में टीमों द्वारा 11 हजार 380 मरीजों की जांच एवं उपचार किया गया। खड़गवां के 7 हाट बाजारों में 285 मोबाइल क्लिनिक द्वारा 6 हजार 793 मरीजों, मनेन्द्रगढ़ के 7 हाट बाजारों में 216 मोबाइल क्लिनिक द्वारा 6 हजार 400 और सोनहत के 7 हाट बाजारों में 165 मोबाइल क्लिनिक में स्वास्थ्य टीम द्वारा 6 हजार 347 मरीजों को लाभान्वित किया गया।