सरगुजा संभाग आयुक्त ने खड़गवां विकासखंड में दौरा कर अधिकारियों, कर्मचारियों की ली बैठक

समाधान तुंहर दुआर और पंचायतों को मत्स्य पालन, बागवानी जैसे कार्यों से आय के स्त्रोत बढ़ाने की दिशा में काम किये जाने हेतु दिए आवश्यक दिशा निर्देश’कोरिया 25 मार्च 2022/ सरगुजा संभाग आयुक्त श्री जी.आर.चुरेन्द्र ने गुरुवार को विकासखण्ड खड़गवां दौरे के दौरान सामुदायिक भवन खड़गवां में  विकास खण्ड सचिव, रोजगार सहायक, सरपंच, जनपद सदस्य जनपद अध्यक्ष एवं अन्य गणमान्य नागरिको तथा विकास खण्ड स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने विकासखण्ड में राजस्व मामलों के निराकरण के लिए लगाए जा रहे समाधान तुहर दुआर शिविर कार्यक्रम के संबंध में फौती नामांतरण, अविवादित नामांतरण, अविवादित बंटवारा अभिलेख दुरुस्ती बी-1 वाचन, ऋण पुस्तिका वितरण 170 (ख) के मामले,बेजा कब्जा आदि विषयों पर आवेदन लेकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी पटवारियो को अपने-अपने मुख्यालयों में कम से कम 3 रात्रि विश्राम करने एवं  पंचायत विभाग के समस्त कार्य योजना को ग्राम सभा से पारित कर संबंधित विभाग को भेजना सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
श्री चुरेन्द्र ने स्वायत्त पंचायत को आत्म निर्भर बनाने हेतु स्वयं के स्त्रोत से आय बढ़ाने हेतु ग्रामों में तालाब या डबरी निर्माण कर मतस्य पालन, बागवानी विकास हेतु नर्सरी में हर साल पौधे तैयार किए जाने, पंचायतों में व्यवसायिक क्षेत्र का निर्माण किए जाने के उपाए बताए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को, ऐसे ग्राम जहाँ बॉक्साइड युक्त या लोहा युक्त पानी से पेयजल संकट हो, उन गांव में डबरी, तालाब एवं कुएं के निर्माण किए जाने के निर्देश दिए। गांव में स्कूल के आस-पास खाली पड़े शासकीय भूमि में खेल मैदान बनाकर चारों ओर वृक्षारोपण कराने एवं शासकीय पड़त भूमि पर ग्राम सभा द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर परिवार का चिन्हांकन करते हुए सामूहिक खेती करने के लिये प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश दिए।
संभाग आयुक्त के द्वारा उपस्थित अधिकारियों को ग्रामीणों को धान के फसल के बजाय अन्य फसल उत्पादन करने हेतु प्रोत्साहित करने एवं पंचायतो की आय बढ़ाने के लिये हेचरी का निर्माण करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने चार राष्ट्रीय सम्पदा जल सम्पदा, भू सम्पदा, वन सम्पदा, खनिज सम्पदा के संरक्षण करने हेतु  निर्देशित किया एवं शासकीय भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को रोकने हेतु अतिक्रमण विरोधी दस्ता बनाये जाने के भी निर्देश दिए गए।