पढ़ना लिखना अभियान महापरीक्षा 1600 निरक्षर हुए शामिल

कलेक्टर डोमन सिंह ने पढ़ना लिखना अभियान महापरीक्षा का किया अवलोकन किया

अर्जुनी- राज्य साक्षरता मिशन के आदेशानुसार कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन बलौदाबाजार-भाटापारा के कुशल मार्गदर्शन में पढ़ना लिखना अभियान महापरीक्षा का सफल आयोजन हुआ। परीक्षा में बैठे निरक्षरों को प्रोत्साहित करने के लिए कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन डोमन सिंह स्वयं बलौदाबाजार विकासखण्ड के परीक्षा केन्द्र शासकीय प्राथमिक शाला पौंसरी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लक्ष्य 41 के विरूद्ध निरक्षर 16 परीक्षार्थी परीक्षा देते हुये पाये गये। कलेक्टर डोमन सिंह ने परीक्षार्थियोें से स्वयं बात कर प्रश्न पत्र के संबंध में चर्चा की। परीक्षार्थी कलेक्टर डोमन सिंह को अपने बीच पाकर भाव विभोर हो गये। जिला साक्षरता अधिकारी सोमेश्वर राव को कलेक्टर ने लक्ष्य के विरूद्ध शतप्रतिशत लोगों को परीक्षा में सम्मिलित कराने हेतु लगातार मॉनिटरिंग करने को कहा। पढ़ना लिखना अभियान के प्रथम चरण के महापरीक्षा में जिले में सर्वे किये गये 8हजार निरक्षरों को परीक्षा में सम्मिलित होने का लक्ष्य था। जिसके विरूद्ध 4995 निरक्षरों ने 30 सितम्बर 2021।को परीक्षा में सम्मिलित होकर सफलता प्राप्त की थी तथा 30 निरक्षरों को सी ग्रेड प्राप्त हुआ था। इस प्रकार दुसरे चरण के महापरीक्षा में सम्मिलित होने के लिए जिले को प्रारंभ में शेष 2975 निरक्षरों को 30 मार्च 2022 की महापरीक्षा में सम्मिलित होना था। महापरीक्षा के पूर्व 1 जनवरी 2022 से स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से शेष 2975 निरक्षरों को मोहल्ला कक्षा के माध्यम से कक्षाओं का आयोजन करना था। मोहल्ला कक्षा में 1410 निरक्षर ही बुनियादी शिक्षा स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से विद्यालयों,सामुदायिक भवनों, मंगल भवन एवं बरामदा में बैठकर 120 घंटे की बुनियादी शिक्षा प्राप्त की। इस प्रकार राज्य कार्यालय के निर्देशानुसार 30 मार्च 2022 को आयोजित महापरीक्षा में परीक्षा दिलाने हेतु संशोधित लक्ष्य 1410 था जिसके विरूद्ध 1600 निरक्षर उक्त तिथि को परीक्षा में सम्मिलित हुये। इस प्रकार कलेक्टर डोमन सिंह के कुशल मार्गदर्शन में जिले ने न केवल शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति की अपितु लक्ष्य से ज्यादा परीक्षार्थी इस महापरीक्षा में सम्मिलित हुये। पढ़ना लिखना अभियान के अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक निरक्षरों का सर्वे शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवी शिक्षकों, स्काउड गाईड के छात्र-छात्राओें एवं एनएसएस, एनसीसी के छात्र-छात्राओं द्वारा सर्वे, मोहल्ला कक्षा, परीक्षा के आयोजन व मूल्यांकन में सराहनीय योगदान मिला जिसके लिए कलेक्टर डोमन सिंह ने सभी को धन्यवाद अर्पित किये। इस परीक्षा के लिए छुटे हुये निरक्षरों के लिए जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के चिन्हाकिंत 72 ग्राम पंचायतों एवं 40 वार्डाें के शासकीय प्राथमिक शालाओं को परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। प्राथमिक शाला के प्रधानपाठक, परीक्षा केन्द्र के केन्द्राध्यक्ष एवं वहां के शिक्षक पर्यवेक्षक का कार्य संपन्न किये। कलेक्टर ने महापरीक्षा की गंभीरता को देखते हुये जिला स्तर के सभी अधिकारियों को विकासखण्ड बलौदाबाजार के परीक्षा केन्द्रों के मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी तथा अन्य विकासखण्डों के परीक्षा केन्द्रों की मॉनिटरिंग विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों द्वारा पूरी निष्ठा से की गयी। परीक्षा का समय प्रातः 10ः00 बजे से सांयकाल 05ः00 बजे तक था। परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों में उत्सव सा माहौल था। साथ ही परीक्षा के पूर्व निरक्षरों को संबंधित ग्राम पंचायत व वार्डों के शिक्षकों द्वारा हल्दी चांवल व पर्ची देकर परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए आह्वान किया गया। महापरीक्षा पूर्व परीक्षा केन्द्रों की साफ-सफाई, रोशनी, पानी, टेबल-कुर्सी व दरी की व्यवस्था कर ली गयी थी। परीक्षा केन्द्र शासकीय नवीन प्राथमिक शाला सिविल लाईन बलौदाबाजार में देवरानी और जेठानी एक साथ परीक्षा देते नजर आई। राज्य कार्यालय से प्राप्त प्रश्न पत्रों को परीक्षा केन्द्रों में एक दिन पूर्व सौंपा गया। जिला एवं विकासखण्ड के शिक्षा कार्यालयों में स्ट्रॉग रूम बनाया गया, जहां से प्रत्येक 02 घंटे की रिपोर्टिंग परीक्षा केन्द्रों से प्राप्त किया गया, तथा जानकारी राज्य कार्यालय को प्रेेषित किया गया। परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण जिला स्तरीय अधिकारियों के अलावा जिला जनसम्पर्क अधिकारी नितेश चक्रधारी,जिला शिक्षा अधिकारी सी.एस.ध्रुव,जिला मिशन समन्वयक सोमेश्वर राव, सहायक जिला समन्वयक मनहरण लाल साहू, पढ़ना लिखना अभियान के नोडल अधिकारी जहीर अब्बास द्वारा निरंतर दिनभर किया जाता रहा। इसके अलावा महापरीक्षा के सफल संचालन में डेविड साहू ने किया।