विज्ञान की समझ आसान बनाने के लिए की गई विज्ञान पार्क की स्थापना

रायपुर, 01 अप्रैल 2022 : विज्ञान को रूचिकर और आसान बनाने के लिए छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के द्वारा विद्यालयीन छात्रों के लिए विद्यालय परिसर में विज्ञान पार्क की स्थापना की गई है। इस पार्क के माध्यम से खेल-खेल में विद्यार्थी विज्ञान के विभिन्न आयामों को समझ पाएंगें। प्रदेश में इस तरह के कुल 12 पार्क स्थापित किए गए हैं। जिला दुर्ग में एक विज्ञान पार्क की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। राज्य के सभी जिलों में परिषद के द्वारा विज्ञान पार्क की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है।

छत्तीसगढ़ विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी परिषद की वैज्ञानिक श्रीमती जे. के. राय ने बताया कि छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं परिषद के विज्ञान लोकव्यापीकरण योजना के अंतर्गत राज्य में विज्ञान के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं विद्यालयीन छात्र-छात्राओं में खेल-खेल में विज्ञान प्रादर्शो के माध्यम से विज्ञान के सिद्धांतों को सीखने तथा समझने के लिए विज्ञान पार्कों की स्थापना की गई है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों में दैनिक जीवन में उपयोगी वैज्ञानिक तथ्यों की समझ व दृष्टिकोण, विश्लेषणात्मक सोच तथा रचनात्मक प्रतिभा विकसित होगी। विज्ञान पार्क की स्थापना बी. एम. बिरला साईस सेेंटर, बिरला आर्कियोलॉजिकल एवं कल्चरल रिसर्च इन्स्टीट्यूट प्रभाग, हैदराबाद के माध्यम से उनके मापदंड के अनुरूप की गई है। पार्क की स्थापना संबंधित जिला कलेक्टर द्वारा चिन्हित विद्यालयों के परिसर में की जा रही है।

इन साईंस पार्को में विद्यालयीन विज्ञान पाठ्यक्रम के विभिन्न सिद्धांतों पर आधारित चलित प्रादर्श स्थापित किए गए है। जिसमें गुरूत्व केन्द्र सिद्धांत को प्रदर्शित करने हेतु एन्टी ग्रेविटी कोण, पुली के सिद्धांत हेतु लिफ्ट यूवरसेल्फ एवं पुल्ली एण्ड बेल्टस, जड़त्वाघूर्ण के सिद्धांत हेतु रैस द रोलर, पेनडुलम के सिद्धांत पर पेनडुलम पैर्टनस, न्यूटन के सिद्धांत पर न्यूटन क्रेडल, ध्वनि तरंग के सिद्धांत हेतु जाइलोफोन, कोणीय संवेग को प्रदर्शित करने हेतु ब्लैक होल, 2 डी एवं 3 डी सिद्धांत हेतु स्प्लीट पर्सनलिटी, पाइथोगोरस सिद्धांत हेतु पाइथोगोरस मॉडल, दाब के सिद्धांत हेतु आर्कमिडिज स्क्रूु, स्थितिज ऊर्जा से गतिज ऊर्जा परिवर्तन हेतु रोलर कोस्टर एवं एक्रोेवेटिल बॉल, डिस्ट्राटेड इमेज हेतु फन मिरर एवं कोविड-19 हेतु कोरोना वायरस प्रदर्शन बोर्ड आदि प्रादर्श स्थापित है।

इन प्रादर्शांे के माध्यम से विद्यार्थी पाठ्यक्रम में सम्मिलित विज्ञान के सिद्धांतों को आसानी से समझ पा रहे हैं। साथ ही शिक्षकों को भी इन सिद्धांतों को विद्यार्थियों को समझाने में आसानी हो रही हैं। इन विज्ञान पार्को के माध्यम से संबंधित विद्यालय एवं आस-पास के अन्य विद्यालय के छात्र-छात्राएं के अलावा नवप्रवेशी छात्र-छात्राएं भी निरंतर लाभान्वित हो रहे हैं। राज्य में कुल 12 साईंस पार्क स्थापित किए गए हैं। जिसमें रायपुर में 02, दुर्ग, नारायणपुर, धमतरी, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, रायगढ़, महासमुंद, कोण्डागांव एवं बिलासपुर के एक-एक साईंस पार्क स्थापित है। अभी हाल ही में जिला-दुर्ग के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाउवारा, में साईंस पार्क की स्थापना की गई है। वर्तमान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मर्रा, जिला-दुर्ग में आउटडोर-इंनडोर विज्ञान पार्क की स्थापना का कार्य प्रगति पर है।