छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर देश में सबसे कम

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ में रोजगार के अवसर बढ़े

रायपुर/04 अप्रैल 2022। सीएमआईई (सेंटर फार मानीटरिंग इंडियन इकॉनामी) के द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर देश में सबसे कम है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नीतियों का परिणाम है कि छत्तीसगढ़ में रोजगार के अवसर बढ़े है। पूरे देश की बेरोजगारी दर जहां 7.6 प्रतिशत वहीं छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर 0.6 प्रतिशत है। यह आंकड़े राज्य के युवाओं को सुकून देने वाले है। एक तरफ जहां देश में रोजगार के अवसर घटे है। छत्तीसगढ़ में रोजगार के नये अवसर बढ़ रहे है। यह भूपेश बघेल के नये विश्वसनीय छत्तीसगढ़ मॉडल का कमाल है।

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद योजना बना कर रोजगार के नये अवसर पैदा करने की मुहिम चलाई गयी। कांग्रेस सरकार ने 3 साल में ही 5 लाख से अधिक युवाओं के लिये नौकरियों की व्यवस्था की है। सत्ता परिवर्तन के पहले 2018 में जहां राज्य का बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से ऊपर था मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के तीन साल के कार्यकाल में युवाओं को सरकारी नौकरी में अवसर देने एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए जा रहे हैं अनेक रोजगार मूलक कार्यों के चलते घटकर 0.6 प्रतिशत हो गई है जो राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 7.6 प्रतिशत से 126 प्रतिशत कम है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन राज में 15 साल तक छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिये सरकारी नौकरी दिवास्वप्न बन गयी थी। भाजपा सरकार 15 सालों में पीएससी की 15 परीक्षाएं भी नहीं आयोजित करवा पाई थी। व्यापम तो भाजपा राज में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद युवाओं के सरकारी नौकरी में भर्ती के द्वार खोले गये। नियमित और अनियमित दोनों प्रकार की भर्तियां निकाली गयी। राज्य लोकसेवा आयोग के माध्यम से 2885 नौकरियां व्यापम के माध्यम से 4530 नौकरियां, 14580 शिक्षकों की भर्तियां, बिजली कंपनी में 3000 नौकरियां, स्वास्थ्य विभाग में 4000 नौकरियां, पुलिस विभाग में 8292 नौकरियां, राजस्व विभाग में 392 नौकरियां, वन विभाग में 3861 नौकरियां, महिला एवं बाल विकास विभाग में 800 से अधिक भर्तियां, 250,000 विभिन्न विभागों में नियमित भर्तियां की गयी, 44 विभागों में 3155 अनुकंपा नियुक्तियां, चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज 1041 अन्य मेडिकल कॉलेजों में 230 नियुक्ति कृषि उद्यानिकी में 1200 नियुक्तियां इसके अलावा 147000 अनियमित को नियमित कर रोजगार दिया। यह तो सरकारी विभागों के रोजगार है। 30000 निजी क्षेत्रों में कांग्रेस सरकार ने 14 लाख परिवारों को वन के माध्यम से रोजगार से जोड़ा तथा 26 लाख से अधिक लोगों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार दिया गया। 59175 बुनकरों को प्रत्यक्ष रोजगार दिया गया।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्व के रमन सरकार में युवाओं के नौकरी को आउटसोर्सिंग के माध्यम से बेचा जाता रहा है। आरएसएस और भाजपा समर्थित एनजीओ संगठनों को लाभ पहुंचाने के लिए आउटसोर्सिंग की शुरुआत की गई और राज्य के बाहर के लोगों को नौकरी पर रखा गया। छत्तीसगढ़ के युवा सरकारी नौकरी के लिए तरसते रहे हैं रमन सरकार 15 साल में राज्य के 45 लाख हाथों को काम देने में असफल रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार व्यक्ति विकास की अवधारणा से काम कर रही है इसीलिए छत्तीसगढ़ खुशहाल हो रहा है छत्तीसगढ़ में रोजगार हैं शासकीय सेवाओं में भर्ती हो रही है।