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  • गौ-सेवा से ही मिलती है सच्ची शांति और ऊर्जा : मुख्यमंत्री साय

    गौ-सेवा से ही मिलती है सच्ची शांति और ऊर्जा : मुख्यमंत्री साय

    रायपुर, 7 सितंबर 2025 : मुख्यमंत्री श्री साय ने आज चन्द्रग्रहण से पूर्व मुख्यमंत्री निवास में गौमाता को रोटी और गुड़ खिलाया। इस अवसर पर उन्होंने पूरे प्रदेश की सुख-समृद्धि, शांति और कल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गौ-सेवा करने से उन्हें आत्मिक संतोष और नई ऊर्जा का अनुभव मिलता है।

  • उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दिव्यांग युवक को दिया आगे बढ़ने का सहारा, अमर मरकाम को तत्काल मिली स्कूटी

    उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दिव्यांग युवक को दिया आगे बढ़ने का सहारा, अमर मरकाम को तत्काल मिली स्कूटी

    रायपुर, 7 सितंबर 2025 : उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा के कवर्धा विधायक कार्यालय में आज एक भावुक पल देखने को मिला। जब बोड़ला विकासखंड के ग्राम घोंघा निवासी श्री अमर मरकाम, जो शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं। उन्होंने अपनी पीड़ा उप मुख्यमंत्री के समक्ष व्यक्त की। उन्होंने बताया कि बाहर आने-जाने में उन्हें अत्यधिक कठिनाई होती है और उन्हें स्कूटी की आवश्यकता है। श्री अमर मरकाम की व्यथा सुनते ही उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने अत्यंत संवेदनशीलता का परिचय देते हुए तत्काल उन्हें स्कूटी प्रदान की।

    उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उन्हें जरूरतमंदों तक वास्तविक रूप से पहुंचाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता समाज के अंतिम छोर तक विकास और सुविधा पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी असमर्थताओं के कारण कठिनाई झेल रहे हैं, उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना ही सच्ची जनसेवा है। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार समाज के कमजोर, वंचित और दिव्यांग वर्ग के साथ खड़ी है। सरकार लगातार ऐसे कदम उठा रही है, जिससे हर व्यक्ति सम्मानपूर्वक और आत्मनिर्भर जीवन जी सके।

    श्री अमर मरकाम को दी गई स्कूटी केवल एक सहायता नहीं, बल्कि सरकार की संवेदनशीलता और आमजन के प्रति समर्पण का प्रतीक है। इस पहल ने पूरे जिले में संदेश दिया है कि जरूरतमंद की आवाज सरकार तक न केवल पहुंचती है, बल्कि उस पर त्वरित कार्रवाई भी होती है।

  • ‘नवगुरुकुल’ में छात्राओं से मिले वित्त मंत्री ओ.पी.चैधरी

    ‘नवगुरुकुल’ में छात्राओं से मिले वित्त मंत्री ओ.पी.चैधरी

    रायपुर, 7 सितम्बर 2025 : रायगढ़ जिले के मेहनती और वंचित युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से संचालित नवगुरुकुल प्रशिक्षण केंद्र का रविवार को वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चैधरी ने गढ़उमरिया पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही 120 छात्राओं से संवाद किया और अपने जीवन अनुभव साझा करते हुए उन्हें आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

    वित्त मंत्री श्री चैधरी ने छात्राओं से बातचीत करते हुए अपने बचपन के संघर्षों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि मात्र 8 वर्ष की उम्र में पिता का साया उठ जाने के बाद उन्होंने सरकारी स्कूल से बारहवीं तक की पढ़ाई पूरी की और कठिन परिस्थितियों के बावजूद धैर्य, मेहनत और आत्मविश्वास से सफलता हासिल की। उन्होंने कहा कि जीवन में कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए। आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है।

    उन्होंने आश्वस्त किया कि नवगुरुकुल को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा। वर्तमान में 120 छात्राएँ प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं, भविष्य में इसे और विस्तारित किया जाएगा। छात्राओं की सफलता इस विस्तार की मजबूत नींव बनेगी। उन्होंने अधिकारियों को प्रशिक्षण में फिटनेस, योग और खेलकूद जैसी गतिविधियाँ शामिल करने का सुझाव दिया, ताकि छात्राओं का शारीरिक और मानसिक विकास समान रूप से हो सके।

    वित्त मंत्री ने नवगुरुकुल में छात्राओं के लिए उपलब्ध भोजन, आवास, इंटरनेट, बिजली और पाठ्य सामग्री जैसी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और कहा कि यदि किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो छात्राएँ बेहिचक बताएं, ताकि समय रहते समाधान किया जा सके।
    नवगुरुकुल: सशक्तिकरण का नया अवसर

    वित्त मंत्री श्री ओपी चैधरी के मार्गदर्शन में रायगढ़ में जिला प्रशासन की पहल से संचालित नवगुरुकुल में 120 छात्राओं को निःशुल्क आवासीय दो वर्षीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भोजन और आवास सहित सभी सुविधाएँ निःशुल्क उपलब्ध हैं। नवगुरुकुल एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य वंचित युवाओं को गरिमामय करियर दिलाना है। यहाँ छात्राओं को इंजीनियरिंग, प्रोग्रामिंग, डिजिटल मार्केटिंग, बिजनेस आदि क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाता है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिलते हैं और कई पूर्व छात्राएँ आज 12-18 लाख रुपये वार्षिक तक का वेतन कमा रही हैं।

    नवगुरुकुल की नेतृत्व टीम में आईआईटी, एनआईटी, सेंट स्टीफेंस कॉलेज और हार्वर्ड जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के पूर्व छात्र शामिल हैं। इस संस्थान ने शिक्षा और पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी एकीकृत किया है, ताकि छात्राएँ भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार हो सकें। वर्तमान में देशभर में नवगुरुकुल के 9 परिसरों में 1,100 से अधिक छात्राएँ अध्ययनरत हैं। रायगढ़ में यह केंद्र जिला प्रशासन के सहयोग से केआईटी कॉलेज परिसर में संचालित हो रहा है, जिससे यहाँ की बालिकाएँ आत्मनिर्भरता और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं।

  • सरकार की योजनाओं से जुड़ें और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं: स्कूल शिक्षा मंत्री यादव

    सरकार की योजनाओं से जुड़ें और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं: स्कूल शिक्षा मंत्री यादव

    रायपुर, 07 सितम्बर 2025 : स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने आज रिसाली दशहरा मैदान, भिलाई में छत्तीसगढ़ झेरिया यादव समाज द्वारा आयोजित विशाल अभिनंदन समारोह में शामिल होकर समाज के विकास हेतु कई घोषणाएं कीं। उन्होंने चार सामुदायिक भवनों के निर्माण के लिए प्रत्येक को 20-20 लाख रुपये, कुल 80 लाख रुपये तथा 5 लाख रुपये की स्वेच्छानुदान राशि देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने दुर्ग स्थित पचरीपारा में आयोजित सम्मान समारोह में यादव महिला छात्रावास निर्माण हेतु 30 लाख रुपये देने की घोषणा की।

    कार्यक्रम में समाजजनों ने पारंपरिक नृत्य-गान के साथ मंत्री श्री यादव का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्हें समाज की सांस्कृतिक पहचान के प्रतीक स्वरूप पारंपरिक वेशभूषा और सजी हुई लाठी भेंट की गई। विभिन्न जिलों से आए यादव समाज के गणमान्य नागरिकों ने उन्हें माल्यार्पण कर अभिनंदन किया।

    अपने उद्बोधन में मंत्री श्री यादव ने कहा कि समाज का एक बड़ा वर्ग आज भी आर्थिक रूप से पिछड़ा है, जिसे मुख्यधारा में लाने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेकर समाज के लोग आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकते हैं। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि वे सरकार की योजनाओं से जुड़ें और अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाकर समाज को नई दिशा प्रदान करें। मंत्री श्री यादव ने इस अवसर पर पाटन सरपंच की मांग पर शासकीय प्राथमिक शाला परेवाडीह के जीर्णाेद्धार की भी घोषणा की, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध हो सकेगा।

    इस अवसर पर दुर्ग ग्रामीण विधायक श्री ललित चंद्राकर, झेरिया यादव समाज प्रदेश अध्यक्ष श्री जगनीक यादव, प्रदेश संरक्षक श्री जगतराम यादव एवं श्री सुकालु राम यदु, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री भगत सिंह यादव, रिसाली पूर्व मंडल अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र शेन्डे, प्रदेश सचिव श्री सुंदर लाल यादव सहित समाज के जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया मऊगंज के बहुती जल प्रपात का अवलोकन

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया मऊगंज के बहुती जल प्रपात का अवलोकन

    भोपाल : रविवार, सितम्बर 7, 2025 : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को मऊगंज जिले के प्रवास पर नई गड़ी जनपद पंचायत के बहुती जल प्रपात का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने वाटरफॉल के नजदीक जाकर व्यू प्वाइंट से जलप्रपात की गिरती हुई दूधिया जल धारा और वहा बनने वाले इंद्रधनुष की आभा को देखा।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बहुती जल प्रपात के समीप कार्यक्रम स्थल पर गौपूजन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव से जंगल में विचरण करने वाली गौमाताओं को अपनी एक आवाज में अपने पास बुलाने की कला रखने वाले रकरी गांव के गौसेवक सौखीलाल यादव ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री का प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आश्रम की दीदीओं द्वारा सम्मान कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव का बहुती में हुआ पारंपरिक स्वागत

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव का बहुती पहुंचने पर पारंपरिक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मऊगंज की लोक कला की छात्राओं ने बघेली शैली नृत्य और स्थानीय लोक कलाकारों के दल ने अहिरहाई लोकनृत्य की प्रस्तुति देकर स्वागत किया।

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल, पशुपालन डेयरी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल, विधायक सर्वश्री गिरीश गौतम, दिव्यराज सिंह और प्रदीप पटेल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, कमिश्नर रीवा श्री बी.एस. जामोद, आई.जी. श्री गौरव राजपूत, कलेक्टर श्री संजय जैन एवं पुलिस अधीक्षक श्री प्रजापति सहित नागरिक मौजूद थे।

    पर्यटक स्थल के रूप में किया जा रहा है विकसित

    कलेक्टर मऊगंज संजय जैन ने बताया कि बहुती जल प्रपात को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने एवं जन सुविधाओं के विकास के लिए 10 करोड़ रुपए लागत की कार्ययोजना प्रस्तावित की गई है। कलेक्टर ने बातया कि बहुती प्रपात के अप स्ट्रीम में स्टॉप डैम का निर्माण प्रस्तावित है। स्टॉप डैम में जल का संचय होने से वाटर फॉल की जल धारा का बारह माह सदा अविरल प्रवाह बना रहेगा।

    प्रदेश का सबसे ऊँचा बहुती जल प्रपात

    बहुती जल प्रपात रीवा से 75 किलोमीटर दूर मऊगंज जिले में स्थित है। यह विन्ध्य क्षेत्र ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात है। बहुती में सेलर नदी 650 फिट की ऊंचाई से दो धाराओं में विभक्त होकर गिरती है। नीचे सुंदर कुंड और चारों ओर घने वन हैं। बहुती में अनंत जलराशि लंबवत चट्टानों पर गिरती है। जुलाई से सितम्बर माह तक इस प्रपात का सौंदर्य अपने चरम पर होता है। प्रपात के समीप ही अष्टभुजा देवी का प्रसिद्ध मंदिर भी स्थित है। प्रयागराज और बनारस से सड़क मार्ग से सीधे जुड़ा होने से उत्तरप्रदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक यहाँ पहुंचते हैं। इसके पास भैंसहाई में प्रागैतिहासिक काल के भित्ति चित्र मिले हैं।

  • देवतालाब, बनारस और प्रयागराज धार्मिक क्षेत्र का अनूठा त्रिकोण : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

    देवतालाब, बनारस और प्रयागराज धार्मिक क्षेत्र का अनूठा त्रिकोण : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

    भोपाल : रविवार, सितम्बर 7, 2025 : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कहा है कि शिव मंदिर देवतालाब अदभुत है। यहां पांच तत्वों का आभास होता है। ऐसा अद्भुत मंदिर केवल विश्वकर्मा जी ही बना सकते हैं। देवतालाब, बनारस और प्रयागराज महत्वपूर्ण धार्मिक त्रिकोण हैं। देवतालाब आस्था, इतिहास और आनंद का संगम है। यह श्रृंगी ऋषि की तपोभूमि है। ऐसी मान्यता है कि देवतालाब के शिव का दर्शन करने पर ही चारधाम की यात्रा का फल मिलता है।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को मऊगंज के देवतालाब स्टेडियम में आयोजित विकास कार्यों के लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने 241 करोड़ 33 लाख रूपये के विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास कर विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये और मऊगंज को विकास की अनेक सौगातें देते हुए घोषणाएं भी कीं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कन्यापूजन कर मऊगंज के संयुक्त जिला कार्यालय भवन का शिलान्यास भी किया।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि हमारे गांव स्वावलम्बन की अद्भुत मिसाल हैं। वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में स्वदेशी को अपनाते हुए आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश एकजुट है। हमारी इस सामर्थ्य के परिणामस्वरूप ही देश की कीर्ति गाथा सम्पूर्ण विश्व में गूंज रही है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद का कथन की “21वीं सदी भारत की होगी” साकार हो रहा है। गर्व का विषय है कि स्वामी विवेकानंद अर्थात श्रद्धेय नरेन्द्र नाथ दत्त की भावना को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने चरितार्थ किया है। देश के गरीब, युवा, अन्नदात और महिलाओं का कल्याण तथा विकास तपोनिष्ट प्रधानमंत्री श्री मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सौभाग्य का विषय है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इसी माह प्रदेश आगमन के लिए स्वीकृति प्रदान की है। राज्य सरकार ने प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में विकास और जनकल्याण के लिए कभी भी संसाधनों की कमी नहीं होने दी, इसी का परिणाम है कि प्रदेश में चहुंओर विकास का परचम लहरा रहा है। जबकि अन्य दलों की सरकारें विकास के लिए सदैव संसाधनों के अभाव का बहाना बनाती रहीं।

    विश्व की सभी महत्वपूर्ण नीतियों के निर्धारण में भारत है केंद्र बिंदु

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रयागराज और काशी विश्वनाथ के बीच बसा यह स्थान देवताओं की अभिरूचि की अभिव्यक्ति है। उनके स्वयं के लिए भी देवतालाब आगमन सदैव सुखद और भाग्यशाली रहा है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति ने विश्व को मानवता का विचार देते हुए जीवन जीने का सही मार्ग प्रशस्त किया। वर्तमान में भी प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रभावशीलता के परिणाम स्वरूप विश्व की सभी महत्वपूर्ण नीतियों के निर्धारण में भारत केंद्र बिंदु बना हुआ है। यह हम सबके लिए गर्व-गौरव और स्वाभिमान का विषय है कि अमेरिका हो या दुनिया का कोई भी अन्य बड़ा देश, सभी प्रधानमंत्री श्री मोदी की स्वीकार्यता के लिए उत्सुक हैं।

    खेत में किसान और सीमा पर जवान का सम्मान हमारी सरकार की प्राथमिकता

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खेत में किसान और सीमा पर जवान दोनों का सम्मान हमारी सरकार के लिए सर्वोपरि है। किसान सम्मान निधि तथा अन्य प्रोत्साहन गतिविधियों के माध्यम से राज्य सरकार किसान कल्याण के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। पर्याप्त सिंचाई और बिजली की उपलब्धता प्रदेश के सभी क्षेत्रों में सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हनुमना उद्वहन सिंचाई परियोजना मंजूर की गई है। जिससे रीवा, सीधी, सिंगरौली और मऊगंज जिलों की एक लाख 40 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी।

    रीवा के सोलर प्लांट की बिजली से दिल्ली की मेट्रो रेल दौड़ रही है। मऊगंज के घुरेहटा में बाबा रामदेव के पतंजलि संस्थान द्वारा एक हजार करोड़ रुपए की लागत से कृषि पर आधारित उद्योगों का विकास किया जा रहा है। इससे लाखों किसान लाभान्वित होंगे। उज्ज्वला गैस योजना से 64 हजार से अधिक गैस के कनेक्शन दिए गए हैं। मऊगंज में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 44 हजार गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना से पक्के आवास मिले हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लाड़ली बहनों के खाते में जारी की जा रही राशि दीपावली के बाद से 1500 रुपए प्रतिमाह की जाएगी, जिसे वर्ष 2028 तक प्रतिमाह 3 हजार रुपए किया जायेगा।

    मऊगंज को दी अनेक सौगातें

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मऊगंज जिले और देवतालाब विधानसभा क्षेत्र को अनेक सौगातें दीं। मुख्यमंत्री ने देवतालाब शिव मंदिर में शिवलोक के निर्माण और नईगढ़ी एवं देवतालाब में तहसील भवन निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवतालाब के अस्पताल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन किया जायेगा। देवतालाब के शासकीय महाविद्यालय में ऑडिटोरियम और अतिरिक्त कक्षों का निर्माण किया जाएगा। अनुसूचित जाति और जनजाति विद्यार्थियों के लिए दो छात्रावास भवन बनाए जाएंगे। बहुती जल प्रपात को पर्यटन विकास निगम के माध्यम से विकसित किया जायेगा।

    अष्टभुजी माता मंदिर में सौंदर्यीकरण और जनजाति अंचल में टीपा बदोर से गढ़वा रोड तक 11 किलोमीटर की सड़क बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में बनारस से आये लोक कलाकारों द्वारा दी गई सांगीतिक प्रस्तुति की सराहना की और लोक कलाकारों को 25 हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की। लोक नृत्य प्रस्तुत करने वाले दल के प्रत्येक सदस्य को 5-5 हजार रूपए और स्वागत गीत गाने वाली लोक गायिका राखी द्विवेदी को 50 हजार रूपए देने की घोषणा की।

    उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश ने 2 साल से कम समय में जो विकास किया है वह ऐतिहासिक है। उन्होंने विकास योजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं आने दी। आज मऊगंज को 241 करोड़ रुपए की सौगात मिली है। क्षेत्र में सड़क, नहर और माइक्रो इरिगेशन परियोजना से विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है। मुख्यमंत्री ने हनुमना उद्वहन सिंचाई परियोजना के लिए 6 हजार करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। इससे मऊगंज जिले के हर खेत में पानी पहुंचेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रीवा में इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव और पर्यटन कान्क्लेव का आयोजन कर पूरे विंध्य में विकास के नए द्वार खोले हैं।

    प्रारंभ में विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव एवं अतिथियों का स्वागत किया और क्षेत्र के विकास के लिये विभिन्न प्रस्ताव रखे। कार्यक्रम में जिले के प्रभारी और पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लखन पटेल, सांसद श्री जनार्दन मिश्र और विधायक मऊगंज श्री प्रदीप पटेल, विधायक त्योंथर श्री सिद्धार्थ तिवारी, विधायक मनगवां श्री नरेंद्र प्रजापति, विधायक सिरमौर श्री दिव्यराज सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

  • भारतीय संस्कृति की आत्मा है संस्कृत, हमें इसे नई पीढ़ी तक पहुँचाना होगा : मुख्यमंत्री साय

    भारतीय संस्कृति की आत्मा है संस्कृत, हमें इसे नई पीढ़ी तक पहुँचाना होगा : मुख्यमंत्री साय

    रायपुर, 07 सितंबर 2025 : भारतीय संस्कृति की आत्मा संस्कृत में निहित है, जो हमें विश्व पटल पर एक विशिष्ट पहचान प्रदान करती है। संस्कृत भाषा व्याकरण, दर्शन और विज्ञान की नींव है, जो तार्किक चिंतन को बढ़ावा देती है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज राजधानी रायपुर के संजय नगर स्थित सरयूपारीण ब्राह्मण सभा भवन में आयोजित विराट संस्कृत विद्वत्-सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि संस्कृत शिक्षा आधुनिक युग में भी प्रासंगिक और उपयोगी है। संस्कृत भाषा और साहित्य हमारी विरासत का आधार हैं, जिन्हें हमें संरक्षित और संवर्धित करना चाहिए।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देववाणी संस्कृत पर चर्चा के साथ यह सम्मेलन भारतीय संस्कृति, संस्कार और राष्ट्र को सुदृढ़ बनाने का एक महान प्रयास है। मुख्यमंत्री श्री साय ने संस्कृत भाषा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संस्कृत भारती छत्तीसगढ़ और सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा उन्हें बधाई और शुभकामनाएँ दीं।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आधुनिक शिक्षा में संस्कृत भाषा को शामिल करने से विद्यार्थियों का बौद्धिक विकास सुनिश्चित होगा। संस्कृत में वेद, उपनिषद और पुराण जैसे ग्रंथों का विशाल भंडार है, जो दर्शन, विज्ञान और जीवन-मूल्यों का संदेश देते हैं। वेदों में वर्णित आयुर्वेद, गणित और ज्योतिष आज भी प्रासंगिक हैं और शोध का विषय हो सकते हैं। इन ग्रंथों में कर्म, ज्ञान और भक्ति के सिद्धांत स्पष्ट रूप से प्रतिपादित हैं, जो आधुनिक जीवन में शांति और संतुलन ला सकते हैं।ऐसे में संस्कृत शिक्षा आधुनिक युग में भी उतनी ही प्रासंगिक और उपयोगी है।

    मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि वेदों और उपनिषदों के ज्ञान को अपनाकर हम अपनी विरासत को संजोने के साथ-साथ अपने जीवन को भी समृद्ध बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें युवाओं को संस्कृत साहित्य से जोड़ने के लिए प्रेरित करना होगा, ताकि वे इस ज्ञान को नई पीढ़ी तक पहुँचा सकें।

    मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि तकनीक के माध्यम से संस्कृत शिक्षा को आकर्षक और प्रासंगिक बनाया जा सकता है। राज्य में संस्कृत विद्वानों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी से इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि इस सम्मेलन के माध्यम से हमें संस्कृत विद्या के प्रचार-प्रसार और अगली पीढ़ी को जोड़ने का संकल्प लेना चाहिए।

    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने सरयूपारीण ब्राह्मण सभा, छत्तीसगढ़ के प्रचार पत्रक का विमोचन भी किया। विराट संस्कृत विद्वत्-सम्मेलन का आयोजन संस्कृत भारती छत्तीसगढ़ एवं सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।

    सम्मेलन को संबोधित करते हुए संस्कृत भारती के प्रांताध्यक्ष डॉ. दादू भाई त्रिपाठी ने कहा कि इतिहास में ऐसे अनेक प्रमाण मिलते हैं, जिनसे सिद्ध होता है कि एक समय संस्कृत जनभाषा के रूप में प्रचलित थी। छत्तीसगढ़ी भाषा का संस्कृत से सीधा संबंध है। छत्तीसगढ़ी में पाणिनि व्याकरण की कई धातुओं का सीधा प्रयोग होता है। उन्होंने यह भी बताया कि सरगुजा क्षेत्र में सर्वाधिक आदिवासी विद्यार्थी संस्कृत की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में सरयूपारीण ब्राह्मण समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया। इनमें गठिया रोग विशेषज्ञ डॉ. अश्लेषा शुक्ला, उत्कृष्ट तैराक श्री अनन्त द्विवेदी तथा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला शामिल थे।

    सम्मेलन को दंडी स्वामी डॉ. इंदुभवानंद महाराज, सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. सुरेश शुक्ला और अखिल भारतीय संस्कृत भारती शिक्षण प्रमुख डॉ. श्रीराम महादेव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर डॉ. सतेंद्र सिंह सेंगर, श्री अजय तिवारी, श्री बद्रीप्रसाद गुप्ता सहित बड़ी संख्या में संस्कृत शिक्षकगण, सामाजिक प्रतिनिधि और गणमान्यजन उपस्थित थे।

  • कैबिनेट बैठक 9 सितंबर को

    कैबिनेट बैठक 9 सितंबर को

    रायपुर, 7 सितंबर 2025 : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में मंगलवार 9 सितंबर 2025 को अपरान्ह 3ः30 बजे राज्य मंत्रीपरिषद (कैबिनेट) की बैठक मंत्रालय (महानदी भवन) अटल नगर, नवा रायपुर मे आयोजित होगी।

  • युक्तियुक्तकरण से एकल शिक्षकीय खरगा स्कूल को मिला दो शिक्षक

    युक्तियुक्तकरण से एकल शिक्षकीय खरगा स्कूल को मिला दो शिक्षक

    रायपुर, 07 सितम्बर 2025 :शिक्षा युक्तियुक्तकरण किए जाने शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय स्कूलों में सकारात्मक बदलाव आया है। युक्तियुक्तकरण के जरिए अब कोई भी स्कूल शिक्षकविहीन नहीं है, जहां एकल शिक्षकीय विद्यालय था, वहां शिक्षकों की पदस्थापना होने से पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।

    बिलासपुर जिले के कोटा विकासखंड अंतर्गत एक छोटा सा गाँव खरगा जहां का प्राथमिक स्कूल एकल शिक्षकीय था, यहां मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में किए गए युक्तियुक्तकरण से दो शिक्षकों की नियुक्ति हुई है, जिससे पढ़ाई के स्तर में सुधार हुआ है। स्कूल में विगत कुछ वर्षों से केवल एक शिक्षक था, जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी, लेकिन राज्य सरकार द्वारा किए गए युक्तियुक्तकरण से अब इस छात्रों की किस्मत बदल गई, जिससे अभिभावकों में खुशी की लहर है और उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया है।

    कोटा विकासखंड अंतर्गत एक छोटा सा गाँव खरगा का एकल शिक्षकीय प्राथमिक स्कूल में पहले केवल एक शिक्षक संतोष खांडे अपनी सेवाएं दे रहे थे युक्तयुक्तिकरण में शिक्षक मुकेश कुमार यादव की नियुक्ति की गई है। अब दो शिक्षकों की नियुक्ति होने से पढ़ाई के स्तर में सुधार हुआ है साथ ही शिक्षकों द्वारा बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में जोड़ने से विद्यार्थी और अभिभावक खुश हैं। पालक श्रीमती धनकुमारी ने बताया कि उनका बच्चा यहां के स्कूल में कक्षा तीसरी में पढ़ रहा है, दो शिक्षकों की पदस्थापना से उनकी पढ़ाई पहले से बेहतर हुई है।

    इसी तरह अभिभावक राजेंद्र चतुर्वेदी, श्रवण कुमार और अनिल कुर्रे ने भी दो शिक्षकों की नियुक्ति को बच्चों के हित में बताते हुए कहा कि इससे बच्चों की पढ़ाई के स्तर में सुधार हुआ है, दो शिक्षक आने से बच्चे भी खुश हैं और मन लगाकर पढ़ाई कर रहे हैं, पालकों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया। बच्चों ने भी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि दो शिक्षक के यहां आने से उनकी विभिन्न विषयों की पढ़ाई अच्छे से हो पा रही है जो पहले एक शिक्षक होने के कारण ठीक से नहीं हो पाती थी। छात्रा अराध्या मनहर ने कहा कि दो शिक्षक आने से उनकी सभी विषयों की पढ़ाई अच्छे ढंग से हो रही है।

  • अयोध्या से लौटे प्रभु श्री रामलला के दर्शन कर 63 श्रद्धालुओं का उपमुख्यमंत्री शर्मा ने किया भव्य स्वागत और अभिनंदन

    अयोध्या से लौटे प्रभु श्री रामलला के दर्शन कर 63 श्रद्धालुओं का उपमुख्यमंत्री शर्मा ने किया भव्य स्वागत और अभिनंदन

    रायपुर, 7 सितंबर 2025 : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने रामलला दर्शन योजना के तहत आज अयोध्या से लौटे कबीरधाम जिले के 63 श्रद्धालुओं का कवर्धा में अभूतपूर्व स्वागत किया। उन्होंने विधायक कार्यालय में श्रद्धालुओं का तिलक लगाकर, माल्यार्पण कर, शॉल एवं श्रीफल भेंटकर अभिनंदन किया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने अयोध्या और काशी विश्वनाथ दर्शन यात्रा के अपने अनुभव साझा किए और राज्य शासन की इस अनोखी पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा का आभार व्यक्त किया।

    उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने श्रद्धालुओं से चर्चा करते हुए कहा कि प्रभु श्री रामलला के दर्शन हर श्रद्धालु के लिए अत्यंत पवित्र और अविस्मरणीय अनुभव होता है। उन्होंने कहा कि समाज के लंबे 500 वर्षों के संघर्ष के बाद अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हुआ है और भगवान श्रीराम वहां विराजमान हुए हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे अपने गांव-गांव में जाकर इस यात्रा से प्राप्त आध्यात्मिक ऊर्जा और आनंद की अनुभूति लोगों के साथ साझा करें। श्रद्धालुओं ने बताया कि अयोध्या का रामलला मंदिर दिव्य और भव्य है। वहां का अद्भुत दृश्य देखकर उन्हें अपार शांति और संतोष प्राप्त हुआ। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध कराई गई सुविधाओं और स्वागत-सत्कार के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यह यात्रा उनके जीवन की अविस्मरणीय धरोहर बन गई है।

    उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा श्री रामलला दर्शन योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के श्रद्धालुओं को शासकीय सहायता से अयोध्या में श्रीरामलला और काशी विश्वनाथ के दर्शन कराने की सुविधा दी जा रही है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने बताया कि इस योजना का लाभ प्रदेश के 18 से 75 वर्ष तक के निवासी उठा सकते हैं। यह योजना जीवन में एक बार अयोध्या और काशी विश्वनाथ दर्शन के लिए निःशुल्क शासकीय सहायता प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ यह योजना छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को सशक्त बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

    उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को रामलला और काशी विश्वनाथ के दर्शन हेतु शासकीय सहायता उपलब्ध करा पा रहे हैं। यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब तक कबीरधाम जिले के कुल 553 श्रद्धालु इस योजना का लाभ ले चुके हैं। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को अयोध्या और काशी विश्वनाथ के पावन दर्शन कराने के लिए आभार प्रकट किया।

  • लुत्ती डैम टूटने से प्रभावित ग्रामीणों का हाल चाल जानने जिला अस्पताल पहुंचे कृषि मंत्री नेताम

    लुत्ती डैम टूटने से प्रभावित ग्रामीणों का हाल चाल जानने जिला अस्पताल पहुंचे कृषि मंत्री नेताम

    रायपुर, 07 सितम्बर 2025 :लुत्ती डैम टूटने से प्रभावित ग्रामीणों की पीड़ा को बांटने कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम जिला अस्पताल बलरामपुर पहुँचे। उन्होंने अस्पताल के वार्डों में भर्ती घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना और ढांढस बंधाया। मंत्री ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को सर्वाेत्तम चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

    इस दौरान अस्पताल में भर्ती श्रीमती रेवती से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि यह संकट की घड़ी है, सरकार आपके साथ खड़ी है। आपके उपचार और पुनर्वास में हर संभव मदद किया जाएगा।

    इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री धीरज सिंहदेव, कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक श्री बैंकर वैभव रमनलाल, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थेे।

  • प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है: कृषि मंत्री नेताम

    प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है: कृषि मंत्री नेताम

    रायपुर, 07 सितम्बर 2025 :आदि कर्मयोगी अभियान के तहत लाइवलीहुड कॉलेज भेलवाडीह में चल रहे डिस्ट्रिक्ट प्रोसेस लैब प्रशिक्षण में शुक्रवार को कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम शामिल हुए। कृषि मंत्री श्री नेताम ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का विजन वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है। इस दिशा में सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर विभिन्न विकास योजनाएँ संचालित की जा रही हैं।

    मंत्री श्री नेताम ने कहा कि इस विज़न को साकार करने के लिए जिलों और ब्लॉकों में निवासरत जनजातीय समुदायों को आगे बढ़ाना अनिवार्य है। इसी उद्देश्य से भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष ग्राम अभियान की शुरुआत की गई, जिसके तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया गया। उसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए आदि कर्मयोगी अभियान की शुरुआत की गई है।

    मंत्री ने बताया कि अभियान की शुरुआत प्रदेश स्तर से हुई, जहाँ चयनित प्रतिनिधियों को भोपाल में प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया गया और अब यह प्रक्रिया ग्राम स्तर तक पहुँच रही है। प्रशिक्षित ब्लॉक मास्टर ट्रेनर ग्राम पंचायत स्तर पर आदि सहयोगी एवं आदि साथी को ग्राम विकास की रूपरेखा तैयार करने के लिए प्रशिक्षित करेंगे।

    उन्होंने कहा कि तीन स्तर का कैडर इस अभियान की आधारशिला है। इसके माध्यम से न केवल योजनाओं की सतत निगरानी होगी, बल्कि ग्राम स्तर पर उनका सही क्रियान्वयन भी सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि सभी की सहभागिता से यह अभियान पूरी तरह सफल होगा। मंत्री श्री नेताम ने चयनित सभी ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

    कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने अभियान की संक्षिप्त जानकारी देजे हुए बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान वास्तव में जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन का एक परिवर्तनकारी प्रयास है। उन्होंने बताया कि इस अभियान की सबसे बड़ी खासियत इसका त्रिस्तरीय कैडर है। पहले स्तर पर आदि कर्मयोगी हैं, जिनमें विभिन्न विभागों के सरकारी अधिकारी शामिल हैं। दूसरे स्तर पर आदि सहयोगी रखे गए हैं, जो युवा नेता, शिक्षक, डॉक्टर और सामाजिक कार्यकर्ता जैसे जागरूक और सक्रिय लोग होंगे। तीसरे स्तर पर आदि साथी होंगे, जिनमें आदिवासी नेता और स्वयं सहायता समूह के सदस्य शामिल हैं।

    इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हीरामुनी निकुंज, उपाध्यक्ष श्री धीरज सिंह देव, जनपद अध्यक्ष सुश्री सुमित्रा चेरवा, अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर और जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंत्री श्री नेताम ने स्वेच्छानुदान अंतर्गत 3 लाभार्थियों को 5 लाख 50 हजार रुपये की राशि का चेक भी प्रदान किया।

  • जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में शामिल हुए कृषि मंत्री नेताम

    जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में शामिल हुए कृषि मंत्री नेताम

    रायपुर, 07 सितंबर 2025 : रजत जयंती वर्ष एवं शिक्षक दिवस के अवसर पर बलरामपुर मुख्यालय के बाजारपारा स्थित ऑडिटोरियम भवन में जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और उपस्थित शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। इस मौके पर मंत्री श्री नेताम ने उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया।

    कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने सरस्वती मां छत्तीसगढ़ महतारी एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हीरामुनी निकुंज, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री धीरज सिंह देव ,अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर रमनलाल, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर उपस्थित थी।

    कृषि मंत्री श्री नेताम ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं नागरिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 5 सितम्बर का दिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति और प्रख्यात शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में विशेष महत्व रखता है। डॉ. राधाकृष्णन के जीवन और विचारों ने शिक्षा को नई दिशा दी है। उनकी इच्छा के अनुरूप ही उनके जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। मंत्री श्री नेताम ने कहा कि हमारे जीवन में गुरुजनों का स्थान सर्वाेपरि है। जिस प्रकार कुम्हार मिट्टी को तराशकर सुंदर घड़ा बनाता है उसी प्रकार शिक्षक भी अपने विद्यार्थियों को ज्ञान और संस्कारों से गढ़कर जीवन, समाज और देश निर्माण की दिशा में योगदान देते हैं।

    ’ज्ञानदीप पुरस्कार अंतर्गत 3 एवं शिक्षादूत पुरस्कार से 18 शिक्षक हुए सम्मानित’

    कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री नेताम ने शिक्षक सम्मान समारोह में ज्ञानदीप पुरस्कार 2025-26 के लिए 03 शिक्षक एवं शिक्षादूत पुरस्कार 2025-26 के लिए 18 शिक्षकों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय श्रेणी में सम्मानित किया गया। जिसके अंतर्गत विकासखण्ड वाड्रफनगर अंतर्गत माध्यमिक शाला महुआरीपारा के शिक्षिका श्रीमती शैलजा तिवारी को प्रथम, विकासखण्ड बलरामपुर अंतर्गत माध्यमिक शाला सोनहरा के प्रधानपाठक श्री केदारनाथधर दुबे को द्वितीय, विकासखण्ड राजपुर अंतर्गत माध्यमिक शाला अलखडीहा के प्रधान पाठक श्रीमती अपोलिना लकड़ा को तृतीय श्रेणी में सम्मानित किया गया।

    इसी प्रकार शिक्षादूत पुरस्कार 2025-26 के लिए विकासखण्ड रामचन्द्रपुर अंतर्गत प्राथमिक शाला तेवरदहा के सहायक शिक्षिका श्रीमती प्रिया गुप्ता को प्रथम, प्राथमिक शाला लोधा के प्रधान पाठक श्री सुन्दर राम को द्वितीय, प्राथमिक शाला कंचन नगर के सहायक शिक्षिका श्रीमती माला तिवारी को तृतीय, विकासखण्ड वाड्रफनगर अंतर्गत प्राथमिका शाला हरिगवां प्रधान पाठक श्री संजय कुमार पाण्डेय को प्रथम, प्राथमिक शाला बगईनार के प्रधान पाठक श्री श्याम सुन्दर सेन को द्वितीय, प्राथमिक शाला गढ़ईपारा के सहायक शिक्षक श्री जयराम सिंह नेताम को तृतीय, विकासखण्ड बलरामपुर अंतर्गत प्राथमिक शाला खड़ियापारा के सहायक शिक्षक श्री रामप्रसाद राकेश को प्रथम, प्राथमिक शाला बाजारपारा के सहायक शिक्षिका श्रीमती सोनिया गुप्ता को द्वितीय, प्राथमिक शाला जामटांड़ के सहायक शिक्षिका श्रीमती सुचिष्मिता सिंह को तृतीय, विकासखण्ड राजपुर अंतर्गत प्राथमिक शाला सिधमा के सहायक शिक्षिका श्रीमती अश्विनी यादव को प्रथम,

    प्राथमिक शाला किरीकक्षार के प्रधान पाठक श्री दिलीप किशोर एक्का को द्वितीय, प्राथमिक शाला पटेलपारा के प्रधान पाठक श्रीमती मेरी प्रभा टोप्पो को तृतीय, विकासखण्ड कुसमी अंतर्गत प्राथमिक शाला कटईडीह के प्रधान पाठक श्री महादेव नगेसिया को प्रथम, नवीन प्राथमिक शाला कुम्हारपारा के प्रधान पाठक श्रीमती निशा पाण्डेय को द्वितीय, प्रथमिक शाला तावरपानी के सहायक शिक्षक श्री सुरेन्द्र कुमार माझी को तृतीय तथा विकासखण्ड शंकरगढ़ अंतर्गत पहाड़ी कोरवा आश्रम शाला बेलकोना के सहायक शिक्षिका श्रीमती वंदना सोनी को प्रथम, प्राथमिक शाला रेहड़ा के सहायक शिक्षिका श्रीमती सुनीता बाई को द्वितीय, प्राथमिक शाला जमड़ी सहायक अध्यापिका श्रीमती सीमा कश्यप को तृतीय श्रेणी में सम्मानित किया गया।

  • महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महतारी सदन निभाएगा महत्वपूर्ण भूमिका-राजस्व मंत्री वर्मा

    महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महतारी सदन निभाएगा महत्वपूर्ण भूमिका-राजस्व मंत्री वर्मा

    रायपुर, 07 सितम्बर 2025 :बलौदाबाजार जिले के ग्राम पंचायत रवान में महतारी सदन निर्माण कार्य का भूमिपूजन आज हर्षाेल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। इस भवन का निर्माण 24 लाख 70 हजार रूपए की लागत से किया जाएगा।

    इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार गांव-गांव में विकास की रोशनी फैला रही है और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महतारी सदन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

    इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आकांक्षा जायसवाल, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुमन योगेश वर्मा, उपाध्यक्ष श्रीमती शीतल घनश्याम वर्मा, रवान की सरपंच श्रीमती निकिता अक्षय भारती सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

  • मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने गोबरी नाला पर अस्थायी रपटा निर्माण कार्य का किया निरीक्षण

    मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने गोबरी नाला पर अस्थायी रपटा निर्माण कार्य का किया निरीक्षण

    रायपुर, 07 सितम्बर 2025 : महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं भटगांव विधायक श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने भैयाथान विकासखंड की जीवनरेखा कही जाने वाली गोबरी नदी पर निर्माणाधीन अस्थायी रपटा पुल का आज स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने कार्य की प्रगति का विस्तार से जायजा लेते हुए लोक निर्माण सेतु विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण में तेजी लाई जाए और कार्य को हर हाल में शीघ्र पूरा किया जाए।

    निरीक्षण के दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने पुल निर्माण में लगे तकनीकी अमले और जिम्मेदार अधिकारियों से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि यह कार्य जनहित से जुड़ा हुआ है और इसकी प्राथमिकता सर्वोच्च स्तर पर है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

    गौरतलब है कि भारी वर्षा के कारण दो माह पूर्व गोबरी नाला का पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके चलते खुटरापारा, डबरीपारा, गंगोटी, बांसापारा सहित 10 से अधिक ग्राम पंचायतों के हजारों ग्रामीण आवागमन में कठिनाई का सामना कर रहे थे। रोजमर्रा की जरूरतें, बच्चों की शिक्षा और मरीजों की चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। ग्रामीणों को 20 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा था।

    मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से भी चर्चा की और उन्हें आश्वस्त किया कि अस्थायी रपटा निर्माण शीघ्र ही पूर्ण होगा, जिससे आवागमन सामान्य हो जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि कार्य की गुणवत्ता और गति दोनों पर बराबर ध्यान दिया जाए।अस्थायी रपटा पुल के शीघ्र तैयार हो जाने से डुमरिया से गंगोटी मार्ग पर यातायात बहाल होगा और हजारों ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलेगी।

  • कैबिनेट मंत्री देवांगन के मुख्य आतिथ्य में कन्या छात्रावास शुभारंभ कार्यक्रम का हुआ आयोजन

    कैबिनेट मंत्री देवांगन के मुख्य आतिथ्य में कन्या छात्रावास शुभारंभ कार्यक्रम का हुआ आयोजन

    रायपुर, 07 सितम्बर 2025 : शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नाकोत्तर महाविद्यालय परिसर कोरबा में कल वाणिज्य, उद्योग, सार्वजिनक उपक्रम, वाणिज्यिक कर (आबकारी) व श्रम मंत्री छत्तीसगढ़ शासन श्री लखन लाल देवांगन के मुख्य आतिथ्य में कन्या छात्रावास का शुभारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

    कार्यक्रम में मंत्री श्री देवांगन ने शासकीय ई व्ही पी जी कॉलेज के 100 व 50 सीटर एवं शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय के 100 सीटर कन्या छात्रावास के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया एवं रिबन काटकर संस्थाओं में कन्या छात्रावास संचालन कार्य प्रारंभ किया। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन एवं सभी छात्राओं को बधाई देते हुए छात्रावास के बेहतर संचालन हेतु
    शुभकामनाएं दी।

    कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए हुए कहा कि उन्होंने डीएमएफ राशि का उपयोग करने का अधिकार जिला को दिया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप डीएमएफ राशि का उपयोग जिले में अनेक महत्वपूर्ण कार्यो में किया जा रहा है। पहुँचविहीन, दूरस्थ क्षेत्रों में अनेक स्थानों में जरूरत अनुसार नए सड़क, पुल पुलिया, स्कूल, आंगनबाड़ी भवन का निर्माण किया जा रहा है। जिले के सभी शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक शाला में सबेरे पौष्टिक नास्ता का वितरण, पीवीटीजी वर्ग के शिक्षित युवाओं को रोजगार, मेधावी छात्रों को निःशुल्क नीट व जेईई की तैयारी जैसे अनेक कार्य डीएमएफ के माध्यम से किए जा रहे है।

    मंत्री श्री देवांगन ने छात्रावास संचालन से होने वाले लाभ के बारे में बताते हुए कहा कि जिले के दूर दराज क्षेत्रों से छात्राएं अध्ययन के लिए आते है, छात्रावास के संचालन से निश्चित ही उन्हें लाभ मिलेगा। इससे छात्राओं की समय और धन की बचत होगी, जिससे उनका पढ़ाई और रुचिकर होगी। उन्होंने कहा कि इस छात्रावास का संचालन रियायती दरों पर किया जा रहा है, जिससे छात्राएं इसका लाभ उठा सकें साथ ही अति पिछड़ी वर्ग से सम्बंधित छात्राएं जो छात्रावास की राशि जमा करने में असक्षम हो ऐसे योग्य छात्राओं के छात्रावास का खर्च जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफ से उठाया जाएगा।

    श्री देवांगन ने कहा कि आज के छात्र कल के भविष्य है, बेटियों से दो कुल का नाम रौशन होता है, एक बेटी के शिक्षित होने से पूरा परिवार शिक्षित बनता है। इसलिए आप सभी मन लगाकर अपना पढ़ाई करिए। उन्होंने छात्रावास में सुरक्षा व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट जैसी आवश्यकताओं की पूर्ति शीघ्र करने की बात कही। जिससे छात्राएं सुरक्षित माहौल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें। उन्होंने हॉस्टल का संचालन बेहतर ढंग से करने के निर्देश कॉलेज प्रशासन को दिए एवं हॉस्टल की व्यवस्था को और अधिक मजबूती प्रदान करने हेतु मिल जुलकर प्रयास करने की बात कही।

    विधायक कटघोरा श्री प्रेमचंद पटेल एवं महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत ने भी छात्रावास संचालन के लिए जिला प्रशासन की पहल की प्रशंसा करते हुए छात्राओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा हेतु कन्या छात्रावास प्रारम्भ करने की मांग लंबे समय से आती रही है। डीएमएफ से छात्रावास का जीर्णोद्धार व जरूरत की चीजों की पूर्ति कर छात्राओं को सुव्यवस्थित हॉस्टल सौंपा गया है। गर्ल्स हॉस्टल शुरू होने से छात्राओं का उच्च अध्ययन का मार्ग आसान होगा और उनके बेहतर भविष्य की पथ प्रदर्शित होगी। उन्होंने हॉस्टल के उचित व प्रभावी ढंग से संचालन करने एवं ग्रामीण आदिवासी क्षेत्रों से आने वाली छात्राओं को लाभांवित करने के लिए कहा।

    कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने कहा कि जिला प्रशासन की मंशा थी कि इस सत्र से महाविद्यालय में हॉस्टल संचालन का कार्य प्रारंभ हो, जिससे कॉलेज की छात्राओं को इसका लाभ मिल सकें। लाइट एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।

    इस दौरान कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन सहित अन्य अतिथियों द्वारा कोरबा व कटघोरा के शासकीय महाविद्यालयों के कन्या छात्रावासों में पहाड़ी कोरवा वर्ग की नियुक्त चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। जिसमें सुमित्रा बाई, सरोजनी कुमारी, सामायन कुमारी, फगनी, कुसुम, किरण शामिल है।

    मंत्री श्री देवांगन ने सभी महिला कर्मचारियों को मन लगाकर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। पीवीटीजी वर्ग की सभी महिला कर्मचारियों ने रोजगार उपलब्ध कराकर आर्थिक रूप से मजबूत बनाने हेतु मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।

    इस अवसर पर एसडीएम कोरबा श्री सरोज महिलांगे, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री श्रीकांत कसेर, प्राचार्य पीजी कॉलेज डॉ शिखा शर्मा, प्राचार्य मिनीमाता कॉलेज श्री राजेन्द्र सिंह, डॉ राजीव सिंह, अन्य जनप्रतिनिधि , जनभागीदारी के सदस्य, महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं छात्राएं उपस्थित थी।

    गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा दोनों महाविद्यालयो के कन्या छात्रावास के संचालन

    हेतु लगभग 3 करोड़ की राशि प्रदान की गई है। जिसमें शासकीय ई व्ही पी जी कॉलेज में 100 सीटर कन्या छात्रावास के जीर्णोद्धार कार्य हेतु 31.40 लाख एवं संचालन हेतु आवश्यक सामग्री क्रय के लिए 57 लाख की राशि प्रदान की गई है। इसी प्रकार शासकीय ई व्ही पी जी कॉलेज में 50 सीटर कन्या छात्रावास के जीर्णोद्धार कार्य हेतु 38.13 लाख एवं संचालन हेतु आवश्यक सामग्री क्रय हेतु 41 लाख की राशि एवं शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय कोरबा में 100 सीटर कन्या छात्रावास के जीर्णोद्धार कार्य हेतु 58.30 लाख एवं संचालन हेतु आवश्यक सामग्री क्रय हेतु 57 लाख की राशि प्रदान की गई है।

  • महिला एवं बाल विकास मंत्री राजवाड़े संबलपुर में करमा तिहार उत्सव में शामिल हुईं

    महिला एवं बाल विकास मंत्री राजवाड़े संबलपुर में करमा तिहार उत्सव में शामिल हुईं

    रायपुर, 07 सितम्बर 2025 : छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोकपरंपराओं और जनभावनाओं से जुड़े करमा तिहार पर्व का आयोजन सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत संबलपुर में हर्षाेल्लास और पारंपरिक रंग-रस के साथ किया गया। इस अवसर पर प्रदेश की महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं।

    श्रीमती राजवाड़े ने क्षेत्रवासियों संग करमा पर्व के पारंपरिक गीतों और नृत्यों की छटा का आनंद लिया और ग्रामीणों को करमा तिहार की बधाई दी। उन्होंने कहा कि करमा तिहार भाईचारे, सामूहिकता और श्रम संस्कृति का पर्व है, जो हमारी ग्रामीण परंपराओं और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं, युवाओं और बच्चों को अपने सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया।

    कार्यक्रम के दौरान संबलपुर और आसपास के गांवों के कलाकारों द्वारा करमा नृत्य, पारंपरिक गीत और लोककला की प्रस्तुतियां दी गईं, जिनसे वातावरण उल्लास और उत्सव की भावना से सराबोर हो गया। ग्रामीणजनों ने मंत्री श्रीमती राजवाड़े का पारंपरिक स्वागत किया और कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

  • जीएसटी की नई दरें किसानों के लिए वरदान साबित होंगी

    जीएसटी की नई दरें किसानों के लिए वरदान साबित होंगी

    नई दिल्ली, 6 सितंबर 2025 (PIB): जीएसटी की नई दरें और स्लैब से कृषि के क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर असर दिखाई देगा ।इससे विशेष कर छोटे और मंझौले किसानों को बहुत लाभ होगा, कृषि उपकरणों पर जीएसटी दरें कम होने के कारण कृषि की लागत घटेगी और किसानों का मुनाफा बढ़ेगा। यह विचार केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल में आयोजित प्रेस वार्ता में व्यक्त किये।

    श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जैव-कीटनाशक और सूक्ष्म-पोषक तत्वों पर GST घटाई गई है, जिससे किसानों को लाभ होगा। साथ ही रासायनिक उर्वरकों से जैव उर्वरकों की तरफ किसानों की प्रवृति निश्चित रूप से बढ़ेगी। डेयरी क्षेत्र में अब दूध और पनीर पर कोई GST नहीं होगा। इससे आम आदमी को तो लाभ होगा ही, साथ ही किसानों, पशुपालकों और दुग्ध उत्पादकों को भी फायदा मिलेगा।

    आज अनंत चतुर्दशी का महापर्व है और गणपति बप्पा को हम विदाई देंगे। उनसे यही प्रार्थना है कि सुख-समृद्धि और ऋद्धि-सिद्धि देश की जनता की ज़िंदगी में आए।

    जनता की ज़िंदगी बेहतर बने। इसके लिए प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में NDA की सरकार लगातार प्रयत्न कर रही है।

    सरकार की कोशिश और प्रधानमंत्री जी के प्रयत्न हैं कि आम आदमी की ज़िंदगी में कठिनाइयाँ न रहें। लाल किले की प्राचीर से उन्होंने देश को ये कहा था कि GST में नेक्स्ट जनरेशन रिफॉर्म लाए जाएंगे और वो रिफॉर्म जनता को बड़ी राहत लेकर आएंगे।

    किसान और कृषि मंत्री के नाते मैं प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूँ। हमारा संकल्प है कि खेती में उत्पादन की लागत घटाना और उत्पादन बढ़ाना। उत्पादन बढ़ेगा और लागत घटेगी तो किसान का खेती में प्रॉफ़िट बढ़ेगा।

    GST में जो सुधार किए गए हैं अगर उन्हें देखें तो उनका बड़ा लाभ देश के किसानों को मिलने वाला है। कुछ कंपनियों ने शुरू कर दिया है। कृषि उपकरण चाहे वो ट्रैक्टर हो, हार्वेस्टर, रोटावेटर हो, अलग-अलग तरह के जो GST घटाकर 5% की गई है वो किसान के लिए वरदान सिद्ध होगी।

    हमारे देश के किसानों की जोत का आकार छोटा है। इसलिए हम कोशिश कर रहे हैं इंटीग्रेटेड फार्मिंग की मतलब खेती के साथ किसान खेती से जुड़े और एलाइड सेक्टर के बाकी काम कुछ न कुछ करे।

    जैसे पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन, कृषि वानिकी, भेड़-बकरी पालन, पॉल्ट्री फार्म, अगर ओवरऑल आप देखेंगे तो पूरे सेक्टर में क्योंकि कृषि और पशुपालन तो एक-दूसरे के पूरक हैं। उस पर भी GST में जो छूट दी गई है वो भी हमारी खेती और किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगी।

    अगर इससे जुड़ा हुआ ग्रामीण क्षेत्र देखें। तो हस्तशिल्प, चमड़े का सामान, दूध उत्पाद के काम में व्यापक पैमाने पर महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप काम कर रहे हैं। जिन्होंने कई बहनों को लखपति दीदी बना दिया है। उनकी ज़िंदगी भी GST में इस छूट से और बेहतर होगी, आमदनी बढ़ेगी और लखपति दीदी के आंदोलन को भी नई ताकत मिलेगी।

    अगर हम जीएसटी सुधारो को देखें तो एक उदाहरण के तौर पर कोई ट्रैक्टर अगर 9 लाख रुपए में आता था 9 लख रुपए में खरीदते थे तो अब किसान को 65 हजार रुपए की बचत उसपर होगी।

    अगर ट्रैक्टर 35 एचपी का है जिसकी कीमत लगभग 5 लख 80 हजार रुपए होती थी तो एक ट्रैक्टर खरीदने पर 41 हजार रुपए की बचत होगी, 45 एचपी के ट्रैक्टर पर 45 हजार रुपए बचत होगी, 50 एचपी के ट्रैक्टर पर 53 हजार रुपए बचत होगी और 75 एचपी के ट्रैक्टर पर लगभग 63 हजार रुपए बचत होगी तो ट्रैक्टर पर ही अगर बचत देखें तो 25 हजार से लेकर 63 हजार रुपए तक की बचत किसानों को होगी।

    डेरी क्षेत्र में अब दूध और पनीर पर कोई जीएसटी नहीं होगा इससे आम आदमी को तो लाभ होगा ही इसकी मांग भी बढ़ेगी और दूध खरीदकर डेरी उत्पाद तैयार करने वाले वो भी लाभ में रहेंगे और किसानों को भी सीधा जो दुग्ध उत्पादक, पशुपालक हैं उनको सीधा फायदा होगा।

    मक्खन, घी इनपर जीएसटी कम की गई है तो निश्चित तौर पर यह स्वदेशी उत्पाद ज्यादा बिकना प्रारंभ होंगे दूध के डिब्बों पर भी जीएसटी घटाई गई है उसका लाभ भी डेरी क्षेत्र को मिलेगा और अगर डेरी क्षेत्र आगे बढ़ेगा तो सीधे किसान और पशुपालक आगे बढ़ेंगे।

    कीटनाशक और सूक्ष्म पोषक तत्वों पर 12 जीव कीटनाशक और सूक्ष्म पोषक तत्व हैं माइक्रो न्यूट्रेंट उनपर भी जीएसटी घटाई गई है इससे प्राकृतिक खेती और जैविक खेती को क्योंकि जैविक जो इनपुटस् हैं उनकी कीमत कम होगी तो उसमें लाभ होगा और रासायनिक उर्वरकों से जैव उर्वरकों की तरफ किसान के बढ़ने की प्रवृति निश्चित तौर पर बढ़ेगी।

    फर्टिलाइजर पर भी जो अमोनिया सुल्फ़्यूरिक ऐसिड, नाइट्रिक ऐसिड इनपर भी 18% से घटाकर जीएसटी 5% की गई है यह कच्चा माल है जो उर्वरक तैयार करता है इससे भी निश्चित तौर पर इनकी कीमतें कम होगी तो किसानों को उसका भी लाभ होगा।

    श्री चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार ने कम की कृषि उपकरणों में जीएसटी दर 18% से कम कर 5% करने से से कृषि उपकरण और अन्य वस्तुएं सस्ती होंगी।

    जैसे 35 एचपी ट्रैक्टर – पहले 6,50,000 रुपए , अब 6,09,000 रुपए (अनुमानित) , बचत 41,000 रुपए
    45 एचपी ट्रेक्टर- पहले 7,20,000 रूपए, अब 6,75,000 रूपए, बचत 45,000 रू. 75 एचपी ट्रेक्टर- पहले 10,00,000 रूपए, अब 9,37,000 रूपए, बचत 63,000 रूपए 50 एचपी ट्रेक्टर- पहले- 8,50,000 रूपए, अब 7,97,000 रूपए, बचत 53,000 रूपए पावर टिलर 13 एचपी- पहले 20,357 रूपए, अब 8,482 रूपए, बचत 11,875 रूपए बहुफसली थ्रेशर – 4 टन- पहले 24,000 रूपए, अब 10,000 रू, बचत 14,000 रू.

    धान रोपण यंत्र -(4 पंक्ति – वॉक बिहाइंड)– पहले 26,400 रूपए, अब 11,000, बचत 15,400 रूपए पावर वीडर – 7.5 एचपी- पहले 9,420 रू. अब 3,925 रू., बचत 5,495 रूपए सीड कम फर्टिलाइज़र ड्रिल – 11 टाइन- पहले 18,000 रू, अब 7,500 रू. बचत 10,500 रू.सीड कम फर्टिलाइज़र ड्रिल – 13 टाइन- पहले 5,520 रू. अब 2,300 रू. बचत 3,220 रू 14 फीट कटर बार- पहले 3,21,428 रू. अब 1,33,928 रू. बचत 1,87,500 रू. स्ट्रॉ रीपर – 5 फीट- पहले 37,500 रू, अब 15,625 रू, बचत 21,875 रू. हैप्पी सीडर – 10 टाइन- पहले 18,214 रू. अब 7,589 रू. बचत 10,625 रू. सुपर सीडर – 8 फीट- पहले 28,928 रू. अब 12,053 रू. बचत 16,875 रू. रोटावेटर – 6 फीट- पहले 13,392 रू. अब 5,580 रू. बचत 7,812 रू. स्क्वायर बेलर – 6 फीट- पहले 1,60,714 रू. अब 66,964 रू. बचत 93,750 रू. मल्चर – 8 फीट- पहले 19,821 रू. अब 8,258 रू. बचत 11,562 रू. ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर – 400 लीटर- पहले 16,071 रू. अब 6,696 रू. बचत 9,375 रूपए तक होगी।

    पावर टिलर में इसकी अनुमानित क़ीमत बता रहा हूँ लेकिन मोटे तौर पर पावर टिलर 13 HP का लगभग 1 लाख 69 हज़ार 643 रुपए का आता है। उसमें 11 हज़ार 875 रुपए की लगभग बचत होगी।

    धान के रोपण का जो यंत्र होता है वो 2 लाख 20 हज़ार रुपए का आता है। उसमें 15 हज़ार 400 रुपए की बचत होगी।

    बहुफसलीय थ्रेशर जिससे अलग-अलग फसलें निकालते हैं। उस पर लगभग 14 हज़ार रुपए की बचत होगी।

    पावर वीडर जो घास निकालता है, ज़मीन तैयार करता है 7.5 HP का इसमें 78 हज़ार रुपए के आस-पास आता है, इसमें 5 हज़ार 495 रुपए की बचत होगी।

    सीड कम फर्टिलाइज़र ड्रिल 11 टाइन ये 1 लाख 50 हज़ार रुपए का आता है, इसमें लगभग 10 हज़ार 500 रुपए की बचत होगी।

    सीड कम फर्टिलाइज़र ड्रिल – 13 टाइन ये 46 हज़ार रुपए का आता है, इसमें लगभग 3 हज़ार 200 रुपए से ज़्यादा की बचत होगी।

    ऐसे ही 14 फीट कटर बार अगर हम कम्बाइन्ड हार्वेस्टर की बात करें, इसमें 1 लाख 87 हज़ार 500 की बचत होगी।

    स्ट्रॉ रीपर – 3 लाख 12 हज़ार 500 रुपए का, 21 हज़ार 875 रुपए बचत होगी।

    सुपर सीडर – 16 हज़ार 875 रुपए की बचत होगी, जो 2 लाख 41 हज़ार 71 रुपए का आता है।

    हैप्पी सीडर – 10 टाइन का 1 लाख 51 हज़ार के आस-पास आता है, इसमें 10 हज़ार 600 के आस-पास बचत होगी।

    मल्चर – जो पराली को काटकर ऊपर छोड़ता है, 1 लाख 65 हज़ार रुपए के आस-पास आता है, इसमें लगभग 11 हज़ार 500 रुपए की बचत होगी।

    ऑटोमेटिक प्लांटर की बहुत ज़रूरत है ताकि बीज एक समान दूरी पर डाले जा सकें, कम ज़्यादा न हों बराबर डालें। ये 4 लाख 68 हज़ार 700 रुपए के आस-पास आता है, इस पर 32 हज़ार 800 रुपए के आस-पास की बचत होगी।

    ऐसे ही हमने अलग-अलग चीज़ों के दाम निकाले हैं। क्योंकि 12% से 5% में क्या-क्या फ़ायदा होगा वो एकदम समझ में नहीं आता है, लेकिन ये जो किसानों की बचत है ये मैंने बताने का प्रयत्न किया है।

    फल और सब्जियां अब जरूरी हो गया है कि इनकी वैल्यू एडीशन करें, प्रोसेसिंग करें इस प्रोसेसिंग पर भी तैयार संरक्षित सब्जियां, फल, मेवे इनपर भी जीएसटी घटाई गई है जिनका लाभ सीधे सीधे किसानों को मिलेगा।

    कोल्ड स्टोरेज, फूड प्रोसेसिंग उसको भी इसका निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा ऐसे ही हमारे मछली उत्पादक किसान देश के बड़े हिस्से में मछली पालन का काम होता है केवल समुद्रों में नहीं अब तो खेतों में भी तालाब बनाकर व्यापक पेमाने पर मछली पालन का काम किया जा रहा है तो इसपर भी जो तैयार या संरक्षित मछली पर भी कर की दर कम की गई है उससे भी देशभर के जो मछली पालन के काम में किसान लगे हैं उनको लाभ होगा वैसे ही प्राकृतिक शहद पर भी जीएसटी कम होगा, शहद उत्पादक किसान उनको सीधा सीधा इसका लाभ मिलेगा।

    एक और किसानों का लाभ है ऊर्जा आधारिक उपकरणों पर जीएसटी कम की गई है 12% से घटाकर 5% इससे सस्ते शोध आधारिक उपकरण वो और सस्ते होंगे क्योंकि किसान ऊर्जादाता भी बने इसका प्रयत्न भी चल रहा है शोध ऊर्जा के आधार पर तो उनको भी इसका लाभ मिलेगा वैसे ही ड्रिप इरीगेशन वगेरा उसपर भी जीएसटी कम की गई है तो जो पर ड्रॉप मोर क्रॉप के जो उपकरण हैं ड्रिप ए, स्प्रिंकलर उसपर भी जीएसटी कम की गई है वो और सस्ते हो जाएंगे और किसान की पहुंच में और आसानी से आएंगे तो किसान उनका भी इस्तेमाल करेगा तो पानी भी बढ़ेगा, पानी भी बचेगा, उत्पादन बढ़ेगा और किसानों का प्रॉफ़िट बढ़ेगा।

    ग्रामीण भारत के लिए सीमेंट, लोहा जो GST कम की गई है उसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाना भी सस्ता हो जाएगा। क्योंकि सीमेंट, लोहे के दाम कम होंगे गरीब का घर बनाना भी आसान होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में जो इंफ्रा बनता है।

    स्कूल, आंगनवाड़ी, पंचायत भवन, उनकी लागत भी निश्चित तौर पर कम हो जाएगी। सबसे बड़ा फ़ायदा अर्थव्यवस्था को जो होगा, आज देश जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, हमें हमारी अर्थव्यवस्था को और मज़बूत करना है। इसलिए ये जो दाम कम होंगे, उससे निश्चित तौर पर मांग बढ़ेगी।

    सुधार किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आए हैं। नए प्रावधानों में कई तरह की छूट दी गई हैं, जो किसानों और लखपति दीदियों के लिए वरदान सिद्ध होंगी।

    मांग बढ़ने से बाज़ार में और पैसा आएगा, उससे हमारी अर्थव्यवस्था भी निश्चित तौर पर मज़बूत होगी। इसलिए इन कदमों के लिए जिन्होंने ग्रामीण भारत की तस्वीर बदली है, इन फैसलों के लिए मैं प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी को हृदय से बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूँ।

    इससे हमारी प्राकृतिक खेती, जैविक खेती को भी बल मिलेगा और विशेषकर इन्टीग्रेटेड फार्मिंग की तरफ हम देश को ले जाना चाहते हैं। ये केवल फल, सब्ज़ी या अनाज की खेती नहीं, उसके साथ बाकी कामों में भी किसान लगे उसको भी बल मिलेगा। इस क्रांतिकारी सुझाव के लिए प्रधानमंत्री जी को बहुत-बहुत धन्यवाद, वित्तमंत्री जी का आभार!

  • राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प की भावनाओं की गंभीरता से प्रशंसा करता हूँ और उनका पूर्ण रूप से समर्थन करता हूँ: प्रधानमंत्री मोदी

    राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प की भावनाओं की गंभीरता से प्रशंसा करता हूँ और उनका पूर्ण रूप से समर्थन करता हूँ: प्रधानमंत्री मोदी

    नई दिल्ली (PIB) : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि वे राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की भावनाओं और भारत-अमेरिका संबंधों के सकारात्मक आकलन की गंभीरता से प्रशंसा करते हैं और उनका पूरी तरह से समर्थन करते हैं। श्री मोदी ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच एक बहुत ही सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक तथा वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।”

    प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा;

    “राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों के सकारात्मक आकलन की गंभीरता से प्रशंसा करते हैं और उनका पूरी तरह से समर्थन करते हैं। भारत और अमेरिका के बीच एक बहुत ही सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।”

  • भूटान के प्रधानमंत्री ने राम जन्मभूमि मंदिर में  दर्शन किए; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल का स्वागत किया

    भूटान के प्रधानमंत्री ने राम जन्मभूमि मंदिर में  दर्शन किए; प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल का स्वागत किया

    Photo : @ShriRamTeerth

    नई दिल्ली (PIB): प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और उनकी पत्नी को प्रार्थना करते देखकर प्रसन्नता व्यक्त की है। श्री मोदी ने कहा, “प्रभु श्री राम के आदर्श दुनिया भर में लाखों लोगों को शक्ति और प्रेरणा देते हैं।”

    प्रधानमंत्री ने X पर पोस्ट किया;

    “प्रधानमंत्री तोबगे और उनकी पत्नी को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रार्थना करते देखकर बहुत अच्छा लगा। प्रभु श्री राम के आदर्श दुनिया भर में लाखों लोगों को शक्ति और प्रेरणा देते हैं।”

  • मुख्यमंत्री साय ने एम्स रायपुर में भर्ती विशंभर यादव का जाना कुशलक्षेम : इलाज के लिए 5-5 लाख की आर्थिक सहायता

    मुख्यमंत्री साय ने एम्स रायपुर में भर्ती विशंभर यादव का जाना कुशलक्षेम : इलाज के लिए 5-5 लाख की आर्थिक सहायता

    रायपुर, 6 सितंबर 2025 : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर के टाटीबंध स्थित एम्स रायपुर में भर्ती सुरजपुर जिले के श्री विशंभर यादव से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। मुख्यमंत्री श्री साय ने चिकित्सकों से श्री विशंभर यादव के स्वास्थ्य की जानकारी ली और बेहतर इलाज के लिए आवश्यक दिशानिर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने एम्स रायपुर में श्री नीलू गुप्ता का भी हाल-चाल जाना। मुख्यमंत्री श्री साय को श्री नीलू गुप्ता ने बताया कि वे और श्री विशंभर यादव एक साथ ही सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री विशंभर यादव और श्री नीलू गुप्ता को इलाज के लिए 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की।

    मुख्यमंत्री ने श्री विशंभर यादव की धर्मपत्नी श्रीमती उषा यादव से भी बातचीत की और उन्हें आश्वस्त किया कि इलाज के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्यामबिहारी जायसवाल उपस्थित थे।

  • मदकू द्वीप क्षेत्र के विकास के शिल्पी शांताराम को दी गई श्रद्धांजलि

    मदकू द्वीप क्षेत्र के विकास के शिल्पी शांताराम को दी गई श्रद्धांजलि

    रायपुर, 06 सितम्बर 2025 : मदकू द्वीप क्षेत्र के विकास के शिल्पी और छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रांत प्रचारक स्वर्गीय श्री शांताराम को केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव सहित अनेक मंत्रीगणों एवं जनप्रतिनिधियों ने मदकू द्वीप पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और अंतिम यात्रा में शामिल हुए। शांताराम जी का निधन न केवल श्री मदकू द्वीप बल्कि पूरे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी स्मृतियाँ और आदर्श, भावी पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।

    कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, तकनीकी शिक्षा मंत्री गुरू खुशवंत साहेब, पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, छ.ग. वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर सलीम राज, विधायक श्री धरमलाल कौशिक, पूर्व विधायक श्री गौरी शंकर अग्रवाल, पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस, क्रेडा के अध्यक्ष श्री भूपेंद्र सवन्नी, पूर्व विधायक श्री शिवरतन शर्मा, प्रांतीय संघ संचालक श्री टोपलाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की और अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

    गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रांत प्रचारक 94 वर्षीय स्वर्गीय श्री शांताराम भारतीय स्टेट बैंक में प्रबंधक के पद को त्याग कर हिंदू समाज के उत्थान हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक कार्यकर्ता बने। संघ में रहते हुए उन्होंने जिला, विभाग, प्रांत प्रचारक और क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन किया। वर्ष 1990 में उन्होंने श्री हरिहर क्षेत्र मदकू द्वीप को विकसित करने का मिशन अपने हाथ में लिया। उनके अथक प्रयासों से मदकू द्वीप धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से पुनर्जीवित हुआ तथा श्रद्धालुओं और शोधकर्ताओं का प्रमुख केंद्र बना।

    उन्होंने बैतलपुर की कुष्ठ बस्ती चंदरपुर में शिव मंदिर निर्माण, चिकित्सा सेवाएँ और सामाजिक कार्यों के साथ-साथ नवागढ़ के शमी गणेश मंदिर के पुनर्निर्माण में भी योगदान दिया। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार आज प्रातः 08 से 10 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रायपुर स्थित जागृति मंडल में अंतिम दर्शन हेतु रखा गया। तत्पश्चात मध्याह्न 01 बजे श्री हरिहर क्षेत्र मदकू में उनका अंतिम संस्कार किया गया।

  • रोबोटिक सर्जरी छत्तीसगढ़ में चिकित्सा सुविधाओं के विकास में एक नया आयाम : मुख्यमंत्री साय

    रोबोटिक सर्जरी छत्तीसगढ़ में चिकित्सा सुविधाओं के विकास में एक नया आयाम : मुख्यमंत्री साय

    रायपुर, 06 सितंबर 2025 : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर स्थित टाटीबंध में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मध्य भारत के शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों के प्रथम रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम ‘देव हस्त’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “रोबोटिक सर्जरी छत्तीसगढ़ में चिकित्सा सुविधाओं के विकास में एक नया आयाम है। यह ऐतिहासिक क्षण प्रदेश की जनता को अत्याधुनिक और बेहतर उपचार उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।”

    मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वयं ‘देव हस्त’ पर पहला ड्राई लैब डिसेक्शन कर इस अत्याधुनिक तकनीक की औपचारिक शुरुआत की। यह सिस्टम मध्य भारत के किसी शासकीय स्वास्थ्य संस्थान में स्थापित होने वाला पहला रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम है।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर एम्स रायपुर में छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से भर्ती होने वाले मरीजों के परिजनों के ठहरने की सुविधा हेतु एम्स रायपुर में सर्व-सुविधायुक्त परिजन निवास निर्माण की घोषणा भी की।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि “डॉक्टरों को धरती पर भगवान का रूप माना जाता है क्योंकि वे हमें जीवन प्रदान करते हैं। आज जिस रोबोटिक सर्जरी सिस्टम का शुभारंभ हो रहा है, उसे ‘देव हस्त’ नाम दिया गया है। इसका लाभ न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि एम्स रायपुर में भर्ती होने वाले अन्य राज्यों के मरीजों को भी मिलेगा। एम्स रायपुर उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने में लगातार मील का पत्थर साबित हो रहा है।”

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एम्स रायपुर से मुझे विशेष लगाव है। उन्होंने कहा कि “जब रायपुर एम्स के निर्माण को स्वीकृति मिली, उस समय मैं सांसद था और प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी से छत्तीसगढ़ में एम्स की शाखा स्थापित करने का आग्रह किया था। यह आवश्यक था ताकि दिल्ली स्थित एकमात्र एम्स पर मरीजों का दबाव कम हो और अन्य राज्यों के लोगों को भी उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उनके राज्य में ही उपलब्ध हो। हमारा सौभाग्य है कि जिन छह राज्यों में एम्स स्थापित करने की स्वीकृति मिली, उनमें छत्तीसगढ़ भी शामिल था।”

    मुख्यमंत्री श्री साय ने परिजन निवास की घोषणा करते हुए कहा कि “दूर-दराज से आने वाले मरीजों के परिजनों के ठहरने की सुविधा कितनी आवश्यक है, यह मैं भली-भांति समझता हूं। सांसद रहते हुए दिल्ली स्थित मेरे आवास को लोग ‘मिनी एम्स’ कहते थे क्योंकि वहां मैं मरीजों के परिजनों की रुकने की व्यवस्था करता था। जनसेवा का यह कार्य मेरे दिल के बेहद करीब है। 2014 से 2019 के संसदीय कार्यकाल में मैंने लगभग 12 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष से मरीजों को दिलवाए थे। रायपुर में भी कुनकुरी सदन में मरीजों के परिजनों की व्यवस्था की गई है, जिसका लाभ पूरे प्रदेश के लोग उठाते हैं।”

    मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 20 महीनों में सरकार बनने के बाद राज्य में पाँच नए मेडिकल कॉलेजों को स्वीकृति मिली है और स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नवा रायपुर में 5,000 बिस्तरों की क्षमता वाली मेडिसिटी का निर्माण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के समय मात्र एक मेडिकल कॉलेज था, जबकि आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। उन्होंने कहा कि जीवनशैली और खान-पान में बदलाव के कारण कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों में वृद्धि हुई है और इनका इलाज भी महंगा होता है। इसी वजह से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना प्रारंभ की, जिसके अंतर्गत गरीब वर्ग के लोगों को पाँच लाख रुपये तक का निःशुल्क उपचार उपलब्ध है। अब वय वंदन योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वर्गों के मरीजों को भी यह सुविधा प्रदान की जा रही है।

    स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि समय के साथ जहाँ चिकित्सा सुविधाएँ बढ़ रही हैं, वहीं बीमारियों का दायरा भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि “आधुनिक चिकित्सा पद्धति में रोबोटिक सर्जरी का विशेष महत्व है। इसके माध्यम से चिकित्सकीय क्षमता और गुणवत्ता में कई गुना वृद्धि की जा सकती है। छत्तीसगढ़ को ‘देव हस्त’ रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम का अत्यधिक लाभ मिलेगा और शीघ्र ही राजधानी रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भी रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।”

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने ‘देव हस्त’ के नामकरण हेतु आयोजित प्रतियोगिता की विजेता सुश्री ज्योत्स्ना किराडू को पाँच हजार रुपये की पुरस्कार राशि भेंट की। कार्यक्रम में एम्स रायपुर के निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) डॉ. अशोक जिंदल, विभागाध्यक्ष डॉ. देवज्योति मोहंती, बड़ी संख्या में चिकित्सा छात्र और गणमान्यजन उपस्थित थे।

  • कैबिनेट मंत्री देवांगन पुलिस लाइन कॉलोनी पहुंच कर दी श्रद्धांजलि, शोक संतृप्त परिवार जनों से मुलाकात कर बांटा दुख

    कैबिनेट मंत्री देवांगन पुलिस लाइन कॉलोनी पहुंच कर दी श्रद्धांजलि, शोक संतृप्त परिवार जनों से मुलाकात कर बांटा दुख

    रायपुर, 06 सितंबर 2025 : कैबिनेट मंत्री श्री लखन लाल देवांगन आज शनिवार को कोरबा के पुलिस लाइन कॉलोनी पहुंच कर तालाब में डूबने से दिवंगत बच्चों को पुष्प अर्पित कर परिवार जनों को ढाँढस बंधाकर दुख बांटा।

    एक दिन पहले पुलिस कॉलोनी के तीन बच्चों की तालाब में डूबने से मृत्यु हो गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन ने पुलिस अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली थी।

    शनिवार को मंत्री श्री देवांगन ने दिवंगत बच्चे के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शोकाकुल परिवार जनों से भेंट कर ढाँढस बंधाया। इस अवसर पर महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत,राकेश नागरमल अग्रवाल, अभिषेक पालीवाल, अनिल यादव भी उपस्थित रहे।

  • केन्द्र सरकार की अभिनव पहल ‘प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना’

    केन्द्र सरकार की अभिनव पहल ‘प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना’

    रायपुर, 06 सितंबर 2025 : प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना एक ऐसी योजना है जिसमें सौर ऊर्जा के माध्यम से घरों तक रोशनी पहुंचाई जा रही है। योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं को बिजली के लिए आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत हितग्राहियों को केन्द्र सरकार की ओर से 78 हजार रूपए और राज्य सरकार द्वारा 30 हजार तक की सब्सिडी दी जा रही है साथ ही प्रतिमाह 300 यूनिट फ्री बिजली का भी प्रावधान है।

    योजना के तहत बिलासपुर जिला चांटीडीह निवासी श्री अशोक साहू ने अपने दो घरों की छत पर सोलर पैनल लगवाया है, उन्होंने चार किलोवाट और तीन किलोवाट के दो सोलर पैनल लगवाएं हैं जिनमें से एक उनकी पत्नी श्रीमती प्रीति साहू के नाम है। उन्होंने बताया कि सोलर पैनल से हो रहे बिजली उत्पादन से अब उन्हें महंगे बिजली के बिल से राहत मिल रही है और उनके दोनों घरों का बिजली बिल शून्य हो गया है। इस महत्वपूर्ण योजना के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया है।

    चांटीडीह निवासी श्री अशोक साहू ने बताया कि उनके दो घर हैं एक उनकी पत्नी के नाम और एक स्वयं उनके नाम पर, घर बड़ा और संयुक्त परिवार होने के कारण बिजली की खपत काफी अधिक थी जिससे बिल काफी अधिक आता था। सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के विषय में जानकारी मिलने पर उन्होंने भी इसे लगवाने का निर्णय लिया और दोनों घरों की छत पर सोलर पैनल लगवाया। उन्होंने बताया कि तीन किलोवाट की लागत 190000 थी जो 90 प्रतिशत उनकी पत्नी के नाम पर फाइनेंस हो गया। वहीं चार किलोवाट की लागत 240000 थी जिसमें से केंद्र द्वारा सब्सिडी के रूप में 78000 और राज्य सरकार की सब्सिडी 30000 रुपए उनके खाते में आ गए हैं। वहीं उनकी पत्नी के नाम पर लगे सोलर पैनल की सब्सिडी भी जमा हो गई है।

    उन्होंने बताया कि जब से उन्होंने अपने दोनों घरों की छत पर सोलर पैनल लगवाया है, उनके बिजली बिल शून्य हो गया है। सोलर पैनल के जरिए छत पर हो रहे बिजली उत्पादन से उनकी प्रतिमाह बिजली पर होने वाले खर्च की बचत हो रही है। श्री साहू ने बताया कि दोनों घरों की छत पर 7 किलोवाट का सोलर पैनल लगा है, जिससे हो रहे बिजली उत्पादन से प्रतिमाह बिजली बिल की अब चिंता नहीं रही, वहीं वे उत्पादक के रूप में भी बिजली की सप्लाई भी कर रहे हैं जो गर्व की बात है। सोलर पैनल लगवाने के बाद उनके घर का बिजली बिल शून्य हो गया है।

    उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत केवल 1 बार निवेश करना है जिसके बाद 25 वर्षाे तक बिजली की आपूर्ति होती रहेगी। लंबे समय के लिए यह एक बेहद किफायती योजना है जिसके लिए बैंक द्वारा कम ब्याज दर पर ऋण की भी सुविधा दी जाती है। उन्होंने बताया कि एक बार सोलर पैनल लगवाने के बाद इस पर किसी प्रकार का मेंटेनेन्स खर्च नहीं है और पैनल लगाने वाली कंपनी द्वारा 5 साल तक निःशुल्क सविर्सिंग की सुविधा दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह पर्यावरण की दृष्टि से बेहद उपयोगी है। इस माध्यम से हम सौर ऊर्जा कर उपयोग कर बिजली का उत्पादन कर पा रहे हैं, जो ग्रीन एंनर्जी को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह इस योजना को अपनाकर सौर ऊर्जा का उपयोग करते हुए बिजली के लिए आत्मनिर्भर बनें और पर्यावरण संवर्धन में अपना योगदान दें।

    उल्लेखनीय है कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत शासन द्वारा शहरी एवं ग्रामीण घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को अपने घरों की छतों पर रूफ टॉप सोलर प्लाण्ट स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उक्त स्थापित प्लाण्ट नेट मीटरिंग द्वारा विद्युत ग्रिड से जुड़ेगा जिससे उपभोक्ता द्वारा अपनी खपत से अधिक उत्पादित बिजली ग्रिड में सप्लाई हो जाती है। इससे न केवल उपभोक्ता के घर का बिजली बिल शून्य हो जाता है, बल्कि ग्रिड में दी गई बिजली के एवज में अतिरिक्त आमदनी भी मिल जाती है।

    प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान की जा रही है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से कम बिजली बिल, बिजली उत्पादन कर आत्मनिर्भरत और नवीन रोजगार का भी सृजन हो रहा है। इससे नवीनीकृत ऊर्जा स्त्रोत के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। शासन द्वारा इस योजना में 30 हजार रूपये से लेकर 78 हजार रूपये तक अनुदान भी दिया जाता है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उपभोक्ता पीएम सूर्यघर डॉट जीओव्ही डॉट इन वेब पोर्टल अथवा पीएम सूर्यघर एप्प में पंजीयन करा सकते हैं।